D.El.Ed kya hai aur D.El.Ed course kaise kare

डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन या D.El.Ed एक 2-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जो 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है। यह कोर्स भारत के सभी राज्यों में मुख्यतः डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (DIET) नामक शिक्षण संस्थानों में कराया जाता है। D.El.Ed कोर्स करने के बाद अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक या प्राइमरी टीचर बनने की योग्यता प्राप्त कर लेते हैं। और यदि D.El.Ed कोर्स के बाद अभ्यर्थी सम्बंधित राज्य की TET परीक्षा या केंद्र सरकार द्वारा आयोजित CTET परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं तो वह क्रमशः सम्बंधित राज्यों के विद्यालयों या केंद्रीय विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आप D.El.Ed से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको यहाँ पर सम्बंधित पूरी जानकारी मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि D.El.Ed क्या है और D.El.Ed कोर्स कैसे करें।

D.El.Ed क्या है

D.El.Ed कोर्स 12वीं कक्षा के बाद किया जाने वाला एक 2-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है। D.El.Ed की full form “Diploma in Elementary Education” होती है। अर्थात D.El.Ed कोर्स, Elementary Education या प्राथमिक शिक्षा में किया जाने वाला एक डिप्लोमा कोर्स है। यह कोर्स अभ्यर्थियों को सरकारी या प्राइवेट विद्यालयों में प्राइमरी टीचर बनने की शैक्षिक योग्यता प्रदान करता है। भारत में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थी 12वीं कक्षा, D.El.Ed डिप्लोमा और सम्बंधित TET परीक्षा तीनों में उत्तीर्ण होने चाहिए। कुछ राज्यों में D.El.Ed को JBT (जूनियर बेसिक ट्रेनिंग) या BTC (बेसिक ट्रेनिंग कोर्स) नाम से भी जाना जाता है।

D.El.Ed कोर्स कैसे करें

यहाँ पर अब हम आपको D.El.Ed कोर्स में एडमिशन लेने की प्रक्रिया बताएँगे। D.El.Ed कोर्स में प्रवेश देने के लिए प्रत्येक राज्य अलग-अलग आवेदन माँगते हैं। भारत के कई राज्यों में D.El.Ed कोर्स की सभी सीटों में से 85% सीटें उसी राज्य से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के लिए आरक्षित होती हैं। और अधिकतर राज्यों में D.El.Ed कोर्स में एडमिशन आवेदकों के 12वीं कक्षा में प्राप्तांकों की मेरिट के आधार पर होता है। अतः सभी अभ्यर्थियों का D.El.Ed कोर्स में प्रवेश पाने का मौका अपने राज्य में ही सर्वाधिक होता है। परन्तु यदि आपके 12वीं कक्षा में बहुत अच्छे अंक प्राप्त किये हैं तो आप किसी दूसरे राज्य में भी D.El.Ed कोर्स में एडमिशन लेने के लिए प्रयास कर सकते हैं। कुछ राज्यों में D.El.Ed कोर्स में प्रवेश देने के लिए प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जा सकती है।

D.El.Ed कोर्स में प्रवेश लेने के लिए अधिकतर राज्यों में अभ्यर्थियों की शैक्षिक योग्यता कुछ न्यूनतम अंकों सहित 12वीं कक्षा ही होती है, परन्तु कुछ राज्यों में सम्बंधित शैक्षिक योग्यता ग्रेजुएशन भी हो सकती है। अन्य योग्यताएं जैसे कि न्यूनतम और अधिकतम आयु या चिकित्सा परीक्षण के मापदंड सभी राज्यों के भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। अतः किसी भी राज्य में D.El.Ed कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आवेदन करने से पहले सभी योग्यताएं और प्रवेश प्रक्रिया अवश्य जाँच लें।

D.El.Ed कोर्स के विषय

यदि आपको D.El.Ed कोर्स में प्रवेश मिल जाता है तो आपको इस 2-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में मुख्यतः निम्नलिखित विषय पढ़ाये जाते हैं:-

  • चाइल्ड डेवलपमेंट
  • एजुकेशन एंड सोसाइटी
  • एजुकेशनल टेक्नोलॉजी
  • भाषा विषय (हिंदी/ अंग्रेजी आदि)
  • गणित एजुकेशन
  • साइंस एजुकेशन
  • हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन
  • वर्क एजुकेशन
  • आर्ट एजुकेशन
  • स्कूल एक्सपीरियंस प्रोग्राम
  • स्कूल लीडरशिप एंड मैनेजमेंट
  • शिक्षा के सामाजिक-दार्शनिक दृष्टिकोण
  • शिक्षा का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण; आदि।

उपरोक्त लिखित विषय दिल्ली के DIET संस्थानों में कराया जाने वाले D.El.Ed कोर्स में पढ़ाये जाते हैं। दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी उपरोक्त या मिलते-जुलते विषय ही पढ़ाये जाते हैं।

निष्कर्ष

यहाँ पर हमने आपको “D.El.Ed क्या है और D.El.Ed कोर्स कैसे करें” से सम्बंधित पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर 12वीं कक्षा के बाद 2-वर्षीय D.El.Ed डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं और सम्बंधित TET परीक्षा उत्तीर्ण करके प्राइमरी टीचर बनने का अपना सपना साकार कर सकते हैं।

यह भी पढ़े: (1). टीचर कैसे बनें ? ; (2). खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) कैसे बने ?

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: D.El.Ed की full form क्या है ?
उत्तर 1: D.El.Ed की full form “डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन / Diploma in Elementary Education” होती है।

प्रश्न 2: D.El.Ed के लिए qualification क्या होनी चाहिए ?
उत्तर 2: भारत के अधिकतर राज्यों में D.El.Ed कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवेदक कुछ न्यूनतम अंकों सहित 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होने चाहिए।

प्रश्न 3: D.El.Ed करने के फायदे क्या हैं ?
उत्तर 3: D.El.Ed कोर्स भारत में प्राइमरी टीचर बनने के लिए एक आवश्यक शैक्षिक योग्यता है। अतः यदि आप एक प्राथमिक शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको D.El.Ed कोर्स अवश्य करना होगा।

प्रश्न 4: D.El.Ed के बाद क्या करें ?
उत्तर 4: यदि आप 12वीं कक्षा उत्तीर्ण हैं तो आप D.El.Ed कोर्स के बाद कोई भी ग्रेजुएशन कोर्स कर सकते हैं। यदि आपने अपना D.El.Ed कोर्स ग्रेजुएशन (B.A. / B.Com / B.Sc) के बाद किया है तो आप B.Ed या कोई पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स कर सकते हैं। परन्तु D.El.Ed कोर्स करने के बाद आप अपने राज्य की प्राथमिक शिक्षक के लिए आयोजित की जाने वाली TET परीक्षा (टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट) और/या केंद्रीय टीचर्स एलिजिबिल्टी टेस्ट (CTET) परीक्षा उत्तीर्ण अवश्य करें। सम्बंधित TET परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही आप किसी सरकारी विद्यालय में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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