आप चाहे किसी भी कक्षा के छात्र हों या किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हों; ध्यान से मन लगाकर पढ़ाई किये बिना आप अपनी कक्षा या प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर सकते हैं। अतः किसी भी कक्षा/ प्रतियोगी परीक्षा/ प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक और अच्छी मेरिट प्राप्त करने के लिए आपको मन लगाकर एकाग्रता से पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है। परन्तु यदि आपके मन में यह प्रश्न है कि मन लगाकर या अच्छे focus या concentration (एकाग्रता) के साथ पढ़ाई कैसे की जाए तो इस से सम्बंधित 10 महत्वपूर्ण तरीकों की जानकारी आपको यहाँ पर मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि पढ़ाई कैसे करें और पढ़ाई में मन कैसे लगाएं।
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पढ़ाई में मन कैसे लगाएं
आप निम्नलिखित माध्यमों और प्रक्रियाओं को अपना कर मन लगा कर एकाग्रता से पढ़ाई कर सकते हैं:-
पढ़ाई के लिए उपयुक्त वातावरण बनाएं
अपनी पढ़ाई एकाग्रता और मन लगा कर करने के लिए सर्वप्रथम आपको एक उचित माहौल की आवश्यकता होती है। यहाँ पर पढ़ाई के उचित माहौल का मतलब यह है कि आपको अपने पढ़ाई के कमरे या स्थान का माहौल ऐसा रखना चाहिए जहाँ पर आपका ध्यान इधर-उधर ना भटके और आप आसानी से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इसके लिए आप अपने घर का ऐसा स्थान चुन सकते हैं जहाँ पर अधिकतम शांति हो, एक कुर्सी और मेज की उपलब्धता हो और टीवी/ रेडियो आदि शोर करने वाली वस्तुएँ मौजूद ना हों।
सटीक, स्पष्ट और छोटे लक्ष्य निर्धारित करें
आप स्कूल, कॉलेज, प्रतियोगी परीक्षा या प्रवेश परीक्षा आदि किसी भी स्तर की पढ़ाई कर रहे हों, आपको अपने समय और syllabus (पाठ्यक्रम) के आधार पर अपनी पढ़ाई पूरी करने के छोटे और सटीक लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। ऐसे लक्ष्यों को आप कहीं लिख कर रख सकते हैं या दिमाग में याद भी रख सकते हैं और उसके अनुसार अपनी पढ़ाई कर सकते हैं। यह आपको एक तय समय सीमा में अपना पाठ्यक्रम पूरा करने में मदद करेगा और आप शुरू से ही स्पष्ट रहेंगे कि आपको अपने सम्पूर्ण पाठ्यक्रम की पूरी तैयारी के लिए कब और कितनी पढ़ाई करनी है।
एक उचित टाइम-टेबल बनायें
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आप छोटे-छोटे और सटीक/ स्पष्ट लक्ष्य तय करके अपने सम्पूर्ण पाठ्यक्रम की पूरी तैयारी कर सकते हैं और यह कार्य आप एक उचित टाइम-टेबल या समय-सारणी के अनुसार कर सकते हैं। अतः आप किसी भी स्तर की पढ़ाई के दौरान एक उचित टाइम- टेबल बना कर अपना पाठ्यक्रम प्रभावी रूप से पूरा कर सकते हैं।
सोशल मीडिया से दूर रहें
जहां तक पढ़ाई का सवाल है तो आज की दुनिया में सबसे बड़ी बाधा सोशल मीडिया है। लगभग सभी व्यक्ति (छात्रों सहित) आज सोशल मीडिया में व्यस्त हैं और आसानी से इसके आदी हो सकते हैं। यह छात्रों के लिए एक धीमे जहर की तरह है क्योंकि यदि आप इसके आदी हो जाते हैं तो आप अपने समय और ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा सोशल मीडिया में खो सकते हैं। इसलिए, यदि आप प्रभावी ढंग से पढ़ाई करना चाहते हैं तो अपने पढ़ाई-काल के दौरान सोशल मीडिया के अत्यधिक प्रयोग से बचें और इसका उपयोग मात्र तभी करें जब यह अत्यधिक आवश्यक हो।
नियमित व्यायाम करें और उचित नींद लें
पढ़ाई में मन लगाने के लिए आपका तन स्वस्थ होना चाहिए और दिमाग तरोताजा होना चाहिए। यदि आपका शरीर स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर है और आपका दिमाग तरोताजा है तो आप अधिक एकाग्रता से कम समय में ही प्रभावी रूप से पढ़ाई कर पाएंगे। और ऐसा आप प्रतिदिन उचित नींद लेके और नियमित व्यायाम करके कर सकते हैं। अतः छात्रों के लिए पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम/ खेलकूद भी अत्यंत आवश्यक होता है।
अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार पढ़ाई करें
यदि आप प्रभावी तरीके से मन लगाकर पढ़ाई करते हुए अच्छा परिणाम पाना चाहते हैं तो आपको अपनी पढ़ाई और पाठ्यक्रम के अनुसार समय-समय पर अपनी तैयारी का विश्लेषण करते रहना भी अत्यंत आवश्यक है। और अपने इस विश्लेषण के अनुसार ही आपको अपने कमजोर विषयों और तैयारी को भांप कर अपनी प्राथमिकताएं तय करनी चाहिए। अर्थात आपको अपने ऐसे विषयों पर अधिक ध्यान देना होगा जो आपको कम समझ आते हैं या जिनकी तैयारी आप अच्छे से नहीं कर पाए हैं।
अपनी पढ़ाई के तरीकों की समीक्षा करते रहें
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आपको समय-समय पर अपनी तैयारी विश्लेषण करना चाहिए और इसके साथ-साथ आपको समय-समय पर अपनी पढाई के तरीकों की समीक्षा भी करनी होगी। पढ़ाई के तरीकों की समीक्षा से यहाँ यह तात्पर्य है कि आपको समय-समय पर यह ध्यान देना होगा कि पढ़ाई के विभिन्न तरीके जैसे कि “लिख कर प्रैक्टिस करना/ बोल-बोल कर याद करना/ टॉपिक को समझ कर तैयार करना/ प्रतिदिन कितने समय के लिए पढ़ाई करना आदि” में से आप किस तरीके से अपनी पढ़ाई करते हैं और आपको इन सब तरीकों में संतुलन कैसे बनाना है और कौनसे तरीकों में आपको बदलाव की आवश्यकता है। यह समीक्षा आपको अपने समय और पाठ्यक्रम अनुसार स्वयं करनी होगी और बदलाव भी स्वयं ही तलाशने होंगे।
ग्रुप स्टडी के विकल्प पर भी विचार करें
अपनी पढ़ाई और तैयारी को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आप ग्रुप स्टडी के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं। ग्रुप स्टडी का अर्थ होता है कि दो या दो से अधिक छात्र मिल कर एक स्थान पर किसी एक टॉपिक या विषय पर विचार-विमर्श करते हुए एक दूसरे को समझाते हुए प्रश्न-उत्तर के माध्यम से पढ़ाई करें। ग्रुप स्टडी का लाभ तब अधिक होता है जब आप अपनी तैयारी के बाद अपने विषयों को दोहराते हैं। ऐसे में आप कुछ ऐसे टॉपिक भी प्रभावी ढंग से समझ पाते हैं, जो आप पहली बार में नहीं समझ पाए थे।
पढ़ाई के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें
छात्रों में अक्सर यह मिथ्या पाई जाती है कि लम्बे समय तक लगातार पढ़ाई करने से आप अधिक प्रभावी पढ़ाई कर सकते हैं और अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। परन्तु इसके विपरीत तथ्य यह है कि छोटे-छोटे ब्रेक लेकर आप एक दिन में अधिक लम्बे समय तक प्रभावी ढंग से रुचि के साथ पढ़ाई कर सकते हैं। अतः आप एक ही दिन में पढ़ाई के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेकर पढ़ाई कर सकते हैं। इन छोटे अंतरालों में आप लेट कर आराम कर सकते हैं, एक छोटी सी नींद की झपकी ले सकते हैं या मनोरंजन के लिए टीवी भी देख सकते हैं। यह छोटे अंतराल के ब्रेक आपको दोबारा पढ़ाई करने के लिए तरोताजा महसूस कराएंगे।
अपनी रूचि के अनुसार पढ़ाई का तरीका अपनाएं
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि पढ़ाई के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे कुछ छात्रों को प्रत्येक विषय की लिख कर प्रैक्टिस करना अधिक प्रभावी लगता है तो कुछ को पढ़ कर अधिक समझ आता है, कुछ बोल-बोल कर पढ़ना पसंद करते हैं तो कुछ वीडियो देख कर पढ़ना और समझना पसंद करते हैं। अतः आप अपनी रुचि के अनुसार सम्बंधित तरीके से पढ़ाई करके अधिक प्रभावी तरीके से पढ़ाई कर सकते हैं। ऐसा करने से आप बिना उबे लम्बे समय तक रुचि के साथ पढ़ाई कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको “पढ़ाई कैसे करें और पढ़ाई में मन कैसे लगाएं” से सम्बंधित विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। अतः यदि आप भी प्रभावी तरीके से मन लगा कर पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर ऐसा कर सकते हैं।