teacher kaise bane

टीचर कैसे बनें या शिक्षक कैसे बनें ? – यदि आप भी इस सवाल का जवाब खोज रहे हैं तो यह लेख आपके सभी सवालों का जवाब देने वाला है, अतः इस लेख को अंत तक पढ़ें। इस लेख में हम प्राथमिक विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher) की नियुक्ति से लेकर कॉलेज में सहायक प्रोफ़ेसर (Assistant Professor) तक की नियुक्ति से सम्बंधित सभी तरीकों के बारे में जानेंगे।

प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher) कैसे बनें

प्राथमिक शिक्षक या Primary Teacher कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के छात्रों को पढ़ाने का कार्य करते हैं। प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थी 12वीं के बाद Diploma in Elementary Education (D.El.Ed) या Junior Basic Training (JBT) कोर्स में उत्तीर्ण होने चाहिए या ग्रेजुएशन (स्नातक) के बाद B.Ed डिग्री कोर्स में उत्तीर्ण होने चाहिए तथा साथ ही प्राइमरी स्टेज (कक्षा 1 से कक्षा 5) की CTET या सम्बंधित राज्य TET परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए। यह सभी योग्यताएं होने के बाद अभ्यर्थी केंद्र सरकार या राज्य सरकार के अधीन प्राथमिक विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी यह भी ध्यान रखें की केंद्र सरकार के अधीन केंद्रीय प्राथमिक विद्यालयों या विभिन्न राज्य सरकार के अधीन प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति के लिए सम्बंधित सरकार के नियुक्ति क़ानून के अनुसार आवेदन करने की अधिकतम आयु सीमा और पढ़ाई में न्यूनतम अंक भिन्न – भिन्न हो सकते हैं। अतः अभ्यर्थी अपनी योग्यताओं के अनुसार ही आवेदन करें।

Trained Graduate Teacher (TGT) कैसे बनें

TGT कक्षा 6 से कक्षा 8वीं या 10वीं तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को कहा जाता है। कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के विद्यालयों को जूनियर हाई स्कूल या मिडिल स्कूल कहा जाता है और कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के विद्यालयों को हाई स्कूल कहा जाता है। कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के विद्यालयों के शिक्षकों को एलीमेंट्री शिक्षक या TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) कहा जाता है और कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के विद्यालयों के शिक्षकों को भी TGT ही कहा जाता है।

TGT शिक्षक नियुक्त होने के लिए अभ्यर्थी सम्बंधित विषय या कुछ विषयों के combination के साथ न्यूनतम 50% अंकों सहित ग्रेजुएट (स्नातक) होना चाहिए और B.Ed डिग्री में उत्तीर्ण होना चाहिए। जूनियर हाई स्कूल या मिडिल स्कूल में शिक्षक नियुक्त होने के लिए अभ्यर्थी सम्बंधित केंद्र सरकार या राज्य सरकार में आवेदन करने से पहले एलीमेंट्री स्टेज (कक्षा 6 से कक्षा 8) के CTET या सम्बंधित राज्य TET परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए।

कुछ मुख्य विषयों में TGT शिक्षक पद के लिए आवेदन करने के लिए ग्रेजुएशन (स्नातक) डिग्री कोर्स में विषय या विषयों का combination इस प्रकार होना चाहिए :-

S. No.Post (Subject)Graduation के विषय
1TGT (English)सभी तीनों वर्षों में अंग्रेज़ी विषय
2TGT (Hindi)सभी तीनों वर्षों में हिंदी विषय
3TGT (Social Science)History (इतिहास) या Geography (भूगोल) सहित History (इतिहास) या Geography (भूगोल) या Economics या Political Science (राजनीति शास्त्र) में से कोई दो विषय 
4TGT (Science)Zoology, Botany और Chemistry या Physics, Chemistry और Maths
5TGT (Maths)Maths (गणित) विषय सहित B.A या B.Sc. डिग्री
6TGT (Sanskrit)सभी तीनों वर्षों में संस्कृत विषय

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) कैसे बनें

PGT शिक्षक विद्यालयों में कक्षा 11वीं और 12वीं को वह विषय पढ़ाने का कार्य करते हैं जिसमें उन्होंने पोस्टग्रेजुएट या स्नातकोत्तर डिग्री उत्तीर्ण की होती है। PGT शिक्षक नियुक्त होने के लिए TET परीक्षा अनिवार्य नहीं की गयी है परन्तु यदि केंद्र सरकार या कोई राज्य सरकार चाहे तो वह PGT शिक्षक नियुक्त करने के लिए भी TET परीक्षा की अनिवार्यता रख सकती है। भारत में कुछ राज्यों ने PGT शिक्षक नियुक्त होने के लिए भी TET परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया हुआ है।

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) बनने के लिए अनिवार्य योग्यता :-

किसी विषय के PGT शिक्षक बनने के लिए आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी का उस विषय के स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स में न्यूनतम 50% अंकों सहित उत्तीर्ण होना अनिवार्य है और साथ ही B.Ed डिग्री में भी उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। उपरोक्त योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी किसी भी सरकारी या ग़ैर सरकारी विद्यालय में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और सम्बंधित नियुक्ति परीक्षा और साक्षात्कार में उत्तीर्ण होकर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। 

कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर कैसे बनें

भारत के किसी भी College (महाविद्यालय) या University (विश्वविद्यालय) में शिक्षक बनने की शुरुआत Assistant Professor (सहायक प्रोफ़ेसर) पद से होती है और बाद में पदोन्नति के माध्यम से शिक्षक Associate Professor (एसोसिएट प्रोफ़ेसर) और अंत में Professor (प्रोफ़ेसर) बन सकते हैं।

Assistant Professor नियुक्त होने के लिए क्या योग्यता चाहिए :-

भारत के किसी भी कॉलेज या युनिवर्सिटी में किसी भी विषय का असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नियुक्त होने के लिए अभ्यर्थी के पास निम्नलिखित शैक्षणिक योग्यताएं होनी चाहिए :-

1. न्यूनतम 55% अंकों के साथ सम्बंधित विषय में पोस्टग्रेजुएट या स्नातकोत्तर डिग्री। UGC के मानकों के अनुसार 01 जुलाई, 2021 के बाद से विश्वविद्यालों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता Ph.D डिग्री किये जाने का प्रस्ताव और प्रावधान है।

2. National Eligibility Test (NET परीक्षा) या सम्बंधित State Level Eligibility Test (SLET परीक्षा) में उत्तीर्ण होना चाहिए।

3. साल 2009 तक Ph.D डिग्री धारकों को NET परीक्षा या SLET परीक्षा में उत्तीर्ण होने की अनिवार्यता से छूट दी गयी है।

असिस्टेंट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति के लिए उन विषयों में NET परीक्षा या SLET परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है जिन विषयों में NET परीक्षा और SLET परीक्षा आयोजित नहीं की जाती है।

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कॉलेज या युनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर या एसोसिएट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति प्रक्रिया

असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नियुक्त होने के बाद एसोसिएट प्रोफ़ेसर या प्रोफ़ेसर के पद पर नियुक्त होने के दो तरीके हैं – सीधी नियुक्ति (Direct Recruitment) या पदोन्नति (Promotion). सीधी नियुक्ति के लिए प्रोफ़ेसर और एसोसिएट प्रोफ़ेसर दोनों ही पदों के लिए Ph.D की अनिवार्यता रखी गयी है। 

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निष्कर्ष (Conclusion)

हम आशा करते हैं कि इस लेख के माध्यम से आपको भारत में विद्यालयों में प्राइमरी टीचर, Trained Graduate Teacher, Lecturer (PGT) और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नियुक्त होने के लिए सभी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी। अतः अभ्यर्थी अपनी योग्यता के अनुसार भारत में टीचर बनने के लिए आवेदन करके सम्बंधित पद पर नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।

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