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BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) क्या है
BPT क्या है- BPT या बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी (Bachelor of Physiotherapy) एक स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स है, जो चिकित्सा विज्ञान से संबद्धित है। BPT कोर्स की कुल अवधि 4 वर्ष और 6 महीने की होती है, जिसमें 4 वर्ष की पढ़ाई और 6 महीने की इंटर्नशिप होती है। यह कोर्स मुख्यतः इंसानी शरीर की गति, क्षमता, शक्ति और उनसे जुड़ी शारीरिक समस्याओं और बीमारियों के बारे में बताता है। इस कोर्स में गर्मी, बिजली, यांत्रिक दबाव, यांत्रिक बल आदि का प्रयोग करके या व्यायाम के माध्यम से शारीरिक मांसपेशियों की जकड़न, खिंचाव, गति या क्षमता की कमी के कारण उत्पन्न विकारों और रोगों को दूर करने की विधि से सम्बंधित पढ़ाई कराई और सिखाई जाती है।
B.P.T कोर्स को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने वाले व्यक्तियों को फिज़ियोथेरेपिस्ट कहा जाता है, परन्तु यह लम्बे समय से और आज भी एक बहस का विषय है कि BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) कोर्स उत्तीर्ण करने के उपरांत सम्बंधित अभ्यर्थी अपने नाम से पहले ‘डॉक्टर (डॉ.)’ की उपाधि लगा सकता है या नहीं। इस विषय पर भारत के विभिन्न चिकित्सा काउन्सिल और अन्य सम्बंधित एजेंसियों/ व्यक्तियों की राय विभाजित है।
BPT कोर्स में एडमिशन के लिए योग्यता क्या है
BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) कोर्स में प्रवेश पाने के लिए अभ्यर्थी भारत के किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से न्यूनतम निर्धारित अंकों सहित फिज़िक्स (भौतिक विज्ञान), केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) और बायोलॉजी (जीव विज्ञान) विषयों में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होने चाहिए।
BPT कोर्स में एडमिशन कैसे होता है
BPT या बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी कोर्स में एडमिशन मुख्यतः प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है और इस कोर्स में एडमिशन के लिए विभिन्न राज्य / विश्वविद्यालय / शिक्षण संस्थान अपनी अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित कराते हैं। कुछ राज्य/ विश्वविद्यालय / शिक्षण संस्थान बिना प्रवेश परीक्षा आयोजित कराये 12वीं कक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर भी BPT कोर्स में प्रवेश देते हैं। इस कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाने वाली मुख्य प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित हैं:-
प्रवेश परीक्षा | शिक्षण संस्थान |
IPU CET | गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (GGS IPU), दिल्ली |
LPU NEST | लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU), फगवाड़ा |
BHU BPT एंट्रेंस टेस्ट | बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU), वाराणसी |
RUHS BPT एंट्रेंस एग्ज़ाम | राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज (RUHS), जयपुर |
CPNET | उत्तर प्रदेश के विभिन्न BPT संस्थान |
IEM JEE | इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (IEM), कोलकात्ता / जयपुर |
BPT कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं
BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) कोर्स करने के लिए भारत के कुछ श्रेष्ठ संस्थान निम्नलिखित हैं:-
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर
- पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER), चण्डीगढ़
- सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ पब्लिक हेल्थ एंड हाइजीन, दिल्ली
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- PGIMS, रोहतक
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
BPT कोर्स की fees कितनी होती है
भारत में BPT कोर्स की फ़ीस विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 20 हजार रूपये प्रति वर्ष से लेकर 2 लाख रूपये प्रति वर्ष तक हो सकती है।
BPT कोर्स के बाद क्या करें
Bachelor of Physiotherapy (BPT) कोर्स सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी निम्नलिखित क्षेत्रों में उपलब्ध विकल्पों में से कोई एक विकल्प चुन सकते हैं:-
- स्वास्थ्य और फिटनेस क्लीनिक
- सरकारी/ प्राइवेट अस्पतालों में फिज़ियोथेरेपिस्ट
- दिव्यांगों के अस्पताल
- स्वयं का फिज़ियोथेरेपी सेंटर
- उच्च शिक्षा के लिए MPT (मास्टर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) कोर्स
- उच्च शिक्षा प्राप्त करके शिक्षण संस्थानों में लेक्चरर/ सहायक प्रोफ़ेसर
निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको Bachelor of Physiotherapy (BPT) कोर्स से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जैसे कि BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) क्या है, BPT कोर्स में एडमिशन की योग्यता/ प्रक्रिया, BPT के संस्थान/ फ़ीस आदि। यदि आप भी फिज़ियोथेरेपी के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यता और पसंद के आधार पर BPT के सम्बंधित कोर्स/ कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में मौजूद कैरियर, शिक्षा और रोज़गार के विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: BPT की full form क्या होती है?
उत्तर: BPT की full form “Bachelor of Physiotherapy” होती है।
प्रश्न 2: क्या BPT कोर्स करने के बाद डॉक्टर की उपाधि मिलती है?
उत्तर: B.P.T कोर्स को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने वाले व्यक्तियों को फिज़ियोथेरेपिस्ट कहा जाता है, परन्तु यह लम्बे समय से और आज भी एक बहस का विषय है कि BPT (बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी) कोर्स उत्तीर्ण करने के उपरांत सम्बंधित अभ्यर्थी अपने नाम से पहले ‘डॉक्टर (डॉ.)’ की उपाधि लगा सकता है या नहीं। इस विषय पर भारत के विभिन्न चिकित्सा काउन्सिल और अन्य सम्बंधित एजेंसियों/ व्यक्तियों की राय विभाजित है।
प्रश्न 3: क्या BPT कोर्स में एडमिशन NEET परीक्षा के माध्यम से होता है?
उत्तर: नहीं, BPT या “बैचलर ऑफ़ फिज़ियोथेरेपी” कोर्स में एडमिशन के लिए विभिन्न राज्य / विश्वविद्यालय / शिक्षण संस्थान अपनी अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित कराते हैं।
प्रश्न 4: क्या BPT कोर्स पत्राचार (Correspondence) के माध्यम से किया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, BPT कोर्स पत्राचार (Correspondence) के माध्यम से नहीं किया जा सकता है?
प्रश्न 5: BPT कोर्स की अवधि (duration) कितनी होती है?
उत्तर: BPT कोर्स की कुल अवधि 4 वर्ष और 6 महीने की होती है, जिसमें 4 वर्ष की पढ़ाई और 6 महीने की इंटर्नशिप होती है।
प्रश्न 6: Physiotherapy (फिज़ियोथेरेपी) क्या होती है?
उत्तर: फिज़ियोथेरेपी एक ऐसा विज्ञान है जिसके माध्यम से इंसानी शरीर की गति, क्षमता, शक्ति और उनसे जुड़ी शारीरिक समस्याओं और बीमारियों का इलाज गर्मी, बिजली, यांत्रिक दबाव, यांत्रिक बल आदि का प्रयोग करके या व्यायाम के माध्यम से किया जाता है।