graduation ke baad kya kare

भारत में अधिकतर ग्रेजुएट (स्नातक) छात्र इस असमंजस में रहते हैं कि वे ग्रेजुएशन के बाद क्या करें। कोई ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) कोर्स करना चाहता है तो कोई नौकरी करना चाहता है। यदि आप भी ऐसी असमंजस की स्थिति में हैं और यह जानना चाहते हैं कि ग्रेजुएशन के बाद क्या करें तो आपको यहाँ पर ग्रेजुएशन के बाद भारत में मौजूद अनेकों कोर्स/ नौकरी के विकल्पों के बारे में जानकारी मिलेगी। भारत में अनेक विषयों से किये जा सकने वाले ग्रेजुएशन कोर्सों को ध्यान में रखते हुए यहाँ पर हम आपको ऐसे कोर्स और नौकरियों के विकल्पों के बारे में बताएंगे जो किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स के बाद किये जा सकते हैं और साथ ही ऐसी नौकरी और कोर्सों के बारे में भी बताएंगे जो किसी विशिष्ट विषय/ संकाय से ग्रेजुएट छात्र ही कर सकते हैं। अतः इस लेख को अंत तक पढ़ें। आइये जानते हैं कि ग्रेजुएशन के बाद क्या करें।

Table of Contents

किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स के बाद सरकारी जॉब्स

ग्रेजुएशन में आपके विषय चाहे जो भी रहे हों, भारत में अनेकों सरकारी नौकरियां ऐसी हैं जिनके लिए कोई भी ग्रेजुएट अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। अतः आप एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं या सामान्य B.A. डिग्री धारक या होटल मैनेजमेंट विषय से ग्रेजुएट; आप ऐसे अनेक सरकारी पदों के लिए आवेदन करने के योग्य हैं जो किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए होते हैं। यहाँ पर हम आपको ऐसी ही सरकारी जॉब्स और उनकी नियुक्ति प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। अतः आइये जानते हैं कि भारत में किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स के बाद कौनसी सरकारी नौकरियां उपलब्ध हैं।

IAS, IPS आदि (केंद्रीय सिविल सेवा परीक्षा)

किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए भारत में उपलब्ध सरकारी नौकरियों में UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से नियुक्त होने वाले IAS, IPS आदि पदों का प्रथम स्थान है। सिविल सेवा परीक्षा भारत में सरकारी नौकरी के लिए आयोजित की जाने वाली सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक है और इसके माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में सीधा ग्रुप-A अधिकारी के रूप में नियुक्ति होती है। इस परीक्षा से किसी भी विभाग में नियुक्त अधिकारी अपनी नौकरी के अंत तक उस विभाग के सर्वोच्च पद तक पदोन्नत हो सकते हैं। अतः सिविल सेवा परीक्षा भारत में केंद्र सरकार के विभागों में उच्च पदों पर नियुक्त होने का और नौकरी करने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है। सिविल सेवा परीक्षा से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप “IAS कैसे बनें” और “IAS की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

SDM, DSP आदि (राज्य सिविल सेवा परीक्षा)

UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के बाद ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए उच्च सरकारी पदों पर नियुक्त होने के लिए दूसरे स्थान पर है राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य सिविल सेवा परीक्षा। राज्य सिविल सेवा परीक्षा को संक्षिप्त में PCS परीक्षा भी कहा जाता है। PCS परीक्षा के माध्यम से SDM और DSP के अलावा सम्बंधित राज्य सरकार के अधीन आने वाले अनेक विभागों के ग्रुप- A और ग्रुप- B राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्ति की जाती है। यदि आप राज्य सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से SDM या DSP के पद पर नियुक्त होते हैं तो कुछ वर्षों की नौकरी के उपरांत पदोन्नति के माध्यम से आपके पास क्रमशः आईएएस और आईपीएस बनने का मौका भी उपलब्ध होता है। PCS परीक्षा से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “PCS Exam क्या है” पढ़ सकते हैं।

रक्षा सेनाओं में ऑफिसर

जहाँ तक सीधा ग्रुप- A अधिकारी के रूप में नियुक्ति का सवाल है तो ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए इस श्रेणी में तीसरा विकल्प CDS परीक्षा के माध्यम से रक्षा सेनाओं (आर्मी, एयर-फाॅर्स, नेवी) में ऑफिसर बनने का है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइंड डिफेन्स सर्विसेज (CDS) परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों की शुरुआती नियुक्ति आर्मी में लेफ्टिनेंट, एयर-फाॅर्स में फ्लाइंग ऑफिसर और नेवी में सब-लेफ्टिनेंट के रूप में की जाती है। इनमें से एयर-फाॅर्स और नेवी में नियुक्ति के लिए केवल साइंस ग्रेजुएट या इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ही योग्य होते हैं परन्तु CDS परीक्षा के माध्यम से आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने के लिए किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थी योग्य होते हैं। CDS परीक्षा का सम्पूर्ण पैटर्न और जानकारी एवं तीनों रक्षा सेनाओं के अधिकारियों के विभिन्न पदों को जानने के लिए आप “CDS परीक्षा क्या है” पढ़ सकते हैं।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में असिस्टेंट कमांडेंट

भारत में सरकारी विभागों में सीधा ग्रुप- A अधिकारी के रूप में नियुक्त होने के लिए ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के समक्ष चौथा विकल्प केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर नियुक्त होने का है। आप संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा ही आयोजित की जाने वाले “CAPF AC Exam” के माध्यम से BSF, CRPF, CISF, SSB आदि में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। CAPF AC Exam और असिस्टेंट कमांडेंट के पद की नियुक्ति प्रक्रिया से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “असिस्टेंट कमांडेंट कैसे बनें” पढ़ कर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इनकम टैक्स/ कस्टम आदि में इंस्पेक्टर (SSC CGL परीक्षा)

किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए सरकारी विभागों में सीधा ग्रुप-A अधिकारी नियुक्त होने के ऊपर लिखित 4 विकल्पों के बाद ग्रुप- B और ग्रुप- C पदों पर नियुक्ति के विकल्प का नंबर आता है। इस श्रेणी में ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के बीच सबसे लोकप्रिय और चर्चित परीक्षा विकल्प केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा का है। इस परीक्षा को संक्षिप्त में SSC CGL परीक्षा भी कहा जाता है। इस परीक्षा के माध्यम से विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सहायक सेक्शन ऑफिसर और इनकम टैक्स, कस्टम, नार्कोटिक्स, GST, CBI आदि विभागों में इंस्पेक्टर/ सब-इंस्पेक्टर आदि पदों पर नियुक्ति की जाती है। SSC CGL परीक्षा से सम्बंधित अधिक जानकारी पाने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध “SSC CGL परीक्षा क्या है“, “SSC CGL परीक्षा का पाठ्यक्रम और प्रारूप क्या है” और “SSC CGL की तैयारी कैसे करें” आदि लेख पढ़ सकते हैं।

केंद्रीय/ राज्य पुलिस विभागों में सब-इंस्पेक्टर

ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के समक्ष केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय या राज्य पुलिस विभागों में सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त होने का विकल्प भी उपलब्ध है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (BSF, CRPF, CISF आदि) और केंद्र सरकार के अधीन दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की नियुक्ति के लिए एक ही संयुक्त परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को “Sub-Inspector in Delhi Police and Central Armed Police Forces Exam” कहा जाता है और यह परीक्षा भी केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित की जाती है। इसी प्रकार प्रत्येक राज्य अपने पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति के लिए अपनी अलग परीक्षा का आयोजन करते हैं, जिनके लिए कोई भी ग्रेजुएट अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। दिल्ली पुलिस और CAPF में सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति की सम्पूर्ण प्रक्रिया जानने के लिए आप हमारा लेख “दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

भारतीय रेलवे विभाग में स्टेशन मास्टर एवं अन्य पद

ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के समक्ष रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली “RRB NTPC परीक्षा” के माध्यम से भारतीय रेलवे विभाग में असिस्टेंट स्टेशन मास्टर एवं अन्य कई पदों पर नियुक्ति का विकल्प भी उपलब्ध है। RRB NTPC परीक्षा एवं रेलवे में नौकरियों के अन्य विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतू आप हमारा लेख “रेलवे में नौकरी कैसे पाएं” पढ़ सकते हैं।

बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफिसर और क्लर्क

यदि आप एक ग्रेजुएट हैं तो आपके समक्ष भारतीय स्टेट बैंक सहित भारत के सभी सार्वजनिक बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) या क्लर्क के पद पर नियुक्त होने का विकल्प भी उपलब्ध है। भारत के सार्वजनिक बैंकों में नियुक्ति के लिए आप SBI PO Exam, SBI क्लर्क Exam, IBPS PO Exam, IBPS क्लर्क Exam, IBPS RRB Exam आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन सभी परीक्षाओं और इनकी तैयारी से सम्बंधित पूरी जानकारी के लिए आप हमारे लेख “बैंक में नौकरी कैसे पाएं” और “बैंक PO की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

इंटेलिजेंस ऑफिसर (इंटेलिजेंस ब्यूरो)

ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के समक्ष इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर (ACIO) के पद पर नियुक्ति का विकल्प भी मौजूद है। इस पद पर नियुक्त होने के लिए आपको “IB ACIO परीक्षा” के लिए आवेदन करना होता है। IB में ACIO के पद पर नियुक्त होने की सम्पूर्ण प्रक्रिया जानने के लिए आप हमारा लेख “इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में इंटेलिजेंस ऑफिसर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

राज्य सरकारों के अधीन विभिन्न नौकरियां

उपरोक्त लिखित नौकरियों के विकल्पों के अलावा सभी राज्य सरकारें किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए अपने अधीन सरकारी विभागों में ग्रुप- बी और ग्रुप- सी पदों पर नियुक्ति के लिए समय-समय पर विज्ञापन निकालती रहती हैं। विभिन्न राज्य सरकार के जिन पदों पर कोई भी ग्रेजुएट अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है उनमें से टैक्सेशन इंस्पेक्टर (राज्य GST इंस्पेक्टर), फ़ूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर, पटवारी (लेखपाल), फोरेस्ट रेंजर आदि कुछ प्रमुख पद हैं।

कुछ विशिष्ट विषयों के ग्रेजुएशन कोर्स के बाद सरकारी जॉब्स

graduation ke baad kya kare

अब हम आपको ग्रेजुएशन के बाद उपलब्ध कुछ ऐसी सरकारी नौकरियों के बारे में बताएंगे जिनके लिए किसी विशिष्ट विषय या विषयों से ग्रेजुएट अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते हैं। इन पदों के लिए सभी ग्रेजुएट अभ्यर्थी या किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थी योग्य नहीं होते हैं। आइये जानते हैं कुछ विशिष्ट विषयों से ग्रेजुएट छात्रों के लिए उपलब्ध सरकारी नौकरियों के विकल्पों के बारे में।

न्यायाधीश (Judge)

भारतीय न्यायपालिका में न्यायाधीश या Judge का पद सर्वोच्च होता है। भारत में Judge बनने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता LLB निर्धारित की गयी है। अतः यदि आप न्यायाधीश बनना चाहते हैं तो आपको एक लॉ ग्रेजुएट होना पड़ेगा या सीधे शब्दों में कहें तो ग्रेजुएशन के बाद 3-वर्षीय LLB कोर्स या 12th के बाद 5-वर्षीय BA LLB कोर्स करना होगा। LLB करने के बाद आप सम्बंधित राज्य में “न्यायिक सेवा परीक्षा” के माध्यम से न्यायाधीश नियुक्त हो सकते हैं। यदि आप सुप्रीम कोर्ट से लेकर जिला एवं सत्र न्यायालय तक न्यायाधीश बनने की सम्पूर्ण नियुक्ति प्रक्रिया जानना चाहते हैं तो आप हमारा लेख “Judge कैसे बनें” पढ़ सकते हैं। और साथ ही LLB कोर्स से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप हमारा लेख “LLB क्या है” पढ़ सकते हैं।

वकील

यदि आप एक LLB ग्रेजुएट हैं तो आपके समक्ष सरकारी वकील के रूप में नौकरी पाने का विकल्प भी मौजूद है। भारत में केंद्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के अधीन अनेक विभागों में सरकारी वकीलों (पब्लिक प्रॉसिक्यूटर्स) की नियुक्ति की जाती है।

डॉक्टर

MBBS, BAMS, BDS, BHMS आदि डॉक्टरी ग्रेजुएशन कोर्स करने के उपरांत अभ्यर्थियों के पास कई केंद्रीय और राज्य सरकारी विभागों में डॉक्टर/ मेडिकल ऑफिसर के पद पर नियुक्ति के विकल्प मौजूद होते हैं। डॉक्टर बनने से सम्बंधित प्रक्रिया और जानकारी के लिए आप हमारे लेख “डॉक्टर कैसे बनें” और “कंबाइंड मेड़िकल सर्विस एग्ज़ाम क्या है” पढ़ सकते हैं।

इंजीनियर

यदि आप एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (B.E. / B.Tech) हैं तो आपके समक्ष विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों में इंजीनियर नियुक्त होने का विकल्प मौजूद है। आप UPSC द्वारा आयोजित ‘इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा‘ के माध्यम से विभिन्न केंद्रीय विभागों में सीधा ग्रुप- A इंजीनियर अधिकारी नियुक्त हो सकते हैं या SSC द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘SSC JE परीक्षा‘ के माध्यम से केंद्रीय विभागों में जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। इन पदों के अलावा एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट विभिन्न राज्य सरकारों के कई विभागों में भी असिस्टेंट इंजीनियर या जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्ति पा सकते हैं। इंजीनियर बनने की प्रक्रिया से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “इंजीनियर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

आर्किटेक्ट/ टाउन प्लानर

यदि आपने आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन की है तो आपके समक्ष सम्बंधित सरकारी विभागों में आर्किटेक्ट या टाउन प्लानर के रूप में सरकारी नौकरी पाने का विकल्प मौजूद है। आर्किटेक्ट या टाउन प्लानर की जॉब्स केंद्र और राज्य सरकारों के हाउसिंग डेवलपमेंट, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और अन्य सम्बंधित विभागों में समय- समय पर विज्ञापित होती रहती हैं।

ग्रेजुएशन के बाद किये जाने वाले विभिन्न कोर्स

अब हम आपको विभिन्न ग्रेजुएशन कोर्सों के बाद भारत में उपलब्ध विभिन्न पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) कोर्सों के बारे में बताएँगे। आप नीचे लिखे स्नातकोत्तर कोर्सों के विभिन्न विकल्पों में से अपनी ग्रेजुएशन डिग्री के अनुसार सम्बंधित कोर्स चुन सकते हैं।

M.Sc.

M.Sc. (मास्टर ऑफ़ साइंस) एक 2- वर्षीय पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) कोर्स है जिसको विज्ञान विषयों से ग्रेजुएट या B.Sc. डिग्री धारक अभ्यर्थी ही कर सकते हैं। अतः साइंस विषयों से ग्रेजुएट अभ्यर्थी अपने ग्रेजुएशन के साइंस विषयों में से किसी एक विषय में M.Sc. कर सकते हैं। भारत में M.Sc. मुख्यतः Physics (फिजिक्स), Chemistry (केमिस्ट्री), Zoology (जीव विज्ञान), Botany (वनस्पति विज्ञान), Maths (गणित), Biotechnology (बायोटेक्नोलॉजी) आदि विषयों से की जा सकती है। परन्तु भारत के अधिकतर विश्वविद्यालयों में आप उसी विषय में M.Sc. कोर्स में प्रवेश पा सकते हैं जो आपने B.Sc. स्तर तक पढ़ रखा है। IIT या दिल्ली यूनिवर्सिटी से M.Sc. करने के इच्छुक छात्र हमारे लेख “IIT से M.Sc कैसे करें” और “दिल्ली यूनिवर्सिटी से पोस्ट-ग्रेजुएशन कैसे करें” पढ़ कर इस से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

M.Com

M.Com या मास्टर ऑफ़ कॉमर्स एक 2- वर्षीय पोस्ट-ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है जो B.Com डिग्री धारक अभ्यर्थी कर सकते हैं। कॉमर्स से ग्रेजुएट छात्रों के समक्ष M.Com के रूप में एक स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स करने का विकल्प मौजूद है।

M.A.

M.A. (मास्टर ऑफ़ आर्ट्स) एक 2- वर्षीय स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स है और M.A. कोर्स में एडमिशन पाने के लिए किसी भी विषय से 3 या 4- वर्षीय ग्रेजुएशन डिग्री धारक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। अतः आपने B.A. या B.Com या B.Sc में से कोई भी ग्रेजुएशन कोर्स किया हो, आप M.A. कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। भारत में M.A. कोर्स भाषा विषयों (अंग्रेजी, हिंदी आदि) या इतिहास (History), भूगोल (Geography), राजनीति शास्त्र (Political Science), अर्थशास्त्र (Economics) आदि विषयों में किया जा सकता है।

M.D. / M.S.

MBBS या BAMS आदि डॉक्टरी ग्रेजुएशन कोर्स करने के बाद अभ्यर्थी डॉक्टरी पेशे से सम्बंधित स्नातकोत्तर कोर्स करने के लिए योग्य होते हैं। चिकित्सा से सम्बंधित मेड़िकल स्नातकोत्तर कोर्स को M.D. (डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन) या M.S. (मास्टर ऑफ़ सर्जरी) कहा जाता है। M.D. और M.S. दोनों ही 3- वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स हैं परन्तु यह कोर्स केवल मेड़िकल (डॉक्टरी) क्षेत्र में ग्रेजुएट अभ्यर्थी ही कर सकते हैं।

M.Tech

इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (B.E. / B.Tech) अभ्यर्थी यदि पोस्ट-ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो उनके समक्ष 2- वर्षीय M.E. (मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग) या M.Tech (मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी) कोर्स करने का विकल्प उपलब्ध है। यहाँ पर यह भी उल्लेखनीय है कि M.Tech या M.E. कोर्स भी केवल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ही कर सकते हैं। परन्तु कुछ विषय जैसे कि कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, फिजिक्स, केमिस्ट्री आदि में M.C.A. या M.Sc. पोस्ट-ग्रेजुएशन डिग्री धारक अभ्यर्थी भी M.Tech कर सकते हैं।

M.Arch

यदि आपने 5-वर्षीय B.Arch कोर्स किया है और आप उसके बाद पोस्ट-ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो आप M.Arch के रूप में आर्किटेक्चर में पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) कोर्स कर सकते हैं। परन्तु M.Arch कोर्स भी केवल आर्किटेक्चर विषय से ग्रेजुएट छात्र ही कर सकते हैं।

M.Pharma

फार्मेसी से ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए M.Pharma के रूप में पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स का विकल्प मौजूद है। परन्तु यह कोर्स भी B.Pharma डिग्री धारक अभ्यर्थियों के अलावा किसी अन्य विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थी नहीं कर सकते हैं।

MBA

M.B.A कोर्स एक 2-वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स होने के साथ-साथ एक नौकरी देने वाला कोर्स भी है। और इस कोर्स के बाद सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में नौकरियों की अत्यधिक उपलब्धता को देखते हुए ही भारत में MBA कोर्स एक अत्यंत लोकप्रिय स्नातकोत्तर कोर्स है। भारत के अधिकतर कॉलेजों में MBA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए किसी भी विषय से ग्रेजुएट छात्र आवेदन कर सकते हैं, परन्तु कुछ कॉलेजों में ग्रेजुएशन में गणित विषय की अनिवार्यता हो सकती है। MBA से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “MBA क्या है और MBA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

M.C.A.

MCA या मास्टर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लिकेशन्स एक 3-वर्षीय पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है। यह कोर्स भी एक नौकरी-उन्मुख कोर्स है और इस कोर्स के बाद भी नौकरी के मौजूद अत्यधिक विकल्पों के कारण ही यह भी एक लोकप्रिय कोर्स है। भारत के अधिकतर विश्वविद्यालयों में MCA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए शैक्षिक योग्यता BCA या B.Tech (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) या गणित विषय सहित BA / B.Sc / B.Com है। अतः यदि आप BCA डिग्री धारक या कंप्यूटर इंजीनियरिंग डिग्री धारक नहीं हैं तो MCA में प्रवेश पाने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन में गणित विषय होना अनिवार्य है। MCA से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट पर मौजूद लेख “MCA क्या है और MCA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

B.Ed.

B.A, B.Com या B.Sc डिग्री धारक अभ्यर्थियों के समक्ष B.Ed करने का एक अच्छा विकल्प भी मौजूद है। यदि आप भारत के किसी भी विद्यालय (स्कूल) में एक टीचर (शिक्षक) बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको B.Ed या कोई समकक्ष कोर्स करना अनिवार्य है। वैसे तो B.Ed भी एक ग्रेजुएशन या स्नातक कोर्स ही है परन्तु यह B.A, B.Com या B.Sc ग्रेजुएशन कोर्सों के बाद ही किया जा सकता है। B.Ed से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “B.Ed क्या है और B.Ed कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

कुछ विशिष्ट विषयों के ग्रेजुएशन कोर्स के बाद प्राइवेट जॉब्स

यहाँ पर अब हम आपको आपकी ग्रेजुएशन डिग्री के अनुसार प्राइवेट नौकरियों के विकल्प बताएँगे। यह नौकरियां कुछ विशिष्ट ग्रेजुएशन डिग्री धारकों के लिए ही उपलब्ध होती हैं और उन विशिष्ट ग्रेजुएशन कोर्सों के अलावा किसी भी अन्य विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थी इन नौकरियों के लिए योग्य नहीं होते हैं।

चार्टर्ड अकाउंटेंट

यदि आपने 12th के बाद या ग्रेजुएशन के बाद चार्टर्ड एकाउंटेंसी का कोर्स सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर लिया है तो आप भारत की किसी भी कंपनी या फैक्ट्री या फर्म में चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में नौकरी कर सकते हैं। CA कोर्स करने के उपरांत आप चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में अपना ऑफिस भी खोल सकते हैं और एक साथ कई कंपनियों को अपनी सेवायें दे सकते हैं। CA कोर्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने से सम्बंधित पूरी जानकारी के लिए आप हमारा लेख “चार्टर्ड अकाउंटेंट कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

फैशन डिज़ाइनर

यदि आपने फैशन डिजाइनिंग या फैशन टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन कोर्स किया है तो आपके समक्ष किसी फैशन डिजाइनिंग कंपनी में नौकरी करने का या अपना फैशन स्टोर खोलने का विकल्प मौजूद है। फैशन डिजाइनिंग कोर्स और फैशन डिज़ाइनर बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारा लेख “NIFT क्या है और फैशन डिज़ाइनर कैसे बनें” पढ़ कर इस से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

पत्रकार

यदि आपने पत्रकारिता (मास कम्युनिकेशन) में ग्रेजुएशन कोर्स किया है तो आप विभिन्न न्यूज़ चैनल, मैगज़ीन या समाचार पत्रों में पत्रकार के रूप में नौकरी कर सकते हैं। पत्रकार बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण योग्यता एवं प्रक्रिया आप “पत्रकार कैसे बनें” पढ़ कर जान सकते हैं।

शेफ़ / होटल मैनेजर

B.Sc. (होटल मैनेजमेंट) कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों के समक्ष देश-विदेश के होटलों में शेफ या मैनेजर के पद पर नौकरी प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध है। अतः यदि आप भी होटल मैनेजमेंट विषय से ग्रेजुएट हैं तो आप भी भारत के किसी भी होटल में मैनेजर या शेफ के पद पर आवेदन कर सकते हैं। होटल मैनेजमेंट कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “होटल मैनेजमेंट क्या है” पढ़ कर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

डॉक्टर

MBBS डिग्री करने के बाद आप केवल सरकारी नौकरी ही नहीं बल्कि भारत के बड़े से बड़े और छोटे से छोटे प्राइवेट हस्पताल में भी चिकित्सक के रूप में नौकरी कर सकते हैं। MBBS डिग्री करने के बाद एक डॉक्टर के समक्ष अपना स्वयं का हस्पताल या क्लिनिक खोलने का विकल्प भी मौजूद होता है।

इंजीनियर

B.E. / B.Tech डिग्री धारकों के लिए इंजीनियर के रूप में सरकारी नौकरी प्राप्त करने के अलावा किसी प्राइवेट कंपनी या फैक्ट्री में भी इंजीनियर के रूप में नौकरी करने का विकल्प मौजूद है।

वकील

वकालत की पढ़ाई या LLB डिग्री प्राप्त करने के उपरान्त आप एक वकील के रूप में किसी निजी वकालत फर्म में नौकरी कर सकते हैं। और यदि आप नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो एक स्वतंत्र वकील के रूप में अपनी निजी प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।

किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स के बाद की जाने वाली प्राइवेट जॉब्स

ऊपर लिखित जानकारी प्राप्त करने के बाद आप ऐसी प्राइवेट नौकरियों के विकल्प भी जानना चाहेंगे जिनके लिए किसी भी विषय से ग्रेजुएट अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। अतः आपकी इस उत्सुकता को शांत करने के लिए अब हम आपको भारत में मौजूद कुछ ऐसी प्राइवेट नौकरियों के विकल्पों के बारे में बताएँगे जिनके लिए कोई भी ग्रेजुएट डिग्री धारक अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है।

प्राइवेट बैंकों में नौकरी

यदि आप एक सामान्य ग्रेजुएट हैं तो आपके समक्ष प्राइवेट नौकरियों के विकल्पों में से सबसे बेहतरीन विकल्प है किसी प्राइवेट बैंक में नौकरी करना। किसी भी प्राइवेट बैंक में नौकरी करके आप एक अच्छा कैरियर बना सकते हैं। अतः मात्र सामान्य ग्रेजुएट ही नहीं अपितु BBA, BCA और यहाँ तक कि कुछ इंजीनियर ग्रेजुएट भी प्राइवेट बैंकों में मौजूद अनेकों कैरियर विकल्पों में से किसी नौकरी को प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। भारत के प्राइवेट बैंकों में नौकरी पाने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “प्राइवेट बैंक में नौकरी कैसे पाएं” पढ़ सकते हैं।

इंश्योरेंस क्षेत्र में नौकरी

प्राइवेट बैंकों के अलावा इंश्योरेंस क्षेत्र में नौकरी पाने का बेहतरीन विकल्प भी ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के समक्ष उपलब्ध है। आप भारत में मौजूद विभिन्न जीवन बीमा और जनरल बीमा कंपनियों के सेल्स, मार्केटिंग या प्रशासन विभाग में अपनी योग्यता के अनुसार आवेदन कर सकते हैं। इन पदों के साथ-साथ आप किसी बीमा कंपनी से इंश्योरेंस एजेंट के रूप में भी जुड़ सकते हैं।

मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरी

आपने चाहे किसी भी विषय से ग्रेजुएशन की है परन्तु यदि आपके पास किसी कंपनी के लिए उनके उत्पाद बाज़ार में या सीधा ग्राहकों को बेचने या बिकवाने की कला है तो आप किसी भी कंपनी के मार्केटिंग या सेल्स विभाग में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। सामान्यतः किसी भी कंपनी द्वारा मार्केटिंग या सेल्स विभाग में BBA या MBA डिग्री धारकों को नौकरी देने का प्रयास किया जाता है परन्तु यदि आप एक ग्रेजुएट हैं और आपके पास सम्बंधित हुनर या अनुभव है तो आप ऐसी ही किसी नौकरी के लिए बने हैं।

अन्य जॉब्स एवं विकल्प

यदि आप ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए अन्य नौकरियों के विकल्प जानना चाहते हैं तो आपके समक्ष मर्चेंट नेवी में नौकरी करना भी एक बेहतरीन विकल्प है। मर्चेंट नेवी में नौकरी के विभिन्न विकल्पों और उनको पाने के लिए विभिन्न ग्रेजुएशन कोर्सों के विकल्पों को जानने के लिए आप “मर्चेंट नेवी में नौकरी कैसे पाएं” पढ़ कर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: (1). सरकारी नौकरी कैसे पाएं ?
(2). भारत में प्राइवेट नौकरी कैसे पाएं ?

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से हमने आपको ग्रेजुएशन के बाद मौजूद विभिन्न जॉब्स और कोर्सों के विकल्प बताएं हैं। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी ग्रेजुएशन डिग्री के आधार पर एक उचित नौकरी/ कोर्स का चुनाव करके एक उचित कैरियर विकल्प चुन सकते हैं।

4 thoughts on “ग्रेजुएशन के बाद क्या करें ?”
  1. Bseb patna se 2016 me matric 53.6% ,bseb patna se 2018 me inter science me main math 45% ,Lnmu darbhanga se 2022 me guration art history honours 61% marks hai to aage kaun sa course kare ki jaldi se koi job mil Jaye please reply sir

  2. Hello sir
    Mera 2022 me B.sc complete ho jayega and main Computer Diploma bhi kiya hai.
    To maine age kya karu jo mujhe jop jaldi mil jaye.
    Post graduation ya other koyi course.
    Please reply me

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!