PGDCA kya hai aur kaise kare

PGDCA एक स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) डिप्लोमा कोर्स है जिसकी अवधि 1 वर्ष की होती है। यह कोर्स ग्रेजुएशन के बाद कंप्यूटर एप्लीकेशन्स में किया जाता है। यह कोर्स अभ्यर्थियों को भविष्य में कंप्यूटर साइंस या इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कैरियर बनाने का एक बेहतरीन विकल्प प्रदान करता है। यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको PGDCA कोर्स से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होंगी। अतः आइये जानते हैं कि PGDCA क्या है और PGDCA कोर्स कैसे करें?

PGDCA क्या है

PGDCA कोर्स, ग्रेजुएशन के बाद किया जाने वाला एक 1-वर्षीय पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) डिप्लोमा कोर्स है, जिसमें एक या एक से अधिक कंप्यूटर भाषाओं (Computer Languages) के बारे में पढ़ाया और सिखाया जाता है। इस कोर्स में विभिन्न कंप्यूटर एप्लीकेशन्स और कंप्यूटर सॉफ्टवेयरों के बारे में भी पढ़ाया जाता है। भारत के अधिकतर विश्वविद्यालयों में यह 1-वर्षीय कोर्स 2 सेमेस्टरों में विभाजित होता है।

PGDCA की full form “Post Graduate Diploma in Computer Applications” है।

PGDCA कोर्स में एडमिशन की योग्यता क्या है

PGDCA कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवेदन करने हेतू अभ्यर्थियों की मुख्यतः निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए:-

  • न्यूनतम निर्धारित अंकों सहित किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से न्यूनतम 3-वर्षीय ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स।
  • 12वीं कक्षा या ग्रेजुएशन में गणित विषय की अनिवार्यता।
  • ग्रेजुएशन डिग्री में उपरोक्त लिखित न्यूनतम निर्धारित अंकों की अनिवार्यता PGDCA के विभिन्न संस्थानों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।
  • ग्रेजुएशन डिग्री में उपरोक्त लिखित न्यूनतम निर्धारित अंकों की अनिवार्यता अनारक्षित/ आरक्षित वर्ग के लिए भी नियमानुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।
  • कुछ PGDCA संस्थान ग्रेजुएशन में ही गणित विषय होने की अनिवार्यता रख सकते हैं।

PGDCA कोर्स में एडमिशन कैसे होता है

भारत के अधिकतर PGDCA कोर्स कराने वाले शिक्षण संस्थान ग्रेजुएशन कोर्स में अभ्यर्थियों के प्राप्तांकों के आधार पर बनाई जाने वाली मेरिट सूची के आधार पर एडमिशन करते हैं। परन्तु कुछ शिक्षण संस्थान PGDCA कोर्स में एडमिशन देने के लिए एंट्रेंस टेस्ट (प्रवेश परीक्षा) का आयोजन भी करते हैं।

प्रवेश परीक्षा (एंट्रेंस टेस्ट) के आधार पर PGDCA कोर्स में एडमिशन देने वाले मुख्य विश्वविद्यालय/ शिक्षण संस्थान निम्नलिखित हैं:-

  • दिल्ली विश्वविद्यालय (D.U.), दिल्ली।
  • जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
  • इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता।

उपरोक्त विकल्पों के अलावा अभ्यर्थियों के समक्ष पत्राचार के माध्यम से PGDCA कोर्स करने का विकल्प भी मौजूद है। पत्राचार (डिस्टेंस एजुकेशन) के माध्यम से अभ्यर्थी निम्नलिखित विश्वविद्यालयों / शिक्षण संस्थानों से PGDCA कोर्स कर सकते हैं:-

  • इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU), दिल्ली।
  • कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र।
  • गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार।
  • अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, अन्नामलाई नगर।
  • पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जालंधर।

PGDCA कोर्स के विषय क्या होते हैं

PGDCA कोर्स में मुख्यतः निम्नलिखित विषय या निम्नलिखित विषयों से मिलते-जुलते विषय पढ़ाये जाते हैं:-

  • प्रोग्रामिंग
  • नेटवर्किंग
  • ऑपरेटिंग सिस्टम
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
  • वेब टेक्नोलॉजी; आदि।

PGDCA कोर्स की fees कितनी होती है

भारत के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में PGDCA कोर्स की भिन्न-भिन्न fees होती है। और मुख्यतः नियमित कोर्स की फ़ीस पत्राचार के माध्यम से किये जाने वाले कोर्स से अधिक होती है। अतः विभिन्न शिक्षण संस्थानों में PGDCA कोर्स की fees 10 हजार रूपये से लेकर 1 लाख रूपये तक हो सकती है।

PGDCA कोर्स के बाद करियर विकल्प क्या हैं

भारत में PGDCA कोर्स अभ्यर्थियों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, कंप्यूटर एप्लीकेशन्स और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से सम्बंधित मूलभूत सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है। अतः इस कोर्स के बाद अभ्यर्थी निम्नलिखित कैरियर विकल्पों में से कोई एक विकल्प चुन सकता है:-

  • वेब डिज़ाइनिंग
  • इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ
  • इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सलाहकार
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर
  • कंप्यूटर सिस्टम विश्लेषक
  • कंप्यूटर लैब तकनीशियन/ सहायक; आदि।

यह भी पढ़ें:
(1). BCA क्या है?
(2). MCA क्या है?

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको PGDCA कोर्स से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ जैसे कि PGDCA क्या है, PGDCA कोर्स में एडमिशन की योग्यता और प्रक्रिया, PGDCA कोर्स के विषय, fees और उसके बाद करियर विकल्प आदि प्राप्त हुई हैं। यदि आप PGDCA कोर्स करना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यता के आधार पर सम्बंधित शिक्षण संस्थान से नियमित या पत्राचार माध्यम से PGDCA कोर्स कर सकते हैं।

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