gramin dak sevak ka kya kaam hota hai aur kaise bane

ग्रामीण डाक सेवक भारत सरकार के डाक विभाग के ग्रामीण क्षेत्रों के ब्रांच पोस्ट ऑफिस (डाक घर) में कार्य करने वाले कर्मचारी होते हैं। भारत में किसी भी राज्य के गाँव- गाँव तक डाक विभाग की अधिकतर योजनाओं को पहुँचाने का श्रेय ग्रामीण डाक सेवक को ही जाता है। भारतीय डाक विभाग समय-समय पर विभिन्न राज्यों में ग्रामीण डाक सेवक/ सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर/ ब्रांच पोस्टमास्टर की नौकरी के लिए विज्ञप्ति निकालता रहता है। 10वीं कक्षा के बाद सरकारी नौकरी पाने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के पास ग्रामीण डाक सेवक/ सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर/ ब्रांच पोस्टमास्टर बन कर सरकारी नौकरी पाने का बेहतरीन विकल्प मौजूद है। इस लेख में हम ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है, ग्रामीण डाक सेवक कैसे बनें और ग्रामीण डाक सेवक की सैलरी कितनी होती है आदि बातों के बारे में जानेंगे। अतः आइये जानते हैं कि ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है और कैसे बनें

ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है

ग्रामीण डाक सेवक नियुक्ति के लिए निकाली गयी विज्ञप्ति के माध्यम से तीन पदों पर नियुक्ति की जाती है- ब्रांच पोस्टमास्टर (BPM), सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर (ABPM) और ग्रामीण डाक सेवक (GDS). इन तीनों पदों पर नियुक्त होने वाले कर्मचारियों के मुख्य कार्य निम्नलिखित होते हैं :

ब्रांच पोस्टमास्टर– ब्रांच पोस्टमास्टर के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थी को ग्रामीण डाक घर का मुखिया कहा जाता है। ब्रांच पोस्टमास्टर के मुख्य कार्य यह होते हैं :

  • ब्रांच पोस्ट ऑफिस (ग्रामीण डाक घर) के सभी कार्यों और मामलों का प्रबंधन।
  • भारतीय डाक बैंक से सम्बंधित सभी कार्य।
  • निर्धारित कार्य घंटों के दौरान काउंटर संचालन सुनिश्चित करना।
  • भारतीय डाक बैंक के ऑनलाइन लेनदेन से सम्बंधित कार्य करने हेतू विभागीय डिवाइस / लैपटॉप / उपकरण का प्रयोग।
  • ब्रांच पोस्ट ऑफिस के रिकॉर्ड का रख-रखाव; आदि।

असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर– असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर के निम्नलिखित मुख्य आधिकारिक कार्य होते हैं :

  • डाक टिकट और स्टेशनरी बेचना।
  • भारतीय डाक वितरण बैंक (IPPB) के खातों में ग्राहकों के पैसे जमा करना और निकालना।
  • चिट्ठी, पत्र एवं अन्य डाक का घर-घर जा कर वितरण करना।
  • डाक घर से सम्बंधित स्कीमों के बारे में ग्रामीणों को जागरुक करने हेतू मेले एवं मार्केटिंग के कार्य करना।
  • ब्रांच पोस्टमास्टर की उसके दैनिक आधिकारिक कार्यों में सहायता करना; आदि।

ग्रामीण डाक सेवक– ग्रामीण डाक सेवक और असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर के कार्य लगभग एक जैसे ही होते हैं। अतः अधिकतर ग्रामीण डाक घरों में ब्रांच पोस्टमास्टर के अलावा असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर या ग्रामीण डाक सेवक में से किसी एक का ही पद होता है।

ग्रामीण डाक सेवक का फॉर्म कैसे भरें

ग्रामीण डाक सेवक के पद के लिए आवेदन करने हेतू अभ्यर्थी भारतीय डाक विभाग के https://appost.in/gdsonline/Home.aspx लिंक पर जा कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के अलावा अभ्यर्थियों के पास कोई और आवेदन का साधन मौजूद नहीं है। आवेदन करते समय सम्बंधित डाक सर्किल और अपनी योग्यता से सम्बंधित सभी नियम और शर्तें जानना आवश्यक है, अतः अभ्यर्थी अपनी योग्यता एवं अन्य शर्तें पूर्ण रूप से जान लें।

ग्रामीण डाक सेवक कैसे बनें (नियुक्ति प्रक्रिया)

ग्रामीण डाक सेवक की नियुक्ति के लिए भारतीय डाक विभाग समय- समय पर विभिन्न राज्यों में ब्रांच पोस्टमास्टर/ सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर/ ग्रामीण डाक सेवक के हजारों पदों को विज्ञापित करता रहता है। यहाँ पर हम ग्रामीण डाक सेवक पद पर नियुक्त होने के लिए सम्पूर्ण नियुक्ति प्रक्रिया की चर्चा करेंगे।

शैक्षिक योग्यता

ग्रामीण डाक सेवक के पद के लिए आवेदन करने हेतू अभ्यर्थी भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके साथ ही अभ्यर्थी जिस राज्य के लिए आवेदन करना चाहता है, उस राज्य की स्थानीय भाषा के विषय की परीक्षा में भी 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है।

आयु सीमा

उपरोक्त पदों के लिए आवेदन करने हेतू अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष तक होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों के अभ्यर्थियों को नियमानुसार आयु सीमा में छूट दी जाती है।

चयन प्रक्रिया

आवेदन के उपरांत अभ्यर्थियों की नियुक्ति 10वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर बनाई जाने वाली मेरिट सूची के आधार पर होती है। मेरिट सूची बनाते समय 10वीं कक्षा के अलावा किसी अन्य कक्षा या उच्च शिक्षण का कोई अंक नहीं जोड़ा जाता।

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ग्रामीण डाक सेवक की सैलरी (Salary)

ब्रांच पोस्टमास्टर या सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर या ग्रामीण डाक सेवक को प्रतिदिन 4 या 5 घंटे ही कार्य करना होता है। डाक विभाग के ग्रामीण डाक सेवकों को Time Related Continuity Allowance (TRCA) के रूप में समय से संबंधित निरंतरता भत्ता दिया जाता है। ब्रांच पोस्टमास्टर, सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर और ग्रामीण डाक सेवकों को दिए जाने वाला TRCA या निरंतरता भत्ता इस प्रकार है :

पद न्यूनतम TRCA (निरंतरता भत्ता)- लेवल 1 के लिए (4 घंटे कार्य अवधि)न्यूनतम TRCA (निरंतरता भत्ता)- लेवल 2 के लिए (5 घंटे कार्य अवधि)
ब्रांच पोस्टमास्टर12,000/- रूपये 14,500/- रूपये
सहायक ब्रांच पोस्टमास्टर/ ग्रामीण डाक सेवक10,000/- रूपये12,000/- रूपये

निष्कर्ष

यहाँ पर आपको ग्रामीण ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है और कैसे बनें, ग्रामीण डाक सेवक का फॉर्म कैसे भरें, ग्रामीण डाक सेवक की सैलरी आदि से सम्बंधित सभी जानकारी दी गयी हैं। अतः इन जानकारियों का लाभ उठाते हुए आप 10वीं कक्षा के बाद सरकारी नौकरी पाने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं।

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7 thoughts on “ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है और कैसे बनें ?”
    1. आप शिक्षाव्यवसाय.कॉम को नियमित रूप से पढ़ते रहिये और उसमें दिए गए लिंकों को समय-समय पर जाँचते रहिये। यहाँ पर आपको भारत में मौजूद कैरियर, शिक्षा और रोज़गार से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां नियमित तौर से मिलती रहेंगी। धन्यवाद।

      1. लेकिन 10000/12000 में घर कैसे चलेगा कोई अन्य नौकरी सब हों तो बताने का कष्ट करें।

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