12th science ke baad top 10 course

यदि आप साइंस (विज्ञान) विषयों सहित 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं या 12th कक्षा उत्तीर्ण कर ली है और आप 12th साइंस के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्प जानना चाहते हैं तो आपको यहाँ पर सम्बंधित पूरी जानकारी मिलेगी। इस लेख के माध्यम से हम 12th (मेड़िकल) और 12th (नॉन-मेड़िकल) के बाद भारत में मौजूद कुल 10 बेहतरीन कोर्स विकल्पों के बारे में जानेंगे। अतः आइये 12th साइंस के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्पों के बारे में जानते हैं।

12th साइंस के बाद टॉप 10 कोर्स

भारत में 12th साइंस के बाद स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्सों के निम्नलिखित बेहतरीन कोर्स विकल्प मौजूद हैं:

  • B.Sc. (बैचलर ऑफ़ साइंस)
  • B.E. / B.Tech (बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग / बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी)
  • MBBS (बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी)
  • B.Arch (बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर)
  • B.Sc (नर्सिंग)
  • B.Pharma (बैचलर ऑफ़ फार्मेसी)
  • BDS (बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी)
  • BCA (बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स)
  • BPT (बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी)
  • BBA (बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन)

अब हम आपको उपरोक्त सभी 10 कोर्सों के बारे में विस्तार से बताएँगे; जैसे कि 12th (मेड़िकल) या 12th (नॉन-मेड़िकल) में से कौन इन कोर्सों को कर सकता है, उक्त कोर्सों में क्या पढ़ाई होती है और उनके बाद क्या कैरियर विकल्प हो सकते हैं आदि। यहाँ पर 12th (मेड़िकल) का तात्पर्य फिज़िक्स (भौतिक विज्ञान), केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) और बायोलॉजी (जीव विज्ञान) विषयों से 12वीं और 12th (नॉन-मेड़िकल) का तात्पर्य फिज़िक्स (भौतिक विज्ञान), केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) और मैथ्स (गणित) विषयों से 12वीं है। अतः आइये उपरोक्त सभी कोर्सों के बारे में एक- एक करके विस्तार से जानते हैं।

B.Sc. (बैचलर ऑफ़ साइंस)

B.Sc. (बैचलर ऑफ़ साइंस) कोर्स 3 वर्षीय स्नातक कोर्स होता है, जो 12th साइंस में मेड़िकल या नॉन-मेड़िकल में से कोई भी पढ़ाई करने वाले छात्र कर सकते हैं। परन्तु 12th में मेड़िकल और नॉन-मेड़िकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के विषय B.Sc. में भिन्न-भिन्न होते हैं। 12th साइंस में मेड़िकल और नॉन-मेड़िकल से पढ़ाई करने वाले छात्रों के B.Sc में मुख्यतः निम्नलिखित विषय होते हैं:

  • B.Sc. (मेड़िकल) के विषय: जीव-विज्ञान (Zoology), वनस्पति विज्ञान (Botany) और रसायन विज्ञान (Chemistry)
  • B.Sc. (नॉन-मेड़िकल) के विषय: भौतिक विज्ञान (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और गणित (Maths)

उपरोक्त विषयों के अलावा B.Sc के छात्रों के पास कुछ अन्य विषयों के विकल्प भी उपलब्ध होते हैं।

B.E. / B.Tech (बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग / बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी)

B.E. / B.Tech एक इंजीनियरिंग स्नातक डिग्री होती है जो केवल नॉन-मेडिकल विषयों से 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्र ही कर सकते हैं। यह एक 4 वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स होता है। इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त करने के बाद अभ्यर्थी किसी सरकारी विभाग या किसी प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। भारत में छात्रों के समक्ष निम्नलिखित मुख्य ब्रांच या ट्रेड में इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स (B.E. / B.Tech) करने का विकल्प मौजूद है:

  • कंप्यूटर इंजीनियरिंग
  • इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • सिविल इंजीनियरिंग; आदि।

B.E. / B.Tech में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को JEE प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है और JEE परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। इंजीनियर बनने और JEE परीक्षा से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे लेख “इंजीनियर कैसे बनें” और “JEE Exam की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

MBBS (बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी)

भारत में MBBS एक 5-वर्षीय ग्रेजुएशन (स्नातक) कोर्स है जो मेड़िकल विषयों से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र कर सकते हैं। यह कोर्स डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में किया जा सकता है। इस कोर्स को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी इंसानों के एलोपैथी पद्धति के डॉक्टर बनते हैं। MBBS में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को NEET प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है और NEET परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। डॉक्टर बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारे लेख “डॉक्टर कैसे बनें” , “NEET परीक्षा क्या है” और “NEET की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

B.Arch (बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर)

B.Arch या बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर कोर्स एक 5-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्स होता है। B.Arch कोर्स नॉन-मेडिकल विषयों (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप एक आर्किटेक्ट के रूप में सरकारी या प्राइवेट नौकरी पाने के लिए योग्य हो जाते हैं और एक आर्किटेक्ट के समक्ष नौकरी ना करके अपनी कंपनी या फर्म बनाने का विकल्प भी मौजूद है।

B.Arch कोर्स मुख्यतः इंजीनियरिंग संस्थानों में ही कराया जाता है और इसमें प्रवेश JEE परीक्षा (Paper-2) या NATA प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। भारत में उपलब्ध विभिन्न आर्किटेक्चर कोर्सों और आर्किटेक्ट बनने की प्रक्रिया से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारा लेख “आर्किटेक्ट क्या होता है और Architect कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

B.Sc (नर्सिंग)

चिकित्सा क्षेत्र में भविष्य बनाने की इच्छा रखने वाले 12th साइंस (मेड़िकल) के छात्र यदि किसी कारणवश MBBS या डॉक्टर बनने के लिए किसी अन्य कोर्स (BDS, BAMS आदि) में प्रवेश नहीं ले पाते हैं तो वे नर्सिंग क्षेत्र को अपने कैरियर विकल्प के रूप में चुन सकते हैं। B.Sc (नर्सिंग) कोर्स या नर्सिंग क्षेत्र पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के लिए बेहतर माना जाता है। अतः छात्रों के लिए ये एक बेहतर विकल्प है परन्तु ऐसा नहीं है कि पुरुष अभ्यर्थी नर्सिंग क्षेत्र में कैरियर नहीं बना सकते। नर्सिंग कोर्सों और नर्सिंग कैरियर से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “नर्स कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

B.Pharma (बैचलर ऑफ़ फार्मेसी)

12th साइंस (मेड़िकल) छात्रों के समक्ष उपलब्ध स्नातक कोर्सों के विकल्पों में बी.फार्मा कोर्स करके फार्मासिस्ट बनने का भी एक बेहतरीन विकल्प मौजूद है। अतः आप बी.फार्मा कोर्स करके किसी दवाई निर्माता कंपनी में या किसी सम्बंधित सरकारी विभाग में फार्मासिस्ट बन सकते हैं या अपना मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं। फार्मेसिस्ट बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप “फार्मेसिस्ट कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

BDS (बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी)

यदि आप दन्त चिकित्सक (डेंटिस्ट) बनना चाहते हैं तो 12th साइंस (मेड़िकल) उत्तीर्ण छात्र BDS कोर्स में प्रवेश पाने के लिए NEET परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। BDS कोर्स एक 5-वर्षीय कोर्स है जो साइंस (मेड़िकल) विषयों से 12th उत्तीर्ण छात्र कर सकते हैं और इस कोर्स को करने के बाद भी आप डॉक्टर (दन्त चिकितसक) बन सकते हैं।

BCA (बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स)

12th साइंस के बाद स्नातक कोर्सों के विभिन्न विकल्पों में छात्रों के समक्ष 3-वर्षीय BCA कोर्स भी एक बेहतरीन विकल्प है। BCA कोर्स करने के बाद छात्रों के समक्ष कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने या कैरियर बनाने का विकल्प होता है।

भारत के कुछ विश्वविद्यालयों या कॉलेजों में BCA कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन करने हेतू 12वीं कक्षा में गणित या अंग्रेजी विषय या दोनों आवश्यक होते हैं। अतः उन विश्वविद्यालयों या कॉलेजों के BCA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए नॉन-मेडिकल विषयों से 12th कक्षा उत्तीर्ण छात्र ही आवेदन कर सकते हैं। परन्तु जिन विश्वविद्यालयों या संस्थानों में गणित की कोई अनिवार्यता नहीं होती उन संस्थानों के BCA कोर्स में प्रवेश के लिए मेड़िकल के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। BCA कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारा लेख “BCA क्या है” पढ़ सकते हैं।

BPT (बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी)

12th साइंस (मेड़िकल) छात्रों के समक्ष BPT या बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी कोर्स करने का एक विकल्प भी उपलब्ध होता है। यह कोर्स करने के बाद छात्र एक फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के रूप में कैरियर बना सकते हैं। Physiotherapy को हिंदी में भौतिक चिकित्सा कहा जाता है और फ़िज़ियोथेरेपिस्ट भी एक प्रकार के चिकित्सक या डॉक्टर ही होते हैं।

BBA (बैचलर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन)

मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने की इच्छा रखने वाले छात्र 12th साइंस के बाद 3-वर्षीय BBA कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। BBA कोर्स में मुख्यतः बिज़नेस और बिज़नेस प्रशासन की तकनीकों और तरीकों से सम्बंधित पढ़ाई कराई जाती है। BBA कोर्स में admission देने के लिए भी कुछ विश्वविद्यालय 12वीं कक्षा में गणित विषय की अनिवार्यता रखते हैं। अतः ऐसे संस्थानों में BBA कोर्स के लिए केवल नॉन-मेडिकल के छात्र ही आवेदन कर सकते हैं, परन्तु जिन संस्थानों में गणित विषय की कोई अनिवार्यता नहीं होती है उन संस्थानों में प्रवेश के लिए 12th साइंस (मेड़िकल) उत्तीर्ण छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। BBA कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “BBA क्या है और BBA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

ये भी पढ़े: (1). 12th साइंस के बाद टॉप 5 जॉब के विकल्प ; (2). 12th के बाद आर्मी में डॉक्टर कैसे बनें?

निष्कर्ष

यहाँ पर हमने 12th साइंस के बाद टॉप 10 कोर्स विकल्पों के बारे में बताया है। आप अपनी योग्यता और भविष्य के कैरियर विकल्प के आधार पर उपरोक्त में से कोई भी कोर्स या अन्य उपलब्ध कोर्सों में से कोई स्नातक कोर्स चुन सकते हैं और उसमें प्रवेश लेने के लिए सम्बंधित प्रवेश प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:
(1). 12th के बाद क्या करें ?
(2). 12th में टॉप कैसे करें ?

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