यदि आप भारत में किराने की दुकान खोलना चाहते हैं या किराने का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको नया किराना स्टोर या नई किराने की दुकान खोलने से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी, जैसे कि किराने की दुकान क्या होती है, किराने की दुकान खोलने में कितना खर्च आता है, किराना स्टोर खोलने के फायदे एवं नुक्सान, किराना स्टोर कैसे और कहाँ खोलें, किराने की दुकान से पैसे कैसे कमाएं, आदि। अतः आइये जानते हैं कि किराने की दुकान कैसे खोलें।
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किराने की दुकान क्या होती है
किराना स्टोर या किराने की दुकान एक ऐसी दुकान होती है जहाँ से आप अपनी दैनिक ज़रूरत या रोज़ाना इस्तेमाल की वस्तुएं, जैसे कि दाल, चावल, गेहूँ, साबुन, शैम्पू, मसाले आदि खरीद सकते हैं। किराने की दुकान को राशन की दुकान या किराना स्टोर भी कहा जा सकता है और किराने की दुकान को अंग्रेजी भाषा में ग्रोसरी स्टोर (Grocery Store) कहा जाता है।
किराने का बिज़नेस क्यों करें
यदि आप यह सोच रहे हैं कि आपको किराना स्टोर या किराने की दुकान क्यों खोलनी चाहिए तो आपको बता दें कि किराने का बिज़नेस एक लाभ का बिज़नेस माना जाता है और यदि आपकी दुकान पर नियमित ग्राहक मौजूद हैं या आपकी दुकान किसी आवासीय क्षेत्र के आसपास है और आपका पूरा सामान समय पर बिक जाता है तो इस बिज़नेस में वित्तीय लाभ होना लगभग निश्चित होता है।
किराने के बिज़नेस के फायदे और नुक्सान
भारत में प्रत्येक बिज़नेस की तरह ही किराने के बिज़नेस के भी अपने कुछ फायदे और नुक्सान है, जो निम्नलिखित हैं:-
लाभ
- दैनिक ग्राहकों की आसान पहुँच के कारण सामान बेचने के लिए अधिक मेहनत की आवश्यकता ना होना;
- दैनिक बिक्री के कारण सामान को अधिक समय तक स्टॉक में रखने की ज़िम्मेदारी का ना होना;
- महामारी या अन्य प्राकृतिक आपदाओं में भी चलने वाला बिज़नेस;
- पैसों का आसान भुगतान प्रवाह; आदि।
हानि
- खाने-पीने की चीज़ें होने के कारण सामान जल्दी खराब होने का खतरा;
- शुरुआत में बड़े पूंजी निवेश की जरूरत होने की संभावना; आदि।
किराने की दुकान कैसे खोलें

किराने का बिज़नेस करने की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि किराने की दुकान कैसे खोलें। यहाँ पर आपको अपने इस सवाल से सम्बंधित पूरी जानकारी मिलेगी, जैसे कि किराने का बिज़नेस शुरू करने के लिए नई दुकान खोलने से पहले कौनसी बातों का ध्यान रखें, आदि। अतः आइये जानते हैं कि किराने की दुकान कैसे खोलें।
दुकान के स्थान का चुनाव
किराने के बिज़नेस के लिए नई दुकान खोलने के लिए आपको ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जिसके आसपास कोई आवासीय क्षेत्र हो और ग्राहकों की मांग के अनुसार किराने की दुकानें अपेक्षाकृत कम हों। ऐसा करने से आप शुरुआती प्रतिस्पर्धा से बच सकते हैं। यदि ऐसे स्थान की उपलब्धता ना हो तो आपको अपने बिज़नेस के लिए ऐसे स्थान की तलाश करनी चाहिए जहाँ पर किराने के सामान या राशन आदि की मांग अधिक से अधिक हो।
शुरुआती निवेश की जानकारी
किसी भी नए बिज़नेस की तरह ही किराने का बिज़नेस शुरू करने से पहले भी आपको शुरुआती निवेश की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। यदि आपको यह पता होगा कि आपको कितना निवेश करना है तो आप अपने बजट के अनुसार किसी बैंक आदि से ऋण (loan) के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
सभी लाइसेंस और पंजीकरण, आदि
एक नई किराने की दुकान खोलने से पहले आपको निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण करा लेने चाहिए:-
- नई फर्म के रूप में पंजीकरण;
- सम्बंधित राज्य के दुकान अधिनियम (Shop Act) के अनुसार पंजीकरण;
- सम्बंधित राज्य के खाद्य और आपूर्ति विभाग में पंजीकरण/ लाइसेंस;
- GST नंबर; आदि।
किराने के सामान की सूची
किराने का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको किराने के सामान की सूची भी तैयार कर लेनी चाहिए; जो आपको शुरुआत में ही अपनी दुकान में उपलब्ध कराना होगा।
ग्राहकों की आवश्यकताओं की समझ
आपको अपने बिज़नेस के क्षेत्र के अनुसार अपने ग्राहकों की मांग और आवश्यकताओं को समझते हुए भी अपनी दुकान में सामान की उपलब्धता करानी होगी। अतः अपने ग्राहकों की मांग और आवश्यकताओं को समझने की भी ज़रूरत होती है।
प्रतियोगियों पर ध्यान
किसी भी बिज़नेस की तरह ही किराने के बिज़नेस में भी अपने प्रतियोगियों पर ध्यान रखने की आवश्यकता है, अर्थात आपको यह ध्यान रखना होगा कि आपके प्रतियोगी किराने की दुकान वाले ग्राहकों की मांग के अनुसार आपसे अधिक सामान की उपलब्धता तो नहीं रखते हैं। ऐसा होने पर आपको ग्राहकों का नुक्सान हो सकता है। अतः अपने प्रतिगियों पर नज़र अवश्य बनाये रखें।
ज़माने के साथ चलना
आप किराने का छोटा बिज़नेस ही क्यों ना कर रहे हों, परन्तु इसमें भी सफल होने के लिए आपको ज़माने के साथ चलना होगा। ज़माने के साथ चलने का तात्पर्य यह है कि आपको मुफ्त होम डिलीवरी, ऑनलाइन पेमेंट के विकल्प आदि सुविधाएं भी अपने ग्राहकों को देनी हो सकती हैं।
किराना स्टोर खोलने का खर्च और ऋण सुविधा

जहाँ तक किराने की दुकान खोलने के लिए होने वाले खर्च या शुरुआती निवेश का सवाल है तो यह बहुत से कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि क्या आपकी अपनी दुकान है या आप दुकान किराये पर लेना चाहते हैं, यदि किराये पर लेना चाहते हैं तो सम्बंधित क्षेत्र का मासिक किराया कितना है, आप किस स्तर की या कितनी बड़ी दुकान खोलना चाहते हैं, दुकान में कितना सामान रखना चाहते हैं, क्या दुकान के साथ-साथ किराने का सामान स्टॉक या जमा करने के लिए कोई गोदाम भी लेना चाहते हैं और आप अपनी दुकान की सजावट और बिल काउंटर किस आधार पर बनाना चाहते हैं, आदि।
अर्थात किराने की दुकान खोलने के लिए शुरुआती निवेश अनेक कारकों पर निर्भर करता है और इसकी कोई सीमा नहीं है। परन्तु यदि अंदाज़े की बात की जाए तो छोटी किराने की दुकान 3 से 5 लाख रूपये के शुरुआती निवेश में और बड़े स्तर की दुकान 25 से 30 लाख रूपये के शुरुआती निवेश में खोली जा सकती है। परन्तु जैसा कि हमने ऊपर बताया कि यह बहुत से कारणों पर निर्भर करता है तो आप अपनी आवश्यकताओं और दुकान के स्थान और स्तर के आधार पर अपना बजट जाँच सकते हैं।
जहाँ तक किराने की दुकान खोलने के लिए ऋण या loan लेने का सवाल है तो आप भारत के किसी भी बैंक या मान्यता प्राप्त और पंजीकृत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी से लघु उद्योग चलाने हेतू ऋण (loan) के लिए आवेदन कर सकते हैं और यदि सम्बंधित बैंक या वित्तीय कंपनी आपको नियमानुसार ऋण के योग्य समझेगी तो आपको सम्बंधित नियम और शर्तों के अनुसार loan या ऋण प्रदान कर सकती है। आप अपनी योग्यता जाँचने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों के साथ अपनी निकटतम बैंक शाखा से संपर्क कर सकते हैं:-
- अपने बिज़नेस से सम्बंधित सभी लाइसेंस/ पंजीकरण प्रमाण पत्र;
- अपने बैंक खातों की सूची और उनकी स्टेटमेंट;
- पिछले 3 वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न;
- पैन कार्ड;
- आधार कार्ड;
- अपने बिज़नेस प्लान की योजना एवं अपेक्षित निवेश; आदि।
भारत में लघु उद्योग या छोटा बिज़नेस शुरू करने के लिए उपलब्ध विभिन्न ऋण (loan) स्कीमों की जानकारी के लिए आप “लघु उद्योग के लिए ऋण कैसे लें” पढ़ सकते हैं।
किराने की दुकान से पैसे कैसे कमाएं
किसी भी बिज़नेस की तरह ही किराने के बिज़नेस में भी पैसे कमाने का एक ही नियम है, अधिक से अधिक ग्राहक और अधिक से अधिक बिक्री। अतः आपको अपने किराने का बिज़नेस सफल करने के लिए अधिक से अधिक ग्राहकों को आपकी दूकान तक पहुँच और आपकी अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुँच सुनिश्चित करनी होगी। किराने जैसे बिज़नेस में यह काम अधिक कठिन भी नहीं होता है क्योंकि किराना स्टोर में अधिकतर सामान दैनिक इस्तेमाल का ही मिलता है और ग्राहक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार स्वयं ही किराने की दुकान तक जाते हैं या फ़ोन द्वारा या ऑनलाइन सामान होम डिलीवरी के माध्यम से अपने घर तह मंगाते हैं।
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निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको किराना स्टोर खोलने या किराने का बिज़नेस करने से सम्बंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त हुई है, जैसे कि किराने की दुकान क्या होती है, किराने का बिज़नेस क्यों करें, किराने के बिज़नेस के फायदे और नुक्सान, किराने की दुकान कैसे खोलें, किराना स्टोर खोलने का खर्च और ऋण सुविधा, किराने की दुकान से पैसे कैसे कमाएं, आदि।
अतः यदि आप भी किराने का बिज़नेस करना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर किराने की दूकान खोलने के अपने निर्णय पर आगे बढ़ सकते हैं।
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