resume kaise banaye

रिज्यूमे (Resume) या बायोडाटा (Biodata) आपके अनुभव, शिक्षा, कार्य-कौशल और किसी भी नौकरी के लिए आवेदन करने हेतू आपसे सम्बंधित जानकारियों का एक पेज का संक्षिप्त विवरण होता है। किसी भी नौकरी को पाने के लिए आवेदन करने हेतू एक उचित और सटीक रिज्यूमे बनाना ही नौकरी पाने के रास्ते का सबसे पहला चरण होता है। भारत में लगभग सभी प्राइवेट नौकरियों के लिए आवेदन करने हेतू आपका रिज्यूमे ही पोस्ट या मेल किया जाता है और सरकारी नौकरियों के इंटरव्यू में भी रिज्यूमे का विशेष महत्त्व होता है। अतः किसी भी नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए एक सटीक रिज्यूमे की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसको पढ़कर ही नियोक्ता यह सुनिश्चित करते हैं कि आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाए या नहीं। यदि आप भी यह जानना चाहते हैं की एक अच्छा और सटीक रिज्यूमे (Resume) कैसे बनायें तो इस से सम्बंधित पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि रिज्यूमे (Resume) कैसे बनायें

रिज्यूमे के प्रकार

रिज्यूमे (Resume) मुख्यतः निम्नलिखित 3 प्रकार के होते हैं:

  • कालक्रमबद्ध रिज्यूमे
  • कार्यात्मक रिज्यूमे
  • संयुक्त रिज्यूमे

अब हम आपको उपरोक्त तीनों तरीके के रिज्यूमे बनाने की तकनीक बताएँगे।

कालक्रमबद्ध रिज्यूमे

कालक्रमबद्ध रिज्यूमे में सभी प्रविष्टियाँ कालक्रम के आधार पर की जाती हैं। अर्थात रिज्यूमे बनाते समय पहले वह लिखा जाता है जो पहले हुआ। किसी भी रिज्यूमे में लिखे जाने वाली मुख्य प्रविष्टियां होती हैं- शिक्षा, स्किल्स (कौशल), कार्य अनुभव आदि। अतः सबसे पहले आपने शिक्षा अर्जित की तो सबसे पहले आप अपने रिज्यूमे में आपकी शैक्षिक योग्यता लिखेंगे। शिक्षा के बाद आपने नौकरी पाने के लिए स्किल्स (कार्य-कौशल) सीखीं तो अगली प्रविष्टि स्किल्स की आएगी। और यदि आपके पास सम्बंधित कार्य का अनुभव भी है तो अंत में कार्य-अनुभव की प्रविष्टि आएगी, क्योंकि कालक्रम के आधार पर आपने अनुभव अपनी शिक्षा और स्किल्स के बाद प्राप्त किया है।

उपरोक्त प्रविष्टियों के बाद अन्य सामान्य वर्ग की प्रविष्टियां आपके रिज्यूमे में आएँगी- जैसे कि आपके पुरस्कार और उपलब्धियां, शौक और रूचि आदि। आपके रिज्यूमे में आपका नाम, पता, फ़ोन नंबर और आपका संक्षिप्त विवरण भी आना चाहिए और यह प्रविष्टियां रिज्यूमे के किसी भी प्रकार में शुरुआत में ही होनी चाहिए।

कार्यात्मक रिज्यूमे

कार्यात्मक रिज्यूमे वह रिज्यूमे होता है जिसमें आपके कार्य-अनुभव का विवरण आपकी शिक्षा और स्किल्स के विवरण से पहले आता है। पुरस्कार और उपलब्धियां, शौक और रूचि आदि की प्रविष्टियां रिज्यूमे के इस प्रकार में भी अंत में ही आती हैं। कोई भी रिज्यूमे बनाते समय आपको यह बात अवश्य ध्यान रखनी है कि उसमें कोई भी ऐसी प्रविष्टि ना डालें जो कि आपके पास है ही नहीं। अर्थात मान लीजिये कि आपको कभी कोई पुरस्कार नहीं मिला है तो आपको पुरस्कार नामक हैडिंग रिज्यूमे में नहीं डालनी चाहिए।

आप कार्यात्मक रिज्यूमे का प्रारूप उदाहरण के रूप में नीचे देख सकते हैं:

संयुक्त रिज्यूमे

संयुक्त रिज्यूमे का कोई तय प्रारूप नहीं होता है। इसमें आप अपने अनुसार और नौकरी की आवश्यकताओं के आधार पर सभी प्रविष्टियां ऊपर-नीचे कर सकते हैं। परन्तु यह ध्यान रहे कि किसी भी रिज्यूमे में कोई ऐसी एंट्री नहीं होनी चाहिए जो आपको सम्बंधित नौकरी पाने में अड़चन पैदा करे और ऐसी कोई प्रविष्टि छूटनी नहीं चाहिए जो आपके अनुसार सम्बंधित नौकरी पाने में मददगार साबित हो।

रिज्यूमे (Resume) में आने वाली मुख्य प्रविष्टियाँ

आप उपरोक्त लिखित प्रकारों में से अपने रिज्यूमे के लिए कोई भी प्रकार चुनें परन्तु उनमें मुख्यतः निम्नलिखित प्रविष्टियां आती हैं:

  • नाम
  • पता
  • मोबाइल नंबर/ ई-मेल id
  • आपके जीवन/ नौकरी का उद्देश्य
  • आपके बारे में संक्षिप्त विवरण
  • शिक्षा एवं शैक्षिक योग्यता
  • कार्य-कौशल (स्किल्स)
  • कार्य-अनुभव
  • उपलब्धियां और पुरस्कार
  • शौक और रूचि

उपरोक्त में से वह प्रविष्टि या हैडिंग अपने रिज्यूमे में ना डालें जो आपके पास नहीं है।

अपना संक्षिप्त विवरण कैसे लिखें

अपने रिज्यूमे (Resume) के शुरुआत में आपको अधिकतम 3-4 वाक्यों में अपना संक्षिप्त विवरण देना चाहिए। और उस संक्षिप्त विवरण में सम्बंधित नौकरी और कार्य के आधार पर आपको अपने उद्देश्य, कार्य-अनुभव और कार्य-कौशल (स्किल्स) पर संक्षिप्त और सटीक वाक्य लिखने चाहिए। वह संक्षिप्त विवरण ऐसा होना चाहिए जिसको पढ़ कर ही नियोक्ता कंपनी को आपके पूरे व्यक्तित्व की जानकारी हो जाए।

अपने जीवन/ नौकरी का उद्देश्य कैसे लिखें

आपको अपने रिज्यूमे में अपने जीवन या नौकरी का उद्देश्य इस प्रकार लिखना चाहिए जिसको पढ़ कर यह लगे कि जिस नौकरी के लिए आप आवेदन कर रहे हैं आप उसके लिए ही बने हैं। आपको अपने जीवन या नौकरी का उद्देश्य आवेदन की गयी नौकरी के कार्यों से मिलता-जुलता लिखना चाहिए, जिस से नियोक्ताओं को लगे कि आप उस नौकरी के लिए उपयुक्त हैं।

उदाहरण से समझाएं तो मान लीजिये कि आप एक कार निर्माता कंपनी में डिज़ाइन इंजीनियर के पद के लिए आवेदन कर रहे हैं तो आप अपने नौकरी/ जीवन के उद्देश्य में लिख सकते हैं कि आपका उद्देश्य एक ऐसी कार डिज़ाइन करना है जो सभी ज़रूरी और ग़ैर-ज़रुरी मानकों पर खरी उतरे और जिस से उत्पादक कंपनी को अत्यधिक वित्तीय लाभ हो। यह मात्र एक उदाहरण है और आप इस तरीके से अपनी नौकरी के कार्य के अनुसार ही अपना उद्देश्य अपने रिज्यूमे में लिख सकते हैं।

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निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको रिज्यूमे (Resume) बनाने और उसकी विभिन्न प्रविष्टियों से सम्बंधित सभी जानकारियां प्राप्त हुई हैं। इस जानकारी का लाभ उठा कर आप सम्बंधित नौकरी और उसके कार्य के आधार पर एक उचित और सटीक रिज्यूमे बना सकते हैं और उस रिज्यूमे को मेल करके आप सम्बंधित नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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