Description of nature of work of Posts, Departments of SSC CHSL Exam in Hindi

SSC CHSL परीक्षा, भारत में केंद्र सरकार के अधीन विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को विभिन्न ग्रुप-सी पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है। यह परीक्षा केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission) द्वारा लगभग प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती है, जिसके लिए प्रत्येक वर्ष लाखों अभ्यर्थी आवेदन करते हैं। CHSL परीक्षा की फुल-फॉर्म “कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल परीक्षा” होती है और इसके सभी पदों के लिए 12th कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। यहाँ पर इस लेख में हम आपको SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से नियुक्ति देने वाले लगभग सभी विभागों, सम्बंधित पदों और जॉब विकल्पों के सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे और उनके बारे में जानेंगे। अतः आइये SSC CHSL के सभी पद, विभाग और जॉब विकल्पों की विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।

इस लेख में हम SSC CHSL परीक्षा और उसके पाठ्यक्रम, पैटर्न, योग्यता, वेतन, तैयारी आदि से सम्बंधित कोई जानकारी नहीं देंगे और यदि आपको ऐसी कोई जानकारी प्राप्त करनी है तो आप हमारे लेख “SSC CHSL परीक्षा क्या है” और “SSC CHSL परीक्षा की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं। यह लेख हमारे पाठकों के लिए SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से चयनित होने के उपरान्त सम्बंधित विभागों, पदों, जॉब विकल्पों आदि का सम्पूर्ण और विशिष्ट विवरण देने के लिए तैयार किया गया है।

SSC CHSL के माध्यम से कौन से विभागों/ पदों पर नियुक्ति की जाती है

SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों / विभागों / कार्यालयों में मुख्यतः निम्नलिखित पदों पर नियुक्त हो सकते हैं:-

  • लोअर डिवीज़न क्लर्क (LDC)
  • जूनियर सेक्रेटेरिएट असिस्टेंट (JSA)
  • डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO)
  • पोस्टल असिस्टेंट (PA)
  • सॉर्टिंग असिस्टेंट (SA)

SSC CHSL के विभागों/ पदों के आधिकारिक कर्तव्य और कार्यों की प्रकृति क्या है

यहाँ पर हम आपको SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से नियुक्त होने वाले विभिन्न पदों के आधिकारिक कर्तव्य और कार्य की प्रकृति / कार्यशैली आदि के बारे में एक-एक करके संक्षिप्त में बताएँगे, जिस से आप इस परीक्षा के चरणों के दौरान विभागों/ पदों के विकल्पों का क्रम आसानी से चुन सकें:-

लोअर डिवीज़न क्लर्क (LDC)

लोअर डिवीज़न क्लर्क (LDC) का पद लिपिक संवर्ग (क्लर्क कैडर) में सबसे जूनियर (कनिष्ठ) पद होता है। SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से LDC के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ कार्यालयों/ विभागों में में पदस्थापित किया जाता है। LDC के पद पर चुने जाने के बाद अधिकतर विभाग ऐसे होते हैं जिनमें नियुक्त होने पर अभ्यर्थी अपनी सम्पूर्ण नौकरी दिल्ली में कर सकता है, जैसे कि सेना मुख्यालय, राष्ट्रपति / उपराष्ट्रपति सचिवालय, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय आदि। परन्तु SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से LDC के पद पर नियुक्ति देने वाले कुछ विभाग जैसे कि CBI, MES आदि सम्बंधित अभ्यर्थी को भारत में कहीं भी पदस्थापित कर सकते हैं। अतः यदि विभागों की वरीयता माँगी जाए तो आप अपने गृह राज्य और नौकरी करने के लिए पसंदीदा राज्य के आधार पर अपनी वरीयता दे सकते हैं।

LDC के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को मुख्यतः लिपिकीय कार्य करना होता है, जैसे कि फ़ाइल खोलना, डाक डायरी और प्रेषण करना, सम्बंधित डाक को MTS के माध्यम से कार्यालय के विभिन्न अधिकारियों और अनुभागों तक पहुंचाना, आदेशानुसार टाइपिंग करना आदि। LDC के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों की पदोन्नति UDC और उसके बाद सहायक (असिस्टेंट) या सहायक सेक्शन अधिकारी (असिस्टेंट सेक्शन ऑफ़िसर) के पद पर होती है।

डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO)

SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) के पद पर नियुक्ति पाने के बाद अभ्यर्थियों को CAG (कम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) कार्यालयों में या अन्य किसी केंद्र सरकार के विभाग में पोस्टिंग मिल सकती है। यदि आपका चयन CAG विभाग में हो जाता है तो आपकी पोस्टिंग चाहे भारत के किसी भी राज्य में हो, परन्तु आपका कार्यालय सदैव एक ही होगा और वह भी सम्बंधित राज्य की राजधानी में। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि भारत के लगभग प्रत्येक राज्य में CAG विभाग का एक ही कार्यालय होता है और वह भी सम्बंधित राज्य की राजधानी में होता है। अतः आपको CAG विभाग भारत के किसी में DEO के पद पर पोस्टिंग दे, आप रहेंगे सदा एक ही कार्यालय में, जो सम्बंधित राज्य की राजधानी में होगा। CAG के अलावा यदि SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से आपको अन्य कोई विभाग या मंत्रालय या कार्यालय मिलता है तो आप सम्बंधित विभाग के अनुसार उनके किसी भी कार्यालय में नौकरी करने के लिए भेजे जा सकते हैं।

डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) का कार्य मुख्यतः कंप्यूटर पर डेटा एंट्री और अन्य कंप्यूटर टाइपिंग कार्यों से सम्बंधित होता है, अतः एक DEO को कंप्यूटर डेटा एंट्री और कंप्यूटर टाइपिंग की अच्छी स्पीड़ और ज्ञान होना चाहिए। SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) के पद पर प्रथम नियुक्ति पाने के उपरांत अभ्यर्थी की अगली पदोन्नति भी DEO के पद पर ही होती है, परन्तु उनका ग्रेड बदलता रहता है, जैसे कि DEO (ग्रेड-बी), DEO (ग्रेड-सी), DEO (ग्रेड-F) आदि।

पोस्टल असिस्टेंट (PA)

पोस्टल असिस्टेंट का पद भारतीय डाक विभाग में एक clerical (लिपिकीय) पद के समकक्ष पद है। यदि आप कभी डाकघर या पोस्ट ऑफिस में गए हैं तो आपने देखा होगा कि कुछ डाक कर्मचारी सम्बंधित डाकघर की सबसे आगे वाली सीटों पर बैठकर आम लोगों को सीधे तौर पर विभिन्न सेवायें देते हैं, जैसे कि चिट्ठी की रजिस्ट्री/ स्पीड पोस्ट करना, सेविंग खातों ; PPF ; RD आदि खातों में पैसों का लेनदेन करना आदि। डाकघर के उक्त सभी कर्मचारी पोस्टल असिस्टेंट (PA) या डाक सहायक ही होते हैं। अतः अब आप पोस्टल असिस्टेंट का आधिकारिक कार्य भी समझ गए होंगे। परन्तु स्पीड पोस्ट/ रजिस्ट्री और पैसों के लेनदेन के अलावा डाक सहायक (पोस्टल असिस्टेंट) डाकघरों में अन्य कई कार्य भी करते हैं, जैसे कि डाकघर के अधिकारियों / कर्मचारियों का वेतन बनाना, डाकियों को बांटने के लिए चिट्ठियां देना और उनका दैनिक हिसाब रखना आदि।

SSC CHSL परीक्षा के माध्यम से यदि आपकी नियुक्ति पोस्टल असिस्टेंट (डाक सहायक) के पद पर होती है तो आपको डाक विभाग द्वारा भारत के किसी भी पोस्टल सर्किल में पोटिंग दी जा सकती है। परन्तु एक बार किसी भी पोस्टल सर्किल में पदस्थापना के बाद अभ्यर्थी को उस डाक सर्किल में ही नौकरी करनी होती है। एक डाक सर्किल के अधीन डाक मंडल में डाक सहायक का स्थानांतरण होता रहता है। भारत के अधिकतर पोस्टल सर्किलों का क्षेत्र लगभग एक राज्य होता है। अतः एक बार पोस्टल सर्किल मिलने के बाद डाक सहायक को मुख्यतः सम्बंधित राज्य में ही नौकरी करनी होती है। परन्तु डाक विभाग ऐसा प्रयास अवश्य करता है कि चयनित महिला डाक सहायक को उसके राज्य या उसके निकटतम राज्य में शुरुआती पोस्टिंग दे दी जाए।

डाक विभाग में पोस्टल असिस्टेंट के समकक्ष कुछ वर्षों की सेवा के उपरान्त विभागीय प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से डाक निरीक्षक (पोस्टल इंस्पेक्टर) या पोस्टमास्टर आदि पदों पर पदोन्नत होने का विकल्प उपलब्ध होता है।

यह भी पढ़ें:
(1). पोस्टमैन (डाकिया) कैसे बनें?
(2). ग्रामीण डाक सेवक का क्या काम होता है और कैसे बनें?

सॉर्टिंग असिस्टेंट (SA)

सॉर्टिंग असिस्टेंट या छंटाई सहायक का पद भी डाक विभाग के पोस्टल असिस्टेंट पद से लगभग मिलता जुलता पद ही है, परन्तु इन दोनों पदों में अंतर यह है कि एक डाक सहायक की पोस्टिंग डाकघर (पोस्ट ऑफिस) में होती है और सॉर्टिंग असिस्टेंट की पोस्टिंग रेलवे स्टेशनों पर रेलवे मेल सर्विस (RMS) के कार्यालयों में होती है। RMS कार्यालयों में कार्यरत सॉर्टिंग असिस्टेंट का मुख्य कार्य चिट्ठियों की रजिस्ट्री/ स्पीड़ पोस्ट करना, विभिन्न डाकघरों से आयी डाक को सम्बंधित रेलगाड़ी में चढ़वाना सुनिश्चित करना, रेलगाड़ी के माध्यम से दूसरे राज्यों/ शहरों से आयी डाक/ चिट्ठियों को बांटने के लिए सम्बंधित डाकघरों में पहुँचाना सुनिश्चित करना आदि।RMS कार्यालयों में केवल डाक और चिट्ठियों से सम्बंधित कार्य होता है और डाकघर की तरह वहां पर खातों और खातों के लेनदेन से सम्बंधित कोई कार्य नहीं होता है। परन्तु सॉर्टिंग असिस्टेंट की ड्यूटी दिन और रात दोनों शिफ़्टों में होती है और डाकघर के डाक सहायक की ड्यूटी अधिकतर दिन में ही होती है।

चूँकि, डाकघर के पोस्टल असिस्टेंट और RMS के सॉर्टिंग असिस्टेंट समकक्ष पद हैं, अतः दोनों की पदोन्नति प्रक्रियाएं समान ही होती हैं।

निष्कर्ष

यहाँ पर हमने आपको SSC CHSL के लगभग सभी पद, विभाग और जॉब विकल्पों की विस्तार से जानकारी दी है। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर SSC CHSL परीक्षा में विभागों और पदों की वरीयता दे सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में मौजूद करियर, शिक्षा और रोज़गार के विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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