लेक्चरर (Lecturer) वह शिक्षक होता है जो किसी स्कूल (विद्यालय) में एक विशिष्ट विषय की शिक्षा प्रदान करता है। अर्थात वह किसी एक विषय में निपुण और विशिष्टता प्राप्त अध्यापक होता है। स्कूल लेक्चरर को पोस्टग्रेजुएट टीचर (संक्षिप्त में PGT) भी कहा जाता है। एक स्कूल लेक्चरर मुख्यतः 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को एक विशिष्ट विषय पढ़ाता है। यहाँ पर हम आपको स्कूल लेक्चरर बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्रदान करेंगे। अतः आइये जानते हैं कि स्कूल लेक्चरर कैसे बनें या पोस्टग्रेजुएट टीचर (पी.जी.टी.) कैसे बनें ?
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स्कूल लेक्चरर का क्या काम होता है
स्कूल लेक्चरर का मुख्य कार्य अपने छात्रों को अपनी विशेषज्ञता के अनुसार एक विशिष्ट विषय पर लेक्चर देना होता है। स्कूल लेक्चरर मुख्यतः 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को एक विषय की पढ़ाई कराते हैं।
स्कूल लेक्चरर बनने की योग्यता क्या है
भारत के स्कूलों / विद्यालयों में स्कूल लेक्चरर बनने के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता निम्नलिखित है:-
- सम्बंधित विषय में पोस्ट-ग्रेजुएशन / स्नातकोत्तर डिग्री (M.Sc. / M.A. / M.Com)
- B.Ed डिग्री
उपरोक्त अनिवार्य योग्यता के अलावा कुछ राज्य / सम्बंधित विद्यालय लेक्चरर पद के लिए निम्नलिखित अनिवार्य / वांछित योग्यता भी रख सकते हैं:-
- सम्बंधित विषय में Ph.D डिग्री;
- सम्बंधित पोस्ट-ग्रेजुएशन / स्नातकोत्तर डिग्री और B.Ed डिग्री में न्यूनतम प्राप्तांकों का निर्धारण;
- निर्धारित आयु सीमा;
- स्कूल लेक्चरर / PGT पद के लिए टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET); आदि।
स्कूल लेक्चरर कौनसी कक्षा को पढ़ाता है
स्कूल लेक्चरर मुख्यतः 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हैं। कुछ राज्यों / विद्यालयों में लेक्चरर 11वीं और 12वीं कक्षाओं के साथ-साथ 9वीं और 10वीं कक्षाओं को भी पढ़ाते हैं।
लेक्चरर या PGT कैसे बनें
यदि आप स्कूल लेक्चरर बनने की योग्यता रखते हैं तो भारत के विभिन्न केंद्र सरकार / राज्य सरकार के अधीन विद्यालयों में लेक्चरर पद पर नियुक्ति निम्नलिखित में से किसी एक माध्यम से हो सकती है:-
- लिखित परीक्षा; या
- साक्षात्कार (इंटरव्यू); या
- लिखित परीक्षा और साक्षात्कार दोनों।
स्कूल लेक्चरर के लिए नौकरी के विकल्प
स्कूल लेक्चरर बनने के लिए योग्य उम्मीदवार निम्नलिखित प्रकार के सीनियर सेकेंडरी / इंटरमीडिएट / 10+2 स्कूलों में लेक्चरर पद के लिए आवेदन कर सकते हैं:-
- केंद्रीय विद्यालय एवं अन्य केंद्र सरकार के अधीन विद्यालय;
- विभिन्न राज्य सरकारों के अधीन विद्यालय;
- सरकारी सहायता प्राप्त मैनेजमेंट के स्कूल;
- प्राइवेट / निजी विद्यालय; आदि।
स्कूल लेक्चरर की सैलरी कितनी होती है
भारत के केंद्रीय और विभिन्न राज्य सरकारों के अधीन विद्यालयों में लेक्चरर या पोस्ट-ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) पद पर नियुक्त अभ्यर्थियों को सातवें वेतन आयोग के लेवल-8 के अनुसार शुरुआती मूल वेतन 47600/- रूपये और महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता आदि अन्य सभी देय भत्ते दिए जाते हैं।
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निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको स्कूल लेक्चरर बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त हुई हैं; जैसे कि स्कूल लेक्चरर का क्या काम, स्कूल लेक्चरर बनने की योग्यता, स्कूल लेक्चरर कैसे बनें, स्कूल लेक्चरर की सैलरी, आदि। अतः यदि आप एक स्कूल लेक्चरर बनना चाहते हैं तो आप इस जानकारी का लाभ उठा कर स्कूल लेक्चरर बन सकते हैं।