carpenter kya hota hai carpenter kaise bane

Carpenter (कार्पेंटर) या बढ़ई वह व्यक्ति होते हैं जो मुख्यतः लकड़ी के ढांचों जैसे टेबल, कुर्सियों, दरवाजों आदि का निर्माण लकड़ी को काटकर, फिटिंग करके और जोड़कर करते हैं। कार्पेंटर मात्र लकड़ी के ढांचों के निर्माण तक ही सीमित नहीं होते हैं बल्कि वह सम्बंधित निर्माण से पूर्व ढाँचे के डिज़ाइन और माप का भी विशेष ध्यान रखते हैं। अतः एक Carpenter के पास लकड़ी के ढांचों / वस्तुओं के डिज़ाइन तैयार करने, नापतोल करने और निर्माण करने के विशिष्ट कौशल होने चाहिए जिनका उपयोग करके वह आवश्यकतानुसार ढांचों का निर्माण कर सके। चूँकि कार्पेंटर का कार्य एक कौशल प्रधान कार्य होता है, अतः कार्पेंटर बनने के लिए अधिक पढाई-लिखाई की आवश्यकता नहीं होती है और 8वीं या 10वीं कक्षा के बाद 1 वर्षीय कुछ छोटे सर्टिफिकेट कोर्सों के माध्यम से ही आप कारपेंटर का कार्य और कौशल सीख सकते हैं। यदि आप भी एक कारपेंटर या बढ़ई के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको इस से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पर मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि कार्पेंटर कैसे बनें।

Carpenter (बढ़ई) क्या होता है

ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार मुख्यतः लकड़ी के ढाँचे तैयार करने वाले कुशल शिल्पकारों को कार्पेंटर (बढ़ई) कहा जाता है। यह लकड़ी के ढाँचे वह किसी घर, दफ़्तर, दुकान, पुल या अन्य किसी भवन के लिए तैयार करते हैं। Carpenter (कार्पेंटर) द्वारा तैयार किये जाने वाले लकड़ी के ढांचों में कुर्सी, मेज, दरवाज़े, अलमारी, चारपाई, लकड़ी के भवन या पुल आदि हो सकते हैं। किसी भी ढाँचे को तैयार करने में एक कार्पेंटर मात्र लकड़ी का ही इस्तेमाल नहीं करता है, अपितु वह लोहा या अन्य कोई धातु या शीशा आदि भी इस्तेमाल कर सकता है।

कार्पेंटर का क्या काम होता है

कार्पेंटर (Carpenter) मुख्यतः निम्नलिखित कार्य करते हैं:-

  • लकड़ी के ढांचों का निर्माण।
  • उक्त निर्माण के लिए आवश्यकतानुसार डिज़ाइन तैयार करना।
  • किसी भी निर्माण के लिए नापतोल के अनुसार लकड़ी की कटाई, फिटिंग और जोड़ना।
  • पहले से मौजूद संरचनाओं की मरम्मत और रखरखाव; आदि।

कार्पेंटर (Carpenter) कैसे बनें

कार्पेंटर (Carpenter) बनने के लिए किसी कॉलेज या स्कूल की अत्यधिक पढाई की आवश्यकता नहीं होती है। कार्पेंटर (बढ़ई) बनने के लिए आवश्यकता होती है तो सम्बंधित कौशल और हुनर की। और यह कौशल एक अभ्यर्थी 8वीं या 10वीं कक्षा के बाद विभिन्न छोटे सर्टिफिकेट कोर्सों के माध्यम से प्राप्त कर सकता है।

भारत में कार्पेंटर बनने के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय कोर्सों में से एक है आईटीआई (I.T.I.) संस्थानों में कराया जाने वाला 1 वर्षीय कार्पेंटर का कोर्स। भारत के अधिकतर राज्यों में आईटीआई (I.T.I.) संस्थान से कराये जाने वाले 1 वर्षीय कार्पेंटर कोर्स के लिए शैक्षिक योग्यता 8वीं कक्षा होती है। अतः 8वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र अपने राज्य में उक्त कोर्स में आईटीआई (I.T.I.) में प्रवेश पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। कुछ राज्यों में आई.टी.आई. के कार्पेंटर कोर्स में प्रवेश देने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं कक्षा के स्थान पर 10वीं कक्षा भी हो सकती है। आईटीआई (I.T.I.) संस्थानों में प्रवेश देने के लिए विभिन्न राज्य अलग-अलग प्रवेश प्रक्रिया रखते हैं। कुछ राज्यों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से आईटीआई शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिया जाता है और कुछ राज्यों में सम्बंधित कोर्स के अनुसार 8वीं / 10वीं / 12वीं कक्षा में प्राप्तांकों की मेरिट के आधार पर आईटीआई संस्थानों में प्रवेश दिया जाता है। आईटीआई संस्थानों और उनमें कराये जाने वाले विभिन्न कोर्सों की जानकारी के लिए आप हमारा लेख “आई.टी.आई. क्या है और I.T.I. कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

आईटीआई संस्थानों के 1 वर्षीय कार्पेंटर कोर्स में बढ़ई के कार्य और कौशल सम्बंधित शैक्षिक और प्रयोगात्मक पढ़ाई कराई और सिखाई जाती है। भारत के कुछ राज्यों में कार्पेंटर का आईटीआई कोर्स 2 वर्ष की अवधि का भी हो सकता है। आईटीआई संस्थान से कार्पेंटर का कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी अपने कौशल में निख़ार लाने के लिए किसी पेशेवर कार्पेंटर के अधीन कार्पेंटर का कार्य भी सीख और कर सकते हैं।

कार्पेंटर बनने के लिए क्या कौशल (स्किल्स) होने चाहिए

कार्पेंटर बनने के लिए अभ्यर्थी के पास निम्नलिखित कौशल होने चाहिए:-

  • लकड़ी के सम्बंधित ढांचों के निर्माण के लिए लकड़ी की कटाई और फिटिंग आदि का हुनर।
  • सम्बंधित ढांचा तैयार करने के लिए उचित डिज़ाइन बनाने का हुनर।
  • ढाँचे के निर्माण हेतू आयाम के नापतोल का हुनर।
  • किसी भी ढाँचे के निर्माण हेतू नापतोल के लिए आवश्यक गणितीय कौशल।

कार्पेंटर के लिए करियर विकल्प क्या हैं

भारत में एक कार्पेंटर के समक्ष निम्नलिखित करियर विकल्प मौजूद होते हैं:-

  • कार्पेंटर के रूप में किसी भवन / पुल निर्माण कंपनी में नौकरी करना।
  • कार्पेंटर के रूप में अपनी दुकान खोलना और ठेके पर कार्य करना।
  • रक्षा सेनाओं, रेलवे विभाग, नौसेना शिपयार्ड आदि में ट्रेडमैन / अपरेंटिस आदि के रूप में कार्य करना।
  • पॉलिटेक्निक / CTI संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करना।
  • आईटीआई और अन्य सामानांतर शिक्षण संस्थानों में इंस्ट्रक्टर के रूप में नौकरी करना; आदि।

यहाँ पर हम आपको यह भी बता दें कि विश्व के कई विकसित देशों में स्किल्ड लेबर की अत्यधिक कमी के कारण कार्पेंटर जैसे कौशल प्राप्त व्यक्तियों के लिए नौकरी के विकल्प सदैव बने रहते हैं। अतः यदि आपके अंदर उचित हुनर और कौशल मौजूद हैं तो आप कनाड़ा, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात आदि विभिन्न देशों में भी कार्पेंटर के रूप में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

कार्पेंटर की सैलरी कितनी होती है

कार्पेंटर का कार्य आप नौकरी और बिज़नेस दोनों रूपों में कर सकते हैं। यदि आप किसी कंपनी या अन्य किसी सरकारी / प्राइवेट विभाग में कार्पेंटर (Carpenter) के रूप में नौकरी करते हैं तो आपको शुरुआत में लगभग 10000/- से 15000/- रूपये का मासिक वेतन प्राप्त हो सकता है।

परन्तु यदि आप अपनी दुकान खोल कर कार्पेंटर के रूप में कार्य करते हैं और ठेके पर कार्य करते हैं तो आपकी मासिक कमाई आपकी ग्राहकी पर निर्भर करती है और इसकी कोई सीमा नहीं है।

यह भी पढ़ें: कार मैकेनिक कैसे बनें ?

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको कार्पेंटर बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जैसे कि Carpenter (बढ़ई) क्या होता है, कार्पेंटर का क्या काम होता है, कार्पेंटर कैसे बनें, कार्पेंटर के कौशल, कार्पेंटर के लिए करियर विकल्प, कार्पेंटर की सैलरी आदि। यदि आप एक कार्पेंटर (बढ़ई) बनना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर सम्बंधित कोर्स करके और कौशल प्राप्त करके आप एक कार्पेंटर बन सकते हैं।

10 thoughts on “Carpenter (बढ़ई) क्या होता है और कैसे बनें?”
    1. I’m carpenter furniture

      Main Model kitchen model ka
      m
      karta hun
      LED panel banata hun

      Mujhe Anubhav Hai 8 Sal Ka carpenter ka

      Jaise main Kuchh Bhi kar sakta hun model carpenter
      Abhi To Main gharon Mein service deta hun jakar

      Aur ghar mein jakar kitchen almari Manata hun model

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