B Des या B.Des या बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन, एक 4-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्स है जो बारहवीं (12th) कक्षा के बाद किया जा सकता है। यह कोर्स किसी भी विषय या संकाय से न्यूनतम निर्धरित अंकों सहित 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्र कर सकते हैं। इस कोर्स में मुख्यतः टेक्सटाइल डिज़ाइन, फैशन डिज़ाइन, ज्वेलरी डिज़ाइन, इंटीरियर डिज़ाइन आदि पारंपरिक विशेषज्ञताओं में स्नातक डिग्री कोर्स किया जा सकता है। परन्तु कंप्यूटर, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और इंटरनेट के अत्यधिक विकास के कारण B.Des कोर्स की कुछ आधुनिक विशेषज्ञताओं में ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग, मल्टीमीडिया डिज़ाइनिंग, गेम डिज़ाइनिंग आदि भी शामिल हैं। यदि आप भी 12th के बाद B.Design कोर्स करना चाहते हैं तो इस से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी आपको यहाँ पर मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि B.Design कोर्स या बैचलर ऑफ़ डिज़ाइनिंग कोर्स क्या है।
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B Design कोर्स क्या है
B.Design कोर्स 12वीं कक्षा के बाद किया जाने वाला डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में एक स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्स होता है। बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन कोर्स कुल 4 साल का होता है। B Design कोर्स की मुख्य विशेषज्ञताएं टेक्सटाइल डिज़ाइन, फैशन डिज़ाइन, ज्वेलरी डिज़ाइन, इंटीरियर डिज़ाइन, ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग, मल्टीमीडिया डिज़ाइनिंग, गेम डिज़ाइनिंग आदि होती हैं। इस कोर्स में CAD, CAM एवं अन्य कंप्यूटर सॉफ्टवेयरों के उपयोग से डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में विभिन्न लिखित और प्रयोगात्मक पढ़ाई कराई और सिखाई जाती है।
B Des कोर्स की फुल-फॉर्म “बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन या Bachelor of Design” होती है।
B.Design कोर्स में एडमिशन की योग्यता
भारत में बी.डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए किसी भी संकाय / विषय से 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्र योग्य होते हैं। परन्तु छात्रों को सम्बंधित कॉलेज या संस्थान में एडमिशन के लिए आवेदन करने के लिए नियमानुसार आयु सीमा एवं न्यूनतम प्राप्तांकों की योग्यता भी पूरी करनी होती है।
बी. डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया
भारत के विभिन्न डिज़ाइन संस्थानों में B.Design कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों को सम्बंधित प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होता है। भारत में बी.डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ मुख्य प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित हैं:-
क्रम संख्या | प्रवेश परीक्षा का नाम | सम्बंधित संस्थान |
1 | NIFT प्रवेश परीक्षा (जनरल एबिलिटी टेस्ट (GAT) एवं क्रिएटिव एबिलिटी टेस्ट (CAT)) | नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) |
2 | NID DAT | नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन (NID) |
3 | UCEED | IIT (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) |
बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन कोर्स की विशेषज्ञताएं (Specialisations)
भारत में B.Design कोर्स मुख्यतः निम्नलिखित विशेषज्ञताओं में किया जा सकता है:-
- फैशन डिज़ाइन;
- टेक्सटाइल डिज़ाइन;
- इंटीरियर डिज़ाइन;
- ज्वेलरी डिज़ाइन;
- ग्राफ़िक्स डिज़ाइन;
- गेम डिज़ाइन;
- मल्टीमीडिया डिज़ाइन;
- विज़ुअल कम्युनिकेशन; आदि।
B.Des कोर्स के लिए टॉप कॉलेज
भारत में B.Des कोर्स के लिए कुछ श्रेष्ठ शिक्षण संस्थाएं निम्नलिखित हैं:-
- NIFT, दिल्ली;
- NIFT, बेंगलुरु;
- NIFT, मुंबई;
- IIT, हैदराबाद;
- IIT, मुंबई;
- IIT, दिल्ली;
- NID, अहमदाबाद;
- Symbiosis Institute of Design, पुणे।
बी.डिज़ाइन कोर्स के बाद क्या करें
B.Design कोर्स के बाद अभ्यर्थी अपने कोर्स की विशेषज्ञता के अनुसार निम्नलिखित पदों पर नौकरी या निम्नलिखित क्षेत्रों में अपना बिज़नेस कर सकते हैं:-
- फैशन डिज़ाइनर;
- इंटीरियर डिज़ाइनर;
- ज्वेलरी डिज़ाइनर;
- ग्राफ़िक्स डेज़िनेर;
- गेम डिज़ाइनर;
- इंडस्ट्रियल डिज़ाइनर;
- आर्ट डायरेक्टर; आदि।
उपरोक्त के अलावा अभ्यर्थी डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए मास्टर ऑफ़ डिज़ाइन (M.Des) कोर्स भी कर सकते हैं, जिसकी अवधि 2 वर्ष की होती है।
बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन कोर्स की फ़ीस
भारत में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में B.Design कोर्स की पढ़ाई की फ़ीस 10 हजार रूपये प्रति वर्ष से लेकर 5 लाख रूपये प्रति वर्ष तक है।
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निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको B.Design कोर्स से सम्बंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त हुई है, जैसे कि B.Des कोर्स क्या है, बी.डिज़ाइन कोर्स में एडमिशन की योग्यता/ प्रक्रिया, टॉप कॉलेज, फ़ीस आदि। यदि आप भी B.Design कोर्स करके एक डिज़ाइनर बनना चाहते हैं तो आप यहाँ पर मौजूद जानकारी का लाभ उठा कर ऐसा कर सकते हैं।
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