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कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है

कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary) या संक्षिप्त में CS, किसी भी सरकारी / निजी कंपनी का वह कर्मचारी होता है जो कंपनी के भीतर वैधानिक, नियामक और कानूनी आवश्यकताओं के अनुपालन और कुशल प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है। एक कंपनी सेक्रेटरी की ज़िम्मेदारी यह भी होती है कि वह सम्बंधित कंपनी के सभी कर्मचारियों के माध्यम से कंपनी निदेशकों द्वारा लिए गए निर्णयों को नियमानुसार वैधानिक रूप से लागू करवाए। अतः कंपनी सेक्रेटरी किसी भी कंपनी में मुख्यतः यह सुनिश्चित करते हैं कि सम्बंधित कंपनी के सभी अधिकारी और कर्मचारी भारत के विभिन्न विधि कानूनों (कराधान कानून, श्रम कानून, प्रदूषण नियंत्रण नियम आदि) के अनुसार कार्य कर रहें हैं या नहीं और इसके अलावा विभिन्न प्रशासनिक कार्य सुचारु रूप से चल रहे हैं या नहीं।

उपरोक्त लिखित ज़िम्मेदारियों और नौकरी की प्रकृति को देखते हुए आप यह समझ ही गए होंगे कि किसी भी कंपनी में कंपनी सेक्रेटरी का पद एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण और ज़िम्मेदार पद होता है और यह पद प्राप्त करने के लिए अत्यंत मेहनत भी करनी होती है। यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको कंपनी सेक्रेटरी बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त होंगी, जैसे कि कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है, कंपनी सेक्रेटरी कैसे बनें, कंपनी सेक्रेटरी के आधिकारिक काम/ सैलरी/ करियर विकल्प आदि। अतः आइये जानते हैं कि कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है और Company Secretary कैसे बनें।

कंपनी सेक्रेटरी का क्या काम होता है

किसी भी कंपनी में एक कंपनी सेक्रेटरी मुख्यतः निम्नलिखित आधिकारिक कार्य करता है:-

  • कंपनी में भारत के विभिन्न विधि कानूनों (कराधान कानून, श्रम कानून, प्रदूषण नियंत्रण नियम आदि) का अनुपालन कराना।
  • कंपनी के निदेशकों और बोर्ड को विभिन्न कानूनों से सम्बंधित जानकारी देना।
  • कंपनी के निदेशकों द्वारा बनाये गए विभिन्न नियमों, निर्णयों और प्रशासनिक कार्यों को सुचारु रूप से लागू कराना।
  • कंपनी के विभिन्न रिकॉर्ड का रखरखाव।
  • कंपनी के शेयरधारकों से कंपनी की विभिन्न जानकारियों/ नियमों / निर्णयों से सम्बंधित बातचीत / सलाह करना; आदि।

कंपनी सेक्रेटरी बनने की योग्यता क्या है

  • भारत में कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स बारहवीं कक्षा के बाद या स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री के बाद किया जा सकता है।
  • यह कोर्स फाइन आर्ट्स के अलावा किसी भी विषय से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण या ग्रेजुएट (स्नातक) अभ्यर्थी कर सकते हैं।
  • कंपनी सेक्रेटरी के कोर्स में फाउंडेशन कोर्स, एग्जीक्यूटिव कोर्स, प्रोफ़ेशनल कोर्स नामक कुल तीन चरण होते हैं।
  • 12वीं कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को कंपनी सेक्रेटरी कोर्स के उपरोक्त तीनों चरण उत्तीर्ण करने होते हैं।
  • स्नातक (ग्रेजुएट) अभ्यर्थियों को फाउंडेशन कोर्स से छूट दी जाती है और वह केवल एग्जीक्यूटिव कोर्स और प्रोफ़ेशनल कोर्स को उत्तीर्ण करके कंपनी सेक्रेटरी बन सकते हैं।

वैसे तो कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए फाइन आर्ट्स को छोड़ कर किसी भी विषय से 12वीं कक्षा/ ग्रेजुएशन डिग्री उत्तीर्ण छात्र योग्य होते हैं, परन्तु इस कोर्स का पाठ्यक्रम कॉमर्स विषय से मिलता-जुलता होने के कारण कॉमर्स के छात्रों में यह कोर्स करने का रुझान अधिक देखा जा सकता है।

कंपनी सेक्रेटरी कैसे बनें

कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए अभ्यर्थियों को “इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया (ICSI)” द्वारा आयोजित किये जाने वाले निम्नलिखित तीन कोर्सों / चरणों को उत्तीर्ण करना होता है:-

  • फाउंडेशन प्रोग्राम (केवल 12वीं कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए)
  • एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम (फाउंडेशन प्रोग्राम या ग्रेजुएशन डिग्री उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए)
  • प्रोफ़ेशनल प्रोग्राम (एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए)

कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स के लिए आवेदन करने हेतू आप ICSI की वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भारत में CS कोर्स के लिए अभ्यर्थी कभी भी आवेदन कर सकते हैं परन्तु इस कोर्स की परीक्षा साल में 2 बार ही आयोजित की जाती है, जो मुख्यतः प्रत्येक वर्ष जून और दिसम्बर में आयोजित की जाती है।

कंपनी सेक्रेटरी कोर्स कितने साल का होता है

भारत में यदि अभ्यर्थी 12वीं कक्षा के बाद कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करना चाहते हैं तो यह कोर्स कुल 3 वर्ष की अवधि का होता है।

कंपनी सेक्रेटरी कोर्स के विषय क्या होते हैं

कंपनी सेक्रेटरी कोर्स में मुख्यतः निम्नलिखित विषयों की परीक्षाएं होती हैं:-

फाउंडेशन कोर्स

  • Business Environment and Law
  • Business Management, Ethics and Entrepreneurship
  • Business Economics
  • Fundamentals of Accounting and Auditing

एग्जीक्यूटिव कोर्स

  • Jurisprudence, Interpretation and General Laws
  • Company Law
  • Setting up of Business Entities and Closure
  • Tax Laws
  • Corporate and Management Accounting
  • Securities Laws and Capital Markets
  • Economic, Commercial and Business Laws
  • Financial and Strategic Management

प्रोफ़ेशनल कोर्स

  • Advanced Company Law and Practice
  • Secretarial Audit, Compliance Management and Due Diligence
  • Corporate Restructuring, Valuation and Insolvency
  • Information Technology and Systems Audit
  • Financial, Treasury and Forex Management
  • Ethics, Governance and Sustainability
  • Advanced Tax Laws and Practice
  • Drafting, Appearances and Pleadings
  • 1 Elective Subject

कंपनी सेक्रेटरी के लिए करियर विकल्प

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कंपनी सेक्रेटरी (CS) का कोर्स सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के उपरान्त अभ्यर्थी निम्नलिखित विशेषज्ञ के रूप में निजी प्रैक्टिस (स्वतंत्र रूप से कार्य) कर सकते हैं:-

  • कराधान विशेषज्ञ
  • कॉर्पोरेट कानून विशेषज्ञ
  • शेयर और पूंजी बाज़ार विशषज्ञ
  • कॉर्पोरेट योजनाकार और रणनीतिक प्रबंधक
  • कंपनी का नियामक अनुपालन विशषज्ञ; आदि

यदि नौकरी की बात की जाए तो एक कंपनी सेक्रेटरी निम्न कारणों से भारत की अधिकतर सरकारी या निजी कंपनियों में नौकरी प्राप्त कर सकता है:-

  • 5 करोड़ रूपये या इससे अधिक प्रदत्त शेयर पूंजी वाली कंपनियों को पूर्णकालिक कंपनी सेक्रेटरी की नियुक्ति अनिवार्य होती है।
  • स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने की इच्छा रखने वाली सभी भारतीय कंपनियों को भी एक पूर्णकालिक कंपनी सेक्रेटरी नियुक्त करना अनिवार्य होता है।
  • 10 लाख रूपये से लेकर 5 करोड़ रूपये तक की प्रदत्त शेयर पूंजी वाली कंपनियों को किसी निजी प्रैक्टिस करने वाले कंपनी सेक्रेटरी की सेवाएं लेना अनिवार्य होता है।

कंपनी सेक्रेटरी कोर्स की मान्यता क्या है

भारत में कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स को UGC द्वारा स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) डिग्री के समकक्ष माना जाता है। अतः कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स करने के बाद इच्छुक अभ्यर्थी कॉमर्स या संबद्धित विषय में Ph.D में दाखिला ले सकते हैं।

कंपनी सेक्रेटरी की सैलरी कितनी होती है

भारत में यदि आप किसी कंपनी में कंपनी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्त होते हैं तो आपकी सैलरी मुख्यतः सम्बंधित कंपनी के वेतनमान और आपके अनुभव पर निर्भर करती है। परन्तु यदि आप किसी बड़ी कंपनी में प्रथम नियुक्ति प्राप्त करते हैं तो आपका शुरुआती वेतन 40-50 हजार रूपये प्रति माह तक हो सकता है। अन्यथा किसी भी कंपनी में एक कंपनी सेक्रेटरी का शुरुआती वेतन 20 हजार रूपये प्रति माह से लेकर 30 हजार रूपये प्रति माह तक हो सकता है, जो समय और अनुभव के साथ-साथ बढ़ता रहता है।

यदि एक कंपनी सेक्रेटरी नौकरी ना करके स्वतंत्र रूप से निजी प्रैक्टिस करना चाहता है तो उसकी सैलरी या कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि वह एक समय पर कितनी कंपनियों को अपनी सेवाएं दे रहा है। भारत में निजी प्रैक्टिस करने वाले अनेक कंपनी सेक्रेटरी महीने के लाखों रूपये भी कमा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कैसे बनें ?

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से हमने आपको भारत में कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary) बनने से सम्बंधित विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। अतः यदि आप एक कंपनी सेक्रेटरी (CS) बनना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यतानुसार कंपनी सेक्रेटरी बन सकते हैं और इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में मौजूद कैरियर, शिक्षा और रोज़गार के विभिन्न विकल्पों की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या भारत में कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स को डिप्लोमा या डिग्री के समकक्ष कोर्स माना जाता है?
उत्तर: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग या यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) के मानकों के अनुसार भारत में “इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया (ICSI)” के कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स को पोस्ट-ग्रेजुएशन या स्नातकोत्तर डिग्री के समकक्ष माना जाता है।

प्रश्न 2: कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
उत्तर:
भारत में फाइन आर्ट्स विषय को छोड़ कर किसी भी अन्य विषय से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र कंपनी सेक्रेटरी कोर्स में एडमिशन ले सकता है।

प्रश्न 3: क्या कंपनी सेक्रेट्री (CS) कोर्स पत्राचार या कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से किया जा सकता है?
उत्तर: भारत में कंपनी सेक्रेट्री (CS) कोर्स केवल पत्राचार या कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से ही किया जा सकता है और इस कोर्स को नियमित रूप से या क्लासरूम माध्यम से कराने के लिए कोई संस्थान नहीं है। अतः भारत में कंपनी सेक्रेट्री (CS) कोर्स केवल “इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया (ICSI)” द्वारा पत्राचार के माध्यम से ही कराया जाता है। परन्तु अभ्यर्थियों के समक्ष समय-समय पर क्लासरूम कोचिंग लेने का विकल्प उपलब्ध है।

प्रश्न 4: भारत में कंपनी सेक्रेट्री (CS) कोर्स कौनसे कॉलेज से किया जा सकता है?
उत्तर: भारत में कंपनी सेक्रेट्री (CS) कोर्स किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज से नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह कोर्स कराने के लिए केवल “इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ़ इंडिया (ICSI)” ही अधिकृत है।

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