BA ke baad kya kare

B.A. या ‘बैचलर ऑफ़ आर्ट्स’, एक 3-वर्षीय ग्रेजुएशन (स्नातक) डिग्री कोर्स है, जो 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है। परन्तु B.A. कोर्स उत्तीर्ण छात्र या B.A. में पढ़ने वाले बहुत से छात्र इस असमंजस में रहते हैं कि B.A. के बाद क्या करें या B.A. के बाद क्या किया जा सकता है। आपके इस असमंजस को समाप्त करने के लिए ही हमने यह लेख बनाया है। इस लेख के माध्यम से हम आपको B.A. के बाद भारत में उपलब्ध 5 श्रेष्ठ करियर/ शिक्षा विकल्पों के बारे में बताएँगे और आप अपनी पसंद और योग्यता के आधार पर इनमें से कोई विकल्प चुन सकते हैं। अतः आइये जानते हैं कि B.A. के बाद क्या करें।

B.A. के बाद 5 best कोर्स विकल्प

भारत में BA (बैचलर ऑफ़ आर्ट्स) के बाद अनेक स्नातक (ग्रेजुएशन) / स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स किये जा सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कोर्स निम्नलिखित हैं:-

M.A.

M.A. या ‘मास्टर ऑफ़ आर्ट्स’, एक 2-वर्षीय स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स है, जिसको अभ्यर्थी B.A. में पढ़े गए विभिन्न विषयों में से किसी एक विषय में कर सकते हैं। M.A. कोर्स मुख्यतः B.A. में पढ़ाये गए विषयों के उच्च या विशिष्ट स्तर के पाठ्यक्रम का कोर्स होता है, जो प्रमुखतया किसी एक विषय में छात्रों को विशेष ज्ञान प्रदान करता है। M.A. कोर्स से सम्बंधित अधिक और पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप “M.A. क्या है और MA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

B.Ed

B.A. के बाद भारत में उपलब्ध विभिन्न प्रसिद्द कोर्स विकल्पों में B.Ed (बैचलर ऑफ़ एजुकेशन) भी एक प्रमुख कोर्स है। B.Ed कोर्स एक स्नातक कोर्स है, जो अभ्यर्थियों को मुख्यतः विद्यालयों (स्कूलों) में शिक्षक या टीचर बनने की योग्यता प्रदान करता है। वर्तमान में B.Ed कोर्स की अवधि 2-वर्ष की है और सरकारी विद्यालयों में शिक्षक (टीचर) बनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए B.Ed एक अनिवार्य शैक्षिक योग्यता है। B.Ed कोर्स से सम्बंधित अधिक और सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “B.Ed क्या है और B.Ed कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

M.B.A

बिज़नेस या मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के इच्छुक छात्र B.A. के बाद M.B.A (मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन) कोर्स भी कर सकते हैं। MBA एक 2-वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स है, जो किसी भी विषय से ग्रेजुएट (स्नातक) छात्र कर सकते हैं। परन्तु कुछ विश्वविद्यालय / संस्थान M.B.A. कोर्स में प्रवेश देने के लिए 12वीं कक्षा या B.A. में गणित / अंग्रेजी विषयों की अनिवार्यता रखते हैं। अतः M.B.A. कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन करने से पूर्व सम्बंधित विश्वविद्यालय / संस्थान के लिए अपनी योग्यता अवश्य जाँच लें। भारत के कुछ शिक्षण संस्थान (I.I.M. आदि) 1-वर्षीय M.B.A कोर्स भी कराते हैं। MBA से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “MBA क्या है और MBA कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

M.C.A

यदि आप कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप BA के बाद M.C.A कोर्स भी कर सकते हैं। भारत में MCA कोर्स की अवधि 3-वर्ष की होती है और कुछ क्षेत्रों में M.C.A कोर्स कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स के समकक्ष माना जा सकता है। अतः कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में MCA कोर्स आपको एक उज्जवल भविष्य प्रदान कर सकता है। परन्तु MBA कोर्स की तरह ही MCA कोर्स में भी प्रवेश के लिए कुछ विश्वविद्यालयों / संस्थानों में 12वीं कक्षा या B.A. में गणित विषय की अनिवार्यता हो सकती है। अतः BA के बाद MCA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आवेदन करने से पहले सम्बंधित विश्वविद्यालय / संस्थान के लिए अपनी योग्यता अवश्य जाँच लें।

L.L.B.

यदि आप एक वकील (Lawyer) या न्यायाधीश (Judge) बनना चाहते हैं तो आप B.A. के बाद LLB कोर्स कर सकते हैं। LLB एक 3-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) कोर्स है, जिसके बाद अभ्यर्थी वकील (Advocate) या Judge (न्यायाधीश) बन सकते हैं। LLB कोर्स और वकील बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “LLB क्या है और वकील कैसे बनें” पढ़ सकते हैं। भारत में Judge (न्यायाधीश) बनने की प्रक्रिया से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “Judge कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

B.A. के बाद 5 best करियर (जॉब) विकल्प

B.A. कोर्स के बाद 5 best कोर्स विकल्पों की जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम B.A. के बाद 5 best करियर विकल्पों के बारे में जानेंगे। भारत में BA (बैचलर ऑफ़ आर्ट्स) के बाद उपलब्ध श्रेष्ठ करियर/ नौकरी के विकल्पों में से कुछ best करियर विकल्प निम्नलिखित हैं:-

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS, IFS आदि पदों के लिए)

जहाँ तक सरकारी नौकरी के विकल्पों का सवाल है तो केवल B.A. के बाद ही नहीं, बल्कि किसी भी ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स के बाद प्राप्त किये जा सकने वाले पद विकल्पों में IAS का पद सर्वश्रेष्ठ है। और यह पद UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। सिविल सेवा परीक्षा को अंग्रेजी में Civil Services Exam कहा जाता है और इस परीक्षा के माध्यम से मात्र IAS का पद ही नहीं, बल्कि IPS, IRS, IFS आदि अनेक पदों और विभागों में नियुक्ति की जाती है। अतः B.A. के बाद अभ्यर्थी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों / विभागों में आई.ए.एस. सहित अन्य कई ग्रुप-A पदों पर नियुक्ति प्राप्त कर सकता है।

सिविल सेवा परीक्षा और IAS बनने की प्रक्रिया और तैयारी से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “IAS कैसे बनें” और “IAS की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

SSC CGL परीक्षा (इनकम टैक्स, कस्टम, GST, नार्कोटिक्स आदि में इंस्पेक्टर के लिए)

भारत में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में ग्रुप-B और ग्रुप-C पदों पर नियुक्ति पाने के लिए B.A. के बाद अभ्यर्थी कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित किये जाने वाले ‘कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्ज़ाम’ के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस Exam (परीक्षा) को संक्षिप्त में SSC CGL परीक्षा कहा जाता है। इस परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थी इनकम टैक्स, कस्टम, सेंट्रल एक्साइज / सेंट्रल GST, डाक विभाग, नार्कोटिक्स, सी.बी.आई., केंद्रीय सचिवालय आदि विभागों में ग्रुप-B और ग्रुप-C पदों पर नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।

SSC CGL परीक्षा की सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “SSC CGL परीक्षा क्या है“, “SSC CGL की तैयारी कैसे करें“, “SSC CGL के विभागों/ पदों और उनमें होने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी“, “SSC CGL परीक्षा का पैटर्न और पाठ्यक्रम क्या है” आदि लेख पढ़ सकते हैं।

CDS परीक्षा (इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट पद के लिए)

B.A. के बाद अभ्यर्थी UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘कंबाइंड डिफेन्स सर्विसेज (CDS) परीक्षा’ के माध्यम से भारतीय थलसेना (Indian Army) में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। वैसे तो CDS परीक्षा के माध्यम से ही भारतीय नौसेना में सब-लेफ्टिनेंट और भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफ़िसर के पद पर शुरुआती नियुक्ति की जाती है, परन्तु इंडियन नेवी और एयर-फ़ोर्स में उपरोक्त पदों पर नियुक्ति के लिए ग्रेजुएशन में भौतिक विज्ञान (Physics) और गणित (Maths) विषयों की अनिवार्यता होती है। अतः B.A डिग्री धारक अभ्यर्थी CDS परीक्षा के माध्यम सेमात्र आर्मी में लेफ्टिनेंट पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

CDS परीक्षा से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “CDS परीक्षा क्या है” पढ़ सकते हैं।

बैंक P.O. परीक्षा (बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफ़िसर/ सहायक मैनेजर पद के लिए)

B.A. के बाद अभ्यर्थी भारत के विभिन्न सरकारी / निजी बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफ़िसर (P.O.) के पद के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। प्रोबेशनरी ऑफ़िसर का पद बैंकों में असिस्टेंट मैनेजर के पद के समकक्ष होता है और सम्बंधित प्रशिक्षण/ ट्रेनिंग उत्तीर्ण करने के उपरान्त एक PO को बैंक में सहायक मैनेजर के पद पर नियुक्त किया जाता है। बैंक PO बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियों के लिए आप “बैंक में नौकरी कैसे पाएं“, “IBPS RRB परीक्षा क्या है“, “SBI PO परीक्षा क्या है“, “प्राइवेट बैंक में जॉब कैसे पाएं“, “बैंक PO की तैयारी कैसे करें” आदि लेख पढ़ सकते हैं।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में असिस्टेंट कमांडेंट

B.A. के बाद उपलब्ध करियर विकल्पों में से एक करियर विकल्प ‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF)’ में असिस्टेंट कमांडेंट का भी है। इस पद पर नियुक्ति पाने के लिए अभ्यर्थियों को ग्रेजुएशन के बाद UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘CAPF (AC) परीक्षा’ के लिए आवेदन करना होता है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में ‘बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF)’, सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स (CISF)’, सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स (CRPF) आदि प्रमुख हैं।

CAPF (AC) परीक्षा का पैटर्न और ‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF)’ में असिस्टेंट कमांडेंट बनने की प्रक्रिया आदि जानने के लिए आप “असिस्टेंट कमांडेंट कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको “B.A. के बाद क्या करें” या B.A. के बाद टॉप 5 कोर्स/ करियर विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी पसंद और योग्यता के अनुसार B.A. के बाद उपरोक्त लिखित कोई करियर/ कोर्स विकल्प चुन सकते हैं। उपरोक्त लिखित करियर और कोर्स विकल्पों के अलावा BA के बाद अन्य कई विकल्प भी उपलब्ध होते हैं और अन्य विकल्पों की विभिन्न जानकारियों के लिए आप “ग्रेजुएशन के बाद क्या करें” पढ़ सकते हैं।

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