12th commerce ke baad top 10 course

यदि आप कॉमर्स के विषयों सहित 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं या 12th कक्षा उत्तीर्ण कर ली है और आप 12th कॉमर्स के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्प जानना चाहते हैं तो आपको यहाँ पर इस से सम्बंधित पूरी जानकारी मिलेगी। इस लेख के माध्यम से हम 12th कॉमर्स के बाद भारत में मौजूद 10 बेहतरीन कोर्स विकल्पों के बारे में जानेंगे। अतः आइये 12th कॉमर्स के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्पों के बारे में जानते हैं।

12th कॉमर्स के बाद टॉप 10 कोर्स

भारत में 12th कॉमर्स के बाद ग्रेजुएशन (स्नातक) कोर्सों के निम्नलिखित बेहतरीन कोर्स विकल्प मौजूद हैं:

  • B.Com (बी.कॉम)
  • BBA (बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन)
  • CA (चार्टर्ड एकाउंटेंसी)
  • CS (कंपनी सेक्रेटरी) कोर्स
  • इंटीग्रेटिड LLB
  • BHM (बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट)
  • बैचलर ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन
  • BCA (बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एपलिकेशंस)
  • बैचलर ऑफ़ इकोनॉमिक्स (B.E.)
  • बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (B.Des)

अब हम उपरोक्त सभी 10 स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्सों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

B.Com (बी.कॉम)

B.Com (बी.कॉम) एक 3-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स है, जिसमें कॉमर्स संकाय के विषयों की पढ़ाई होती है। बी.कॉम कोर्स स्वयं में ही एक नौकरी उन्मुख कोर्स है और B.Com कोर्स करने के बाद ही आप सीधा नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। चूँकि B.Com एक स्नातक डिग्री कोर्स है, अतः आप B.Com करने के बाद उन सभी सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं जिनकी योग्यता ग्रेजुएशन होती है। इसके साथ ही B.Com डिग्री धारक कुछ निजी/ प्राइवेट कंपनियों के एकाउंट्स विभाग में भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। परन्तु निजी क्षेत्र में एक अच्छी और उच्च वेतन वाली नौकरी पाने के लिए अभ्यर्थियों को B.Com के बाद कोई विशिष्ट स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स अवश्य करना चाहिए।

BBA (बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन)

कॉमर्स छात्रों के लिए 3-वर्षीय BBA कोर्स एक बेहतरीन ग्रेजुएशन कोर्स का विकल्प है। इसका एक कारण यह है कि BBA में पढ़ाये जाने वाले अधिकांश विषय कॉमर्स विषयों से मिलते- जुलते होते हैं और कॉमर्स से 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्रों को BBA के विषय समझने में साइंस और आर्ट्स विषयों के छात्रों से अधिक आसानी होती है। इसका एक दूसरा कारण यह भी है कि BBA कोर्स एक नौकरी उन्मुख कोर्स भी है और उच्च शिक्षा में MBA करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए एक समानांतर बुनियादी कोर्स भी है।

अतः बीबीए उन सभी कॉमर्स (वाणिज्य) छात्रों के लिए सर्वोत्तम उपलब्ध स्नातक पाठ्यक्रमों में से एक है जो बी.कॉम आदि साधारण स्नातक की पढ़ाई ना करके कोई पेशेवर कोर्स करना चाहते हैं। BBA से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारा लेख “B.B.A. क्या है और BBA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

CA (चार्टर्ड एकाउंटेंसी)

कॉमर्स से 12वीं कक्षा के छात्रों की एक बड़ी प्रतिशत संख्या 12th के बाद CA (चार्टर्ड एकाउंटेंसी) कोर्स करके चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहते हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) वह पेशेवर होते हैं जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं, जैसे कि किसी इकाई (कंपनी/ फर्म/ व्यवसाय/ सरकार) के वित्त का प्रबंधन करना, वित्तीय सलाह प्रदान करना और उनके धन प्रबंधन में मदद करना आदि। CA के पेशे में एक बेहतरीन बात यह है कि वह एक समय में उपरोक्त सभी कार्य एक साथ कई कंपनियों के लिए कर सकते हैं। अतः एक CA किसी एक इकाई के लिए कार्य ना करके एक साथ कई इकाइयों को वित्त और वित्तीय सलाह से सम्बंधित सेवाएं प्रदान कर सकता है। इन सभी कारणों से अधिकांश कॉमर्स छात्र CA बनने का सपना देखते हैं।

परन्तु यहाँ पर यह जानना अति आवश्यक है कि CA (चार्टर्ड एकाउंटेंसी) के कोर्स की पढ़ाई के लिए कोई कक्षाएं या कॉलेज नहीं होता हैं और यह कोर्स दूरस्थ शिक्षा या पत्राचार के माध्यम से ICAI (इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया) द्वारा कराया जाता है। CA कोर्स एक लम्बा और थोड़ा कठिन सफर है जो स्वयं अध्ययन से ही उत्तीर्ण करना होता है। यही कारण है कि CA कोर्स बहुत से छात्र बीच में ही छोड़ देते हैं। अतः CA कोर्स की पढ़ाई आरम्भ करने से पहले उसकी पूरी जानकारी और दृढ़ संकल्प अति आवश्यक है। यदि आप भी CA कोर्स और CA बनने से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारा लेख “CA कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

CS (कंपनी सेक्रेटरी) कोर्स

कंपनी सेक्रेटरी (CS) कोर्स भी भारत में कॉमर्स छात्रों के समक्ष लोकप्रिय कोर्स है। किसी भी कंपनी के ठीक से काम करने के लिए एक कंपनी सेक्रेटरी की आवश्यकता होती है। और कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) बनने के लिए, कंपनी सेक्रेटरीशिप कोर्स करने की आवश्यकता होती है। ICSI (इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया) वह संस्थान है कंपनी सेक्रेटरी कोर्स का पाठ्यक्रम और परीक्षाएं आयोजित करता है। CS कोर्स भी CA कोर्स की तरह ही एक लम्बा और पत्राचार के माध्यम से किया जाने वाला एक कोर्स है। अतः CS कोर्स आरम्भ करने से पहले आपको इसकी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। कंपनी सेक्रेटरी (CS) भी चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की भांति ही एक उच्च कोटि का और उच्च वेतन प्राप्त करने वाला करियर विकल्प माना जाता है।

इंटीग्रेटिड LLB

वकील बनने की इच्छा रखने वाले कॉमर्स छात्रों के समक्ष 12वीं कक्षा के बाद सीधा 5 वर्षीय इंटीग्रेटिड B.Com-LLB या BA-LLB कोर्स करने का विकल्प भी मौजूद है। इंटीग्रेटिड B.Com-LLB या BA-LLB करने का एक लाभ यह भी होता है कि इसमें आपको 5 वर्षों में ही BA/ B.Com और LLB दोनों कोर्स पूर्ण हो जाते हैं, जो अलग-अलग करने पर 6 वर्षों में पूर्ण होते है। LLB कोर्स और वकील बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “LLB क्या है और वकील कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

BHM (बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट)

साइंस और आर्ट्स विषयों से 12वीं करने वाले छात्रों के समान ही कॉमर्स विषयों से 12वीं करने वाले छात्रों के समक्ष भी 3 वर्षीय BHM (बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट) कोर्स का विकल्प उपलब्ध है। भारत के कुछ संस्थानों में होटल मैनेजमेंट के स्नातक कोर्स को B.Sc. (हॉस्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन) या संक्षिप्त में B.Sc. (HHA) भी कहा जाता है। होटल मैनेजमेंट कोर्स भी एक नौकरी उन्मुख कोर्स है और 3 वर्षीय होटल मैनेजमेंट के किसी भी स्नातक कोर्स को उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी सीधा ही होटल या टूरिज्म इंडस्ट्री में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। होटल मैनेजमेंट से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “होटल मैनेजमेंट कोर्स क्या है” पढ़ सकते हैं।

बैचलर ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन

वैसे तो “बैचलर ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन” या पत्रकारिता के ग्रेजुएशन कोर्स में किसी भी विषय से 12th उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्रवेश पा सकता है। परन्तु पत्रकारिता के क्षेत्र में भविष्य बनाने की इच्छा रखने वाले कॉमर्स छात्रों के लिए जर्नलिज़्म या मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन करने का एक अच्छा विकल्प है। पत्रकारिता और पत्रकार बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी आप “पत्रकार कैसे बनें” पढ़ कर पा सकते हैं।

BCA (बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एपलिकेशंस)

कंप्यूटर या सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के इच्छुक छात्र 12th के बाद 3-वर्षीय BCA कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। BCA कोर्स में भी साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स विषयों में से किसी भी विषय से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र आवेदन कर सकते हैं। परन्तु भारत के कुछ विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान BCA में प्रवेश देने के लिए 12वीं कक्षा में गणित की अनिवार्यता रखते हैं और कुछ नहीं रखते हैं। अतः यदि आपके पास 12वीं कक्षा में गणित विषय नहीं था तो आप किसी भी विश्वविद्यालय के BCA कोर्स में आवेदन करने से पहले अपनी योग्यता अवश्य जांच लें। BCA से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “BCA क्या है” पढ़ सकते हैं।

बैचलर ऑफ़ इकोनॉमिक्स (B.E.)

बैचलर ऑफ़ इकोनॉमिक्स (B.E.) कोर्स भी B.Com की ही भांति एक 3 वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स होता है परन्तु इसमें इकोनॉमिक्स या अर्थशास्त्र विषय पर अधिक ध्यान दिया जाता है। अतः इकोनॉमिक्स या अर्थशास्त्र में रूचि रखने वाले छात्र बैचलर ऑफ़ इकोनॉमिक्स (B.E.) में भी प्रवेश ले सकते हैं।

बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (B.Des)

12th कॉमर्स के बाद स्नातक कोर्स विकल्पों में से फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन करना भी एक अच्छा विकल्प है। फैशन डिजाइनिंग के ग्रेजुएशन (स्नातक) कोर्स को B.Des (बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन) कहा जाता है और यह एक 4-वर्षीय कोर्स होता है। B.Des. कोर्स में भी साइंस, आर्ट्स या कॉमर्स तीनों विषयों के छात्र प्रवेश ले सकते हैं। 4-वर्षीय B.Des कोर्स करने के बाद आप एक फैशन डिज़ाइनर बन सकते हैं या फैशन के क्षेत्र में अन्य करियर विकल्पों को चुन सकते हैं। फैशन डिज़ाइनर कोर्स और फैशन डिज़ाइनर बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “NIFT क्या है और फैशन डिज़ाइनर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

यह भी पढ़ें: 12th कॉमर्स के बाद टॉप 5 जॉब विकल्प

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से हमने आपको 12th कॉमर्स के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्पों के बारे में बताया है। आप अपनी योग्यता और भविष्य के संभावित करियर विकल्प के आधार पर उपरोक्त में से किसी एक या अन्य उपलब्ध स्नातक कोर्स विकल्पों में प्रवेश ले सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट shikshavyavsay.com पर भारत में मौजूद कैरियर, शिक्षा और रोज़गार के विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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