CA kaise bane in hindi

कॉमर्स से 12वीं करने वाले छात्रों में से छात्रों की एक बड़ी संख्या चार्टर्ड अकाउंटेंट को अपने करियर के रूप में अपनाना चाहते हैं। यदि आप भी उनमें से एक हैं जो यह जानना चाहते हैं कि Chartered Accountant (CA) कैसे बनें तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। इस लेख में हम भारत में Chartered Accountant (CA) कैसे बनें से सम्बंधित पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे। चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय कोर्सों में से एक है। The Institute of Chartered Accountants of India (ICAI) इस कोर्स को विनियमित करता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए 12वीं पास छात्रों को 3 प्रकार के कोर्सों से गुज़रना पड़ता है और उन तीनों कोर्सों में उत्तीर्ण होना पड़ता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए सभी तीनों कोर्सों की कुल न्यूनतम अवधि लगभग 4-5 वर्ष होती है।

12वीं के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने के लिए 3 चरण

1. CA Foundation Course (फाउंडेशन कोर्स)

2. CA Intermediate Course (इंटरमीडिएट कोर्स)

3. CA Final Course (फाइनल कोर्स) 

इन तीनों कोर्सों की योग्यता, परीक्षा संरचना आदि के बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे।

CA Foundation Course (फाउंडेशन कोर्स)

12वीं के बाद CA Foundation Course (फाउंडेशन कोर्स) एक entry level (प्रवेश स्तर) का कोर्स है। 12वीं के बाद CA करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को सर्वप्रथम फाउंडेशन कोर्स में पंजीकरण कराना होता है। फाउंडेशन कोर्स में पंजीकृत होने के बाद छात्रों के पास फाउंडेशन कोर्स की परीक्षाओं की तैयारी के लिए 4 – 5  महीनों का समय होता है और फाउंडेशन कोर्स उत्तीर्ण करने के लिए कुल 3 वर्ष का समय होता है जो 3 वर्ष की समय सीमा समाप्त होने के बाद ICAI में कुछ मामूली फ़ीस भरने के बाद बढ़ाया जा सकता है। फाउंडेशन कोर्स की सभी परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाती है, अतः CA फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए छात्रों को 6 प्रयास मिलते हैं। परन्तु छात्रों को प्रयास करना चाहिए की वे यह परीक्षा प्रथम प्रयास में ही उत्तीर्ण कर लें जिस से वे अपना CA कोर्स सही समय पर और जल्द से जल्द उत्तीर्ण कर सकें।

CA फाउंडेशन कोर्स की परीक्षाएं

CA फाउंडेशन कोर्स में कुल 4 परीक्षाएं होती हैं और प्रत्येक परीक्षा 100 अंकों की होती है। इनमें से 2 परीक्षाएं बहुवैकल्पिक प्रश्नों की होती है और 2 परीक्षाएं लिखित होती है। CA फाउंडेशन कोर्स की 4 परीक्षाएं निम्नलिखित हैं :-

परीक्षा 1 (Paper 1):- Principles and practice of Accounting

परीक्षा 2 (Paper 2):- Business Laws and Business Correspondence and Accounting

परीक्षा 3 (Paper 3):- Business Mathematics and Logical Reasoning and Statistics

परीक्षा 4 (Paper 4):- Business Economics and Business and Commercial Knowledge

जो छात्र उपरोक्त सभी परीक्षाओं में न्यूनतम 40% अंक और सभी चार परीक्षाओं में मिलाकर न्यूनतम 50% अंक प्राप्त कर लेता है उसको CA फाउंडेशन कोर्स में उत्तीर्ण माना जाता है और उसको CA कोर्स के द्वितीय चरण अर्थात CA Intermediate Course (इंटरमीडिएट कोर्स) के लिए पात्र समझा जाता है।

यह भी पढ़ें: (1). डॉक्टर कैसे बनें ; (2). B.Com के बाद क्या करें ?

CA Intermediate Course (इंटरमीडिएट कोर्स)

CA Intermediate Course (इंटरमीडिएट कोर्स) में पंजीकृत होने के लिए छात्रों को CA फाउंडेशन कोर्स में उत्तीर्ण होना चाहिए या न्यूनतम 55% अंकों के साथ B.Com/ कॉमर्स से स्नातक (Graduate) या किसी भी अन्य विषयों में न्यूनतम 60% अंकों के साथ स्नातक (Graduate) होना चाहिए। CA इंटरमीडिएट कोर्स के पंजीकरण के बाद परीक्षाएं देने के लिए छात्रों के पास लगभग 9 महीनों का समय होता है। CA इंटरमीडिएट कोर्स की परीक्षाएं 2 ग्रुप में विभाजित होती हैं और प्रत्येक ग्रुप में 4 -4 परीक्षाएं होती हैं। CA इंटरमीडिएट कोर्स का प्रथम पंजीकरण 4 वर्षों के लिए वैध होता है जो 4 वर्ष की समय सीमा समाप्त होने के बाद ICAI में कुछ मामूली फ़ीस भरने के बाद बढ़ाया जा सकता है। परन्तु यहां भी छात्रों को सभी परीक्षाएं अपने प्रथम प्रयास में उत्तीर्ण करने का प्रयास करना चाहिए। 

CA इंटरमीडिएट कोर्स की परीक्षाएं

CA इंटरमीडिएट कोर्स की परीक्षाएं 2 ग्रुप में विभाजित होती हैं और प्रत्येक ग्रुप में 100- 100 अंकों की 4 -4 परीक्षाएं होती हैं, जो निम्नलिखित हैं:-

ग्रुप 1 :-

परीक्षा 1 (Paper 1):- Accounting

परीक्षा 2 (Paper 2):- Corporate and other Laws

परीक्षा 3 (Paper 3):- Cost and Management Accounting

परीक्षा 4 (Paper 4):- Taxation

ग्रुप 2 :-

परीक्षा 5 (Paper 5):- Advanced Accounting

परीक्षा 6 (Paper 6):- Auditing and Assurance

परीक्षा 7 (Paper 7):- Enterprise Information Systems and Strategic Management

परीक्षा 8 (Paper 8):- Financial Management and Economics for Finance

CA इंटरमीडिएट कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद छात्र CA Final (फाइनल) कोर्स के लिए पात्र माना जाता है। CA इंटरमीडिएट कोर्स में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों को 4 सप्ताह की ICITSS और 3 वर्ष की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (articleship ट्रेनिंग) के साथ- साथ इस कोर्स के उपरोक्त लिखित 8 परीक्षाओं में भी उत्तीर्ण होना होता है। CA इंटरमीडिएट कोर्स के छात्र उपरोक्त लिखित दोनों ग्रुप की परीक्षाओं में से किसी भी एक ग्रुप की परीक्षाएं उत्तीर्ण करके articleship ट्रेनिंग के लिए पंजीकरण करा सकते हैं और 3 वर्ष की articleship ट्रेनिंग सफलतापूर्वक सम्पूर्ण करके  उपरोक्त लिखित सभी 8 परीक्षाएं उत्तीर्ण करके CA Final (फाइनल) कोर्स के लिए पंजीकरण करा सकते हैं।  

यह भी पढ़ें: (1). इंजीनियर कैसे बनें ; (2). कंपनी सेक्रेटरी (CS) कैसे बनें ?

CA Final (फाइनल) कोर्स

CA इंटरमीडिएट कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद छात्र CA परीक्षा के अंतिम चरण अर्थात CA Final (फाइनल) कोर्स के लिए पात्र माना जाता है। पंजीकरण के बाद इस कोर्स की अवधि 5 वर्ष की होती है और इस कोर्स की अवधि को भी मामूली फ़ीस देकर बढ़वाया जा सकता है। CA Final (फाइनल) कोर्स में पंजीकरण के बाद छात्रों को CA फाइनल कोर्स को उत्तीर्ण करने के लिए भी 2 ग्रुप में विभाजित निम्नलिखित परीक्षाओं में उत्तीर्ण होना होता है :-

ग्रुप 1 :-

परीक्षा 1 (Paper 1):- Financial Reporting

परीक्षा 2 (Paper 2):- Strategic Financial Management

परीक्षा 3 (Paper 3):- Advanced Auditing and Professional Ethics

परीक्षा 4 (Paper 4):- Corporate and Economic Laws

ग्रुप 2 :-

परीक्षा 5 (Paper 5):- Strategic Cost Management and Performance Evaluation

परीक्षा 6 (Paper 6):- Elective Subjects 

परीक्षा 7 (Paper 7):- Direct Tax Laws & International Taxation

परीक्षा 8 (Paper 8):- Indirect Tax Laws

CA फाइनल कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी एक प्रशिक्षित और योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट बन जाता है और ICAI के मेंबर के रूप में पंजीकृत होने के लिए योग्य बन जाता है।

ICAI में चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में पंजीकरण

The Institute of Chartered Accountants of India (ICAI) में मेंबर के रूप में पंजीकृत होने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट एक पेशेवर के रूप में अपनी निजी प्रैक्टिस या किसी नौकरी के लिए योग्य समझा जाता है। CA कोर्स के उपरोक्त लिखित सभी तीन चरणों के लिए पंजीकरण फ़ीस सुनिश्चित की गयी है जो प्रत्येक कोर्स में पंजीकरण के दौरान ही जमा होती है।

उम्मीद है की इस लेख के माध्यम से चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की इच्छा रखने वाले को उचित जानकारी प्राप्त हो सकेगी। 

निष्कर्ष (Conclusion)

यहाँ पर हमने ‘चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कैसे बनें’ से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है। चार्टर्ड अकाउंटेंट या CA बनने के इच्छुक अभ्यर्थी अपनी योग्यता के अनुसार CA Foundation Course, CA Intermediate Course और CA Final Course उत्तीर्ण करके ICAI में CA के रूप में पंजीकृत हो कर भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बन सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: CA की full form क्या होती है?
उत्तर: CA की फुल फॉर्म “चार्टर्ड अकाउंटेंट (Chartered Accountant)” होती है।

प्रश्न 2: भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स कौनसी डिग्री या डिप्लोमा के बराबर या समकक्ष होता है?
उत्तर:
भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स को स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) डिग्री के समकक्ष माना जाता है।

प्रश्न 3: चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स के लिए best कॉलेज कौनसा है?
उत्तर:
भारत में CA कोर्स किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में नहीं होता है, बल्कि यह कोर्स कराने के लिए केवल “इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया (ICAI)” नामक संस्थान ही अधिकृत है।

प्रश्न 4: क्या चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स पत्राचार या कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग माध्यम से किया जा सकता है?
उत्तर: भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कोर्स केवल पत्राचार या कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से ही किया जा सकता है और इसके लिए कोई कॉलेज या कक्षाएं आयोजित नहीं होती हैं। इस कोर्स की परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को स्वयं ही पढ़ाई करनी होती है या वह किसी प्राइवेट ट्यूशन के माध्यम से इसकी तैयारी कर सकते हैं।

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