आर्किटेक्ट (Architect) वह पेशेवर व्यक्ति होते हैं जो किसी भी मकान, दुकान, शॉपिंग मॉल, वाणिज्यिक परिसर, कार्यालय या अन्य निर्माण स्थलों आदि के लिए डिज़ाइन या नक्शा आदि तैयार करते हैं। और आर्किटेक्ट बनने के लिए की जाने वाली पढ़ाई या कोर्स को आर्किटेक्चर (Architecture) कहा जाता है। भारत में आर्किटेक्चर की पढ़ाई के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में डिप्लोमा कोर्स से लेकर मास्टर ऑफ़ आर्किटेक्चर (M.Arch) और Ph.D कोर्स तक उपलब्ध हैं।
यहाँ पर इस लेख में आपको आर्किटेक्ट क्या होता है, आर्किटेक्चर कोर्स में एडमिशन कैसे लें, Architect कैसे बनें, आर्किटेक्चर कोर्स के लिए भारत के मुख्य कॉलेज, आर्किटेक्ट के मुख्य कार्य और करियर विकल्प आदि महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी। अतः आइये जानते हैं कि आर्किटेक्ट क्या होता है और Architect कैसे बनें ?
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आर्किटेक्ट क्या होता है
आर्किटेक्ट (Architect) वह पेशेवर व्यक्ति होते हैं जो अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुसार किसी मकान, दुकान, शॉपिंग मॉल, वाणिज्यिक परिसर, कार्यालय या अन्य निर्माण स्थलों आदि के लिए डिज़ाइन या नक्शा आदि तैयार करते हैं। यह काम आर्किटेक्ट अपनी तकनीकी जानकारियों और विश्लेषणात्मक कौशल के आधार पर आवश्यकतानुसार हाथ से या किसी सॉफ्टवेयर की मदद से करते हैं।
कोई भी डिज़ाइन या नक्शा तैयार करते समय एक आर्किटेक्ट सम्बंधित बिल्डिंग या निर्माण स्थल का स्थान, क्षेत्र और अन्य तकनीकी एवं गैर-तकनीकी आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर ही सम्बंधित नक्शा या डिज़ाइन तैयार करता है। और किसी भी नक्शे या डिज़ाइन को तैयार करने से पहले यदि एक आर्किटेक्ट को सम्बंधित निर्माण स्थल की सभी तकनीकी और गैर-तकनीकी आवश्यकताओं को समझना होता है तो ऐसा करने के लिए एक विशिष्ट पढ़ाई या कोर्स की आवश्यकता होती है, जिसको आर्किटेक्चर कोर्स कहा जाता है। अतः एक आर्किटेक्ट (Architect) बनने के लिए अभ्यर्थियों को आर्किटेक्चर (Architecture) कोर्स करने की आवश्यकता होती है।
भारत के विभिन्न आर्किटेक्चर कोर्स
भारत में एक आर्किटेक्ट बनने के लिए अभ्यर्थी निम्नलिखित आर्किटेक्चर कोर्स कर सकते हैं:-
आर्किटेक्चर कोर्स | अवधि | शिक्षण संस्थान | शैक्षिक योग्यता |
आर्किटेक्चर में डिप्लोमा | 3 वर्ष | पॉलिटेक्निक संस्थान | 10वीं |
बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर (B. Arch) | 5 वर्ष | इंजीनियरिंग / आर्किटेक्चर कॉलेज | 12वीं (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) |
मास्टर ऑफ़ आर्किटेक्चर (M. Arch) | 2 वर्ष | इंजीनियरिंग / आर्किटेक्चर कॉलेज | B. Arch |
Ph.D | 4 वर्ष | सम्बंधित विश्वविद्यालय (यूनिवर्सिटी) | M. Arch |
उपरोक्त लिखित किसी भी आर्किटेक्चर कोर्स में आप अपनी योग्यता के आधार पर एडमिशन लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उपरोक्त लिखित किसी भी कोर्स के लिए लिखी गयी शैक्षिक योग्यता आपको सम्बंधित कोर्स / शिक्षण संस्थान में एडमिशन लेने के लिए निर्धारित किये गए न्यूनतम अंकों सहित उत्तीर्ण करनी आवश्यक होती है।
आर्किटेक्चर कोर्स में एडमिशन कैसे लें
3-वर्षीय आर्किटेक्चर डिप्लोमा कोर्स
भारत में 3-वर्षीय आर्किटेक्चर डिप्लोमा कोर्स मुख्यतः पॉलिटेक्निक शिक्षण संस्थानों में कराये जाते हैं, जो सम्बंधित राज्य सरकार के अधीन होते हैं। सभी राज्यों में कुछ प्राइवेट पॉलिटेक्निक संस्थान भी होते हैं जहाँ पर आर्किटेक्चर डिप्लोमा कोर्स कराया जाता है। भारत के किसी भी राज्य के पॉलिटेक्निक संस्थान में आर्किटेक्चर डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने हेतू अभ्यर्थियों को सम्बंधित राज्य द्वारा आयोजित की जाने वाली पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है।
B.Arch
B.Arch कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आप निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से सम्बंधित कॉलेज / संस्थान में एडमिशन ले सकते हैं:-
प्रवेश परीक्षा | मुख्य कॉलेज / संस्थान |
JEE Main (पेपर-2) + AAT (आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड टेस्ट) | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) |
JEE Main (पेपर-2) | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NIT) |
NATA (नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर) | स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) |
उपरोक्त लिखित भारत के मुख्य आर्किटेक्चर संस्थानों के अलावा भारत के अन्य सभी आर्किटेक्चर कॉलेज JEE Main (पेपर-2) के माध्यम से या NATA प्रवेश परीक्षा के माध्यम से B.Arch कोर्स में एडमिशन देते हैं।
M.Arch
भारत में M.Arch कोर्स में एडमिशन लेने के लिए अभ्यर्थी “ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE)” या “कॉमन एंट्रेंस एग्ज़ामिनेशन फॉर डिज़ाइन (CEED)” प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं।
B.Arch / आर्किटेक्चर के top कॉलेज
भारत में 5-वर्षीय B.Arch कोर्स करने के लिए टॉप/ best कॉलेज निम्नलिखित हैं:-
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), खड़गपुर
- IIT, रूड़की
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NIT), कालीकट
- CEPT यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद
- स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), दिल्ली
- स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), भोपाल
- स्कूल ऑफ़ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), विजयवाड़ा
- जामिआ मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- NIT, तिरुचिरापल्ली
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (BIT), रांची
Architect के लिए करियर विकल्प (Career Options)
भारत में एक आर्किटेक्ट के समक्ष निम्नलिखित करियर विकल्प उपलब्ध हैं:-
- अपनी स्वयं की आर्किटेक्चर कंपनी / फर्म खोलना।
- किसी पहले से स्थापित आर्किटेक्चर कंपनी / फर्म में नौकरी करना।
- एक आर्किटेक्ट या टाउन प्लानर के रूप में सरकारी नौकरी करना।
- आर्किटेक्चर के क्षेत्र में M.Arch / Ph.D करके उच्च शिक्षा प्राप्त करना।
- आर्किटेक्चर के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करके आर्किटेक्चर के किसी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर / टीचर बनना।
एक आर्किटेक्ट निम्नलिखित कार्य क्षेत्रों में कार्यरत किसी प्राइवेट कंपनी / संस्थान में नौकरी कर सकता है:-
- वाणिज्यिक निर्माण
- आवासीय निर्माण
- पुल और अन्य समान संरचना निर्माण
- किसी भवन सुरक्षा से जुड़े कार्य
- आर्किटेक्चरल डिज़ाइन से जुड़े कार्य
- इंटीरियर डेकोरेशन
- आर्किटेक्चर शिक्षण संस्थान; आदि।
Architect की सैलरी (Salary)
सरकारी क्षेत्र में एक आर्किटेक्ट को उसके पद के अनुसार सातवें वेतन आयोग के मानकों के आधार पर salary या वेतन मिलता है। परन्तु प्राइवेट या निजी क्षेत्र में कार्यरत आर्किटेक्ट की salary उसकी योग्यता और अनुभव पर निर्भर करती है और प्राइवेट क्षेत्र में एक आर्किटेक्ट 15-20 हजार रूपये महीने से लेकर 1 लाख रूपये महीना या उस से भी अधिक वेतन प्राप्त कर सकता है।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से आपको आर्किटेक्ट क्या होता है, विभिन्न आर्किटेक्चर के कोर्सों में एडमिशन की योग्यता / प्रक्रिया, आर्किटेक्चर कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेज, आर्किटेक्ट के मुख्य कार्य,करियर विकल्प और सैलरी आदि से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गयी है। अतः यदि आप आर्किटेक्ट बनने की इच्छा रखते हैं तो आप उपरोक्त लिखित जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यता के अनुसार आर्किटेक्चर का सम्बंधित कोर्स करके एक आर्किटेक्ट बन सकते हैं।
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