यदि आपने फिजिक्स (भौतिक विज्ञान), केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) या बायोलॉजी (जीव विज्ञान) विषयों सहित बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है या इन विषयों सहित ग्यारहवीं या बारहवीं कक्षा के छात्र हैं और 12th के बाद भारत में उपलब्ध मेड़िकल कोर्सों के विभिन्न विकल्प जानना चाहते हैं तो इस से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलेगी। अतः आइये जानते हैं 12th के बाद मेड़िकल छात्रों के लिए उपलब्ध मेड़िकल और पैरामेडिकल कोर्सों के विभिन्न विकल्पों के बारे में।
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12th के बाद मेड़िकल कोर्स विकल्प
यहाँ पर आपको मेड़िकल विषयों (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के लिए भारत में उपलब्ध मेड़िकल या पैरामेडिकल के 10 बेहतरीन स्नातक डिग्री और डिप्लोमा कोर्सों की जानकारी दी जायेगी, जिसके बाद अभ्यर्थी सीधा एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने के योग्य हो सकते हैं। उपरोक्त लिखित 10 विकल्प निम्नलिखित हैं:-
MBBS
मेड़िकल विषयों (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले अधिकतर छात्रों का सपना MBBS डिग्री प्राप्त करके डॉक्टर बनने का होता है। अतः विज्ञान (मेड़िकल) छात्रों के लिए 12th के बाद उपलब्ध विकल्पों में से श्रेष्ठ विकल्प MBBS कोर्स है। यह कोर्स सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी एलोपैथी पद्धति के डॉक्टर के रूप में कार्य कर सकता है।
MBBS से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “MBBS क्या है” पढ़ सकते हैं।
BDS
मेड़िकल विषयों से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र यदि MBBS कोर्स में प्रवेश नहीं प्राप्त कर पाते हैं और वह डॉक्टर ही बनना चाहते हैं तो उनके लिए BDS (बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी) कोर्स करके दांतों का डॉक्टर या दन्त चिकित्सक बनने का विकल्प भी उपलब्ध होता है। अतः यदि आपने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों सहित 12th कक्षा उत्तीर्ण की है तो BDS के रूप में स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्स भी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
BDS से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “BDS क्या है और BDS कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
BAMS
मेड़िकल विषयों से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के समक्ष 12th के बाद BAMS कोर्स करके आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने का विकल्प भी मौजूद है। भारत में यह विकल्प मुख्यतः वह छात्र चुनते हैं जिनको MBBS या BDS कोर्स में प्रवेश नहीं मिल पाता है। परन्तु कुछ छात्रों की प्रथम पसंद आयुर्वेदिक चिकित्सक बनना भी हो सकती है।
BAMS कोर्स से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “BAMS कोर्स क्या है और कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
B.Pharma
बारहवीं कक्षा मेड़िकल विषयों (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) से उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के समक्ष बारहवीं के बाद डॉक्टर बनने के अलावा फार्मासिस्ट बनने का विकल्प भी उपलब्ध होता है और फार्मासिस्ट बनने के लिए अभ्यर्थी बारहवीं कक्षा के बाद बी.फार्मा (बैचलर ऑफ़ फार्मेसी) कोर्स में एडमिशन ले सकता है। अतः मेड़िकल छात्रों के समक्ष B.Pharma के रूप में भी एक बेहतरीन स्नात्तक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स का विकल्प भी उपलब्ध है।
B.Pharma से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “बी.फार्मा कोर्स क्या है और कैसे करें” पढ़ सकते हैं और फार्मासिस्ट बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “फार्मासिस्ट कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।
BPT
मेड़िकल विषयों सहित बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के लिए बारहवीं के बाद “बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (BPT)” कोर्स करके फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने का भी एक बेहतरीन विकल्प उपलब्ध है। अतः यदि किसी कारणवश आप डॉक्टर या फार्मासिस्ट बनने के लिए ऊपर लिखित कोर्सों में प्रवेश नहीं ले पाते हैं तो आप BPT कोर्स के रूप में स्नातक कोर्स करके फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बन सकते हैं।
BPT कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “BPT कोर्स क्या है और कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
BHMS
यदि बारहवीं कक्षा के बाद आप डॉक्टर ही बनना चाहते हैं और किसी कारणवश MBBS कोर्स में एडमिशन प्राप्त नहीं कर पाए हैं तो BHMS कोर्स के माध्यम से आप होम्योपैथी पद्धति के चिकित्सक भी बन सकते हैं, जिनको होम्योपैथिक डॉक्टर भी कहा जाता है। अतः मेड़िकल विषयों से 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के समक्ष डॉक्टर बनने के लिए बारहवीं के बाद BHMS कोर्स का एक बेहतरीन विकल्प भी मौजूद है।
BHMS कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “BHMS कोर्स क्या है और कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
B.Sc. (नर्सिंग)
यदि चिकित्सा क्षेत्र की बात की जाए तो इस क्षेत्र में डॉक्टर के अलावा नर्स या नर्सिंग स्टाफ भी एक बेहतरीन करियर विकल्प के रूप में मौजूद है। हालाँकि यह विकल्प लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए है, परन्तु यह लड़कों की तुलना में लड़कियों के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है। अतः बारहवीं के बाद नर्सिंग क्षेत्र में करियर बनाने के लिए B.Sc. (नर्सिंग) कोर्स का विकल्प भी चुना जा सकता है।
B.Sc. (नर्सिंग) कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “B.Sc (नर्सिंग) क्या है और कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
B.Sc.
यदि बारहवीं कक्षा के बाद आप चिकित्सा क्षेत्र में करियर न बनाकर अन्य क्षेत्रों जैसे कि शिक्षण (टीचिंग) या अन्य किसी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो यह आप सामान्य B.Sc. डिग्री कोर्स करके भी कर सकते हैं। अतः आप बारहवीं के बाद सामान्य B.Sc. कोर्स करके भी टीचर (B.Ed या M.Sc आदि के बाद) या सामान्य ग्रेजुएशन कोर्स वाली अन्य सरकारी नौकरियों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
B.Sc. कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “B.Sc. क्या है और B.Sc कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं। टीचर बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “टीचर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं और सरकारी नौकरियों के विभिन्न विकल्प जानने क्ले लिए आप “सरकारी नौकरी कैसे पाएं” पढ़ सकते हैं।
D.Pharma
उपरोक्त लिखित सभी कोर्स विकल्प स्नातक डिग्री कोर्स विकल्प हैं। परन्तु मेड़िकल छात्रों के लिए बारहवीं कक्षा के बाद कुछ ऐसे डिप्लोमा कोर्स भी मौजूद हैं, जिनके बाद अभ्यर्थी सीधा नौकरी प्राप्त करने लिए योग्य हो जाता है। ऐसे कोर्सों की सूची में पहला विकल्प है डी.फार्मा कोर्स का। मेड़िकल विषयों से 12th उत्तीर्ण छात्र बारहवीं के बाद डी.फार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी) कोर्स भी कर सकते हैं और यह कोर्स करने के बाद भी अभ्यर्थी एक फार्मासिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं।
डी.फार्मा कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “D.Pharma क्या है और यह कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
DMLT
12th (मेड़िकल) छात्रों के लिए 12th के बाद उपलब्ध विकल्पों में DMLT (डिप्लोमा इन मेड़िकल लैब टेक्नोलॉजी) कोर्स का विकल्प भी उपलब्ध है जिसको सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी लैब तकनीशियन के रूप में कार्य कर सकता है।
DMLT कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “DMLT कोर्स क्या है” पढ़ सकते हैं।
यह भी पढ़ें: भारत में लड़कियों के लिए श्रेष्ठ कोर्स विकल्प।
निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको मेड़िकल छात्रों के लिए 12th के बाद कोर्स की जानकारी प्राप्त हुई है। अतः इस जानकारी का लाभ उठा कर आप अपने करियर विकल्प के आधार पर बारहवीं के बाद एक उचित कोर्स विकल्प चुन कर सम्बंधित करियर बना सकते हैं।
My ride
Very good work