इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (Electronics Engineering) को मुख्यतः इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का वह रूप या भाग माना जा सकता है जिसमें छात्रों को सेमीकंडक्टर, ट्रांज़िस्टर, डायोड और अन्य विद्युत घटकों का उपयोग करके इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट, डिवाइस, इंटीग्रेटेड सर्किट और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम आदि का डिज़ाइन और उनके परीक्षण आदि से सम्बंधित पढाई कराई जाती है।
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जायेगी। अतः आइये जानते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स क्या होता है।
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इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग क्या है
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग; इंजीनियरिंग की वह शाखा होती है जिसमें छात्रों को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कि ट्रांज़िस्टर, डायोड, सेमीकंडक्टर आदि का प्रयोग और उनका उपयोग करके विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, इंटीग्रेटेड सर्किट आदि का डिज़ाइन, निर्माण, परीक्षण आदि से सम्बंधित पढ़ाई कराई जाती है और सिखाया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का एक उप-भाग भी कहा जा सकता है और यह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बहुत मिलता जुलता सा कोर्स होता है। इस कारण से ही कुछ इंजीनियरिंग संस्थानों में “इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग” का कोर्स एक ही इंजीनियरिंग शाखा के रूप में पढ़ाया जाता है। परन्तु अनेक इंजीनियरिंग कॉलेजों/ विश्विद्यालयों में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एक अलग कोर्स के रूप में पढ़ाया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्स
यदि आप इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग का कोई कोर्स करना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:-
क्रम संख्या | कोर्स का नाम | कोर्स की अवधि | शैक्षिक योग्यता |
1 | इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिप्लोमा | 3 वर्ष | दसवीं कक्षा |
2 | B.Tech (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) | 4 वर्ष | फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषयों सहित बारहवीं कक्षा |
3 | M.Tech (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) | 2 वर्ष | B.Tech |
4 | Ph.D (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) | M.Tech (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) |
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के प्रकार
भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों/ इंजीनियरिंग कॉलेजों में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के कोर्स निम्नलिखित प्रकार के नामों से कराये जाते हैं:-
- इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग;
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग;
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग;
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग;
- इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग; आदि।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विषय
भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों में B.Tech (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) कोर्स में मुख्यतः निम्नलिखित या इनसे मिलते-जुलते विषय पढ़ाये जाते हैं:-
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सर्किट;
- कंट्रोल सिस्टम;
- डिज़ाइन एवं नेटवर्किंग सिस्टम;
- माइक्रोप्रोसेसर;
- कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग;
- VLSI डिज़ाइन;
- डिजिटल सिग्नल;
- इंजीनियरिंग फिजिक्स;
- इंजीनियरिंग केमिस्ट्री;
- इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स;
- इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम; आदि।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के मुख्य कॉलेज
भारत में B.Tech (इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) कोर्स करने के लिए कुछ श्रेष्ठ कॉलेज निम्नलिखित हैं:-
- विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (I.I.T.);
- विभिन्न राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (N.I.T.);
- BITS, पिलानी;
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़;
- वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (V.I.T.), वेल्लोर;
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मणिपाल;
- SRM यूनिवर्सिटी, चेन्नई; आदि।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्सों में निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाओं/ प्रक्रियाओं से एडमिशन लिया जा सकता है:-
क्रम संख्या | कोर्स का नाम | प्रवेश परीक्षा/ प्रक्रिया |
1 | 3 वर्षीय डिप्लोमा | सम्बंधित राज्य की पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा |
2 | B.Tech | JEE (Main) / JEE (एडवांस्ड) |
3 | M.Tech | GATE |
4 | Ph.D | GATE / इंटरव्यू |
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के बाद करियर विकल्प
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग का डिप्लोमा/ डिग्री/ डॉक्टरेट डिग्री कोर्स करने के बाद अभ्यर्थी भारत के किसी भी सम्बंधित सरकारी/ प्राइवेट विभाग या कंपनी में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर (जूनियर इंजीनियर/ सहायक इंजीनियर) के पद पर नियुक्ति पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यदि सरकारी विभागों की बात की जाए तो इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के बाद अभ्यर्थी निम्नलिखित विभागों में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर के पद पर नियुक्ति पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं:-
- इंडियन रेलवे;
- भारतीय थलसेना (इंडियन आर्मी);
- भारतीय नौसेना (इंडियन नेवी);
- भारतीय वायुसेना (इंडियन एयर-फाॅर्स);
- भारतीय दूरसंचार विभाग;
- दिल्ली मैट्रो रेल विभाग; आदि।
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निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स से सम्बंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त हुई हैं, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स क्या है, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्स और उनके प्रकार, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग कोर्स के विषय/ कॉलेज/ प्रवेश प्रक्रिया आदि। यदि आप भी एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आप इस लेख में मौजूद जानकारी का लाभ उठा कर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर बनने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं।