RD Account kya hai

यदि आप छोटे मासिक निवेश के माध्यम से बड़ी धनराशि जोड़ना चाहते हैं तो आवर्ती जमा खाता’ या ‘Recurring Deposit (RD) अकाउंट’ एक बेहतरीन विकल्प है। आवर्ती जमा (आर.डी.) ग्राहकों को हर महीने अपनी पसंद की राशि निवेश करने और आसानी से पैसे बचाने की सुविधा प्रदान करता है। भारत में RD खाता अधिकांश बैंकों 6 महीने से लेकर 10 वर्ष तक की अवधि के लिए और डाकघरों में 5 वर्ष की अवधि के लिए खोला जा सकता है। यहाँ पर इस लेख में आपको आवर्ती जमा (RD) खाते से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी। अतः आइये जानते हैं कि आवर्ती जमा (RD) खाता क्या है और इस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां।

आवर्ती जमा (RD) खाता क्या है

भारत में आवर्ती जमा (RD) खाता 6 महीने से लेकर 10 वर्ष तक की अवधि की मासिक निवेश योजना है, जिसमें खाता खोलने से लेकर परिपक्वता अवधि तक निवेशकर्ता को प्रत्येक महीने एक निश्चित किश्त जमा करनी होती है और परिपक्वता अवधि सम्पूर्ण होने के उपरांत निवेशकर्ता को कुल जमा धनराशि एकमुश्त ब्याज सहित मिल जाती है।

भारत में विभिन्न बैंकों में RD खाता 6 महीने से लेकर 10 वर्ष की अवधि के लिए खोला जा सकता है परन्तु डाकघरों में RD खाते की निश्चित अवधि 5 वर्ष की होती है।

RD खाते में निवेश कैसे करें

RD खाते में जमाकर्ता सम्बंधित बैंक या डाकघर की न्यूनतम और अधिकतम अनुमत मासिक धनराशि की पहली क़िस्त जमा करा कर अपना RD खाता खोल सकते हैं। उसके बाद जमाकर्ता को खाते के सम्पूर्ण तय कार्यकाल तक प्रत्येक महीने अपने खाते में समान क़िस्त राशि जमा करनी होती है। अतः छोटे मासिक निवेश से आप बैंक बचत खाते (SB अकाउंट) से अधिक ब्याज दर पर तय कार्यकाल में एक अच्छी धनराशि जोड़ सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर यदि आप 500/- रूपये की मासिक क़िस्त पर 2 वर्षों के लिए अपना RD खाता खुलवाते हैं तो आपको 2 वर्ष की अवधि तक 500/- रूपये की 24 मासिक किस्तें अपने RD खाते में जमा करनी होंगी और 2 वर्ष की अवधि सम्पूर्ण होने के उपरांत आप कुल जमा 12000/- रूपये + ब्याज राशि प्राप्त कर सकते हैं।

RD खाता कहाँ खुलवाएं

भारत में RD खाता विभिन्न बैंक शाखाओं और डाकघरों (Post Offices) में खुलवाया जा सकता है।

RD खाते की परिपक्वता से पहले निकासी (Pre-Maturity Withdrawal)

भारत में विभिन्न बैंकों और डाक विभाग के परिपक्वता से पहले निकासी के नियम अलग-अलग हो सकते हैं। परन्तु अधिकांश बैंकों में परिपक्वता अवधि से पूर्व निकासी के मामलों में RD का तय ब्याज ना देकर बचत खाते (SB अकाउंट) पर देय ब्याज देने या RD के ब्याज दर में कुछ निश्चित प्रतिशत की कटौती का प्रावधान है।

विभिन्न बैंकों और डाकघरों में RD खाता खोलने के बाद निकासी से पहले की लॉक-इन अवधि भी हो सकती है, अर्थात आप एक निश्चित अवधि से पहले बैंक बचत खाते (सेविंग बैंक अकाउंट) पर देय ब्याज दर पर भी अपना RD खाता बंद नहीं कर सकते हैं। अतः किसी भी बैंक या डाकघर में RD खाता खोलने से पहले लॉक-इन अवधि और परिपक्वता से पूर्व निकासी के नियम अवश्य जाँच लें।

RD खाता कौन खुलवा सकता है

भारत में निम्नलिखित अपना RD खाता खोल सकते हैं:-

  • व्यस्क भारत नागरिक (18 वर्ष से ऊपर की आयु) ;
  • 10 वर्ष से ऊपर की आयु का अवयस्क भारतीय नागरिक – माता-पिता या कानूनी अभिभावक के माध्यम से ;
  • कंपनी या फर्म ;
  • सरकारी संस्थान।

परन्तु विभिन्न बैंकों और डाकघर के RD खाता खोलने के पात्रता शर्तें और नियम भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, अतः किसी भी बैंक या डाकघर में निवेश करने से पूर्व अपनी पात्रता अवश्य जाँच लें।

RD खातों पर ब्याज दर (Interest Rate)

भारत में अन्य निवेश योजनाओं की भांति ही RD खाते पर देय ब्याज दर भी समय-समय पर बदलती रहती है और यह ब्याज दर विभिन्न बैंकों और डाकघर के लिए भी अलग-अलग हो सकती है। परन्तु वर्तमान में यह ब्याज दर 3.50% से लेकर 5.80% तक है। अतः किसी भी बैंक या डाकघर में आवर्ती जमा (RD) खाता खुलवाने से पहले सम्बंधित ब्याज दर अवश्य जाँच लें।

यह भी पढ़ें: PPF खाता क्या है: सम्पूर्ण जानकारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!