Railway me Driver kaise bane

भारतीय रेलवे नेटवर्क विश्व का चौथे नंबर का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और इतना बड़ा नेटवर्क होने के कारण इसमें नौकरियों की भी अत्यधिक संभावनाएं मौजूद हैं। चूँकि भारतीय रेलवे विभाग भारत सरकार के रेल मंत्रालय के अधीन एक सरकारी विभाग है, अतः रेलवे विभाग में नियुक्त किये जाने वाले अधिकतम अधिकारी और कर्मचारी केंद्र सरकार के अधिकारी/ कर्मचारी होते हैं। यदि आपने सम्बंधित आई.टी.आई. कोर्स उत्तीर्ण किया हुआ है तो आप भारतीय रेलवे विभाग में ड्राइवर या असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर आवेदन कर सकते हैं। आई.टी.आई. उत्तीर्ण अभ्यर्थी रेलवे विभाग में ही तकनीशियन के पद पर भी आवेदन कर सकते हैं और रेलवे में ड्राइवर / असिस्टेंट लोको पायलट और तकनीशियन के पदों पर नियुक्ति के लिए रेलवे विभाग द्वारा एक ही संयुक्त परीक्षा आयोजित की जाती है। यदि आप भी भारतीय रेलवे विभाग में ड्राइवर (असिस्टेंट लोको पायलट) या तकनीशियन के पद पर नियुक्त होना चाहते हैं तो सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि Railway में Driver (असिस्टेंट लोको पायलट) कैसे बनें?

रेलवे में ड्राइवर (असिस्टेंट लोको पायलट) बनने की योग्यता क्या है

रेलवे में ड्राइवर बनने की योग्यता बताने से पहले हम आपको यह बता दें कि रेलवे ड्राइवर को लोको पायलट कहा जाता है और शुरुआत में एक रेलवे ड्राइवर की नियुक्ति सहायक लोको पायलट (Assistant Loco Pilot) के पद पर की जाती है। भारतीय रेलवे विभाग में असिस्टेंट लोको पायलट बनने की योग्यता निम्नलिखित है:-

शैक्षिक योग्यता

  • भारत के किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण; और
  • आर्मेचर और कॉइल वाइन्डर / इलेक्ट्रीशियन / इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक / फिटर / हीट इंजन / इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक / मशीनिस्ट / मैकेनिक डीजल / मैकेनिक मोटर व्हीकल / मिलराइट मेंटेनेंस मैकेनिक / मैकेनिक रेडियो और टीवी / रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग मैकेनिक / ट्रैक्टर मैकेनिक / टर्नर / वायरमैन में से किसी एक ट्रेड में ITI कोर्स उत्तीर्ण।

या

  • मैकेनिकल / इलेक्ट्रिकल / इलेक्ट्रॉनिक्स/ ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में से किसी एक ट्रेड में भारत के किसी मान्यता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थान से 3-वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स।

या

  • मैकेनिकल / इलेक्ट्रिकल / इलेक्ट्रॉनिक्स/ ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में से किसी एक ट्रेड में 4-वर्षीय इंजीनियरिंग डिग्री (B.E./ B.Tech) कोर्स।

आयु सीमा

  • आवेदक की आयु 18 वर्ष से 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाती है।

Railway में Driver (असिस्टेंट लोको पायलट) कैसे बनें

रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर नियुक्ति के लिए 2 चरणों में कंप्यूटर पर लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है और इसके बाद कंप्यूटर पर ही एक एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन किया जाता है। उपरोक्त सभी चरणों की परीक्षाओं का पैटर्न (प्रारूप) इस प्रकार होता है:-

चरण-1 (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट-1)

प्रथम चरण के कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT-1) में निम्नलिखित विषयों की परीक्षा ली जाती है:-

  • गणित (Maths)
  • जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग (General Intelligence and Reasoning)
  • सामान्य विज्ञान (General Science)
  • सामान्य जागरूकता (Current Affairs)

यह परीक्षा कुल 1 घंटे की अवधि की होती है और इसमें कुल 75 प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं और एक गलत उत्तर देने पर 1/3 (एक-तिहाई) अंक काट लिया जाता है।

चरण-2 (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट-2)

इस परीक्षा के पहले चरण को उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को दूसरे चरण के लिए बुलाया जाता है और दूसरे चरण की परीक्षा में निम्नलिखित 2 भाग ( भाग-A और भाग-B) होते हैं:-

भाग-A:

  • गणित (Maths)
  • जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग (General Intelligence and Reasoning)
  • सामान्य विज्ञान (General Science)
  • सामान्य जागरूकता (Current Affairs)

भाग-B:

  • ITI / इंजीनियरिंग डिप्लोमा या डिग्री के विषयों से सम्बंधित प्रश्न

उपरोक्त लिखित भाग-A में कुल 90 मिनट की समयावधि में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं और भाग-B में कुल 60 मिनट की अवधि में 75 प्रश्न पूछे जाते हैं।

कंप्यूटर बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट

भारतीय रेलवे विभाग में ड्राइवर या असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा का तीसरा चरण कंप्यूटर बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट का होता है और इस परीक्षा को बैटरी टेस्ट भी कहा जाता है।

रेलवे विभाग में ड्राइवर या असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर अंतिम चयन दूसरे चरण के भाग-A के प्राप्तांकों और कंप्यूटर बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट के प्राप्तांकों के आधार पर होता है। अन्य सभी टेस्ट केवल योग्यता परीक्षाएं होती है जिनमें केवल न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त करने होते हैं और इनके प्राप्तांक अंतिम चयन सूची बनाने के लिए नहीं जोड़े जाते हैं।

Railway के Driver (असिस्टेंट लोको पायलट) की salary कितनी होती है

Railway के Driver (असिस्टेंट लोको पायलट) को सातवें वेतन आयोग के लेवल-2 के अनुसार वेतन मिलता है। अर्थात रेलवे के एक नवनियुक्त सहायक लोको पायलट को प्रत्येक माह 19900/- रूपये का मूल वेतन और अन्य सभी देय भत्ते मिलते हैं।

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निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से हमने आपको भारतीय रेलवे विभाग में ड्राइवर या असिस्टेंट लोको पायलट बनने की योग्यता और प्रक्रिया से अवगत कराया है। अतः यदि आप Railway में Driver बनना चाहते हैं और इसके लिए योग्यता रखते हैं तो आप रेलवे विभाग द्वारा विज्ञापित करने के उपरान्त इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं और सम्बंधित नियुक्ति प्रक्रिया उत्तीर्ण करके रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। भारतीय रेलवे विभाग में अन्य पदों पर नियुक्ति से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “रेलवे में नौकरी कैसे पाएं” पढ़ सकते हैं।

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