B.Sc ke baad kya kare

यदि आप B.Sc के छात्र हैं या B.Sc में प्रवेश लेने की इच्छा रखते हैं और यह जानना चाहते हैं कि B.Sc के बाद क्या करें, तो इस से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी आपको यहाँ पर मिलेगी। भारत में B.Sc (बैचलर ऑफ़ साइंस) एक 3-वर्षीय ग्रेजुएशन (स्नातक) डिग्री कोर्स है, जो 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है। यहाँ पर इस लेख में हम B.Sc के बाद भारत में उपलब्ध कुछ best कोर्स और करियर विकल्पों के बारे में जानेंगे।

इस लेख में B.Sc का मतलब सामान्य B.Sc कोर्स है जिसमें Physics (भौतिक विज्ञान), Chemistry (रसायन विज्ञान), Zoology (जीव विज्ञान), Botany (वनस्पति विज्ञान), Maths (गणित) आदि विषयों की पढ़ाई कराई जाती है। यहाँ पर हम कुछ विशिष्ट B.Sc कोर्स, जैसे कि B.Sc (एग्रीकल्चर), B.Sc (नर्सिंग), B.Sc (कंप्यूटर साइंस), B.Sc (होम साइंस) आदि से सम्बंधित चर्चा नहीं करेंगे। अतः इस लेख में आपको मात्र ‘B.Sc मेड़िकल’ और ‘B.Sc नॉन-मेड़िकल’ के बाद भारत में उपलब्ध श्रेष्ठ कोर्स/ जॉब विकल्पों की जानकारी प्राप्त होगी। अतः आइये जानते हैं कि B.Sc के बाद क्या करें?

B.Sc के बाद टॉप 5 कोर्स विकल्प

भारत में B.Sc डिग्री उत्तीर्ण अभ्यर्थी अपने करियर उद्देश्य के अनुसार निम्नलिखित कोर्स विकल्पों में से कोई एक कोर्स कर सकते हैं:-

M.Sc

भारत में B.Sc कोर्स के बाद M.Sc सर्वाधिक लोकप्रिय कोर्सों में से एक है। M.Sc कोर्स 2-वर्ष की अवधि का स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स है, जो मुख्यतः अभ्यर्थी द्वारा B.Sc कोर्स के विज्ञान विषयों में से किसी एक विषय में किया जा सकता है। अर्थात B.Sc (मेड़िकल) उत्तीर्ण करने वाले छात्र Chemistry (रसायन विज्ञान), Zoology (जीव विज्ञान) या Botany (वनस्पति विज्ञान) में से किसी एक विषय में और B.Sc (नॉन-मेड़िकल) उत्तीर्ण अभ्यर्थी Physics (भौतिक विज्ञान), Chemistry (रसायन विज्ञान) या Maths (गणित) विषयों में से किसी एक विषय में M.Sc कोर्स कर सकते हैं। M.Sc कोर्स छात्रों को सम्बंधित विषय में B.Sc कोर्स से अधिक विशेषज्ञता प्रदान करता है।

B.Ed

यदि आप विद्यालयों में शिक्षक या टीचर बनने की इच्छा रखते हैं तो आपको B.Sc के बाद B.Ed कोर्स करना चाहिए। भारत के सभी सरकारी विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए B.Ed कोर्स एक अनिवार्य शैक्षिक योग्यता है। वर्तमान में B.Ed कोर्स की अवधि 2 वर्ष की है और सरकारी स्कूलों में साइंस विषय के TGT शिक्षक पद के लिए B.Sc- B.Ed और PGT शिक्षक (लेक्चरर) पद के लिए M.Sc- B.Ed शैक्षिक योग्यता होती है। अतः B.Sc के बाद B.Ed कोर्स करना भी एक बेहतरीन विकल्प है।

MBA

बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन या बिज़नेस मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में अपना भविष्य/ करियर बनाने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थी B.Sc के बाद MBA (मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन) कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। भारत में MBA कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है। परन्तु कुछ वर्ष के सम्बंधित अनुभव वाले अभ्यर्थी I.I.M. संस्थानों से 1 वर्ष का MBA कोर्स भी कर सकते हैं। भारत के कुछ मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान MBA कोर्स में प्रवेश देने के लिए 12वीं कक्षा में या ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स में Maths (गणित) और/या English (अंग्रेजी) विषयों की अनिवार्यता रखते हैं। अतः यदि आपके पास 12वीं और ग्रेजुएशन में Maths और English विषय नहीं हैं तो आपको सम्बंधित विश्वविद्यालय के MBA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आवेदन करने की योग्यता अवश्य जाँच लेनी चाहिए।

MCA

कंप्यूटर साइंस या कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के इच्छुक अभ्यर्थी B.Sc कोर्स के बाद MCA कोर्स में प्रवेश लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। भारत में MCA कोर्स एक 3-वर्षीय स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स है। MBA कोर्स की तरह ही भारत के कुछ शिक्षण संस्थान MCA कोर्स में प्रवेश देने के लिए 12वीं कक्षा में या ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स में Maths (गणित) और/या English (अंग्रेजी) विषयों की अनिवार्यता रख सकते हैं। अतः यदि आपके पास 12वीं और ग्रेजुएशन में Maths और English विषय नहीं हैं तो आपको सम्बंधित विश्वविद्यालय/ शिक्षण संस्थान के MCA कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आवेदन करने की योग्यता अवश्य जाँच लेनी चाहिए।

LLB

वकील (Lawyer) या न्यायाधीश (Judge) बनने के इच्छुक अभ्यर्थी B.Sc डिग्री के उपरान्त LLB कोर्स कर सकते हैं। भारत में LLB कोर्स एक 3-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स है। LLB कोर्स और Judge बनने की प्रक्रिया से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “LLB क्या है” और “न्यायाधीश (Judge) कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

B.Sc के बाद टॉप 5 करियर विकल्प

भारत में B.Sc डिग्री उत्तीर्ण अभ्यर्थी निम्नलिखित उपलब्ध करियर विकल्पों (Job Options) के लिए आवेदन कर सकते हैं:-

सिविल सेवा परीक्षा (IAS, IPS आदि)

B.Sc के बाद सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक अभ्यर्थियों के समक्ष सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से IAS, IPS आदि ग्रुप-A पदों पर नियुक्त होने का विकल्प उपलब्ध है। यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित की जाती है। सिविल सेवा परीक्षा और उसकी तैयारी से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप “IAS कैसे बनें” और “IAS की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

SSC CGL परीक्षा (केंद्रीय विभागों में इंस्पेक्टर आदि)

सरकारी नौकरी की श्रेणी में B.Sc के बाद केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, सहायक सेक्शन अधिकारी और टैक्स असिस्टेंट आदि ग्रुप-B और ग्रुप-C पदों पर नियुक्ति पाने का विकल्प भी उपलब्ध है। यह पद केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा के माध्यम से प्राप्त किये जा सकते हैं। इस परीक्षा को संक्षिप्त में SSC CGL परीक्षा कहा जाता है। SSC CGL परीक्षा और इसकी तैयारी से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “SSC CGL परीक्षा क्या है” और “SSC CGL परीक्षा की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

CDS परीक्षा (रक्षा सेनाओं में अधिकारी)

यदि आपने Physics (भौतिक विज्ञान) और Maths (गणित) विषयों सहित B.Sc कोर्स उत्तीर्ण किया है तो आप UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइंड डिफेन्स सर्विसेज (CDS) परीक्षा के माध्यम से इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट, इंडियन एयर-फ़ोर्स में फ्लाइंग ऑफ़िसर और इंडियन नेवी में सब-लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। परन्तु यदि आपके पास B.Sc में गणित और भौतिक विज्ञान में से कोई एक विषय भी नहीं था तो आप केवल आर्मी में लेफ्टिनेंट पद के लिए ही आवेदन कर सकते हैं।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल / भारतीय तटरक्षक बल में असिस्टेंट कमांडेंट

B.Sc के बाद उपलब्ध करियर विकल्पों में से एक करियर विकल्प ‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF)’ में असिस्टेंट कमांडेंट का भी है। इस पद पर नियुक्ति पाने के लिए अभ्यर्थियों को ग्रेजुएशन के बाद UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘CAPF (AC) परीक्षा’ के लिए आवेदन करना होता है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में ‘बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF)’, सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स (CISF)’, सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स (CRPF) आदि प्रमुख हैं। जहाँ तक असिस्टेंट कमांडेंट पद पर नियुक्ति का सवाल है तो B.Sc उत्तीर्ण अभ्यर्थी भारतीय तटरक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड) में भी असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं, परन्तु अभ्यर्थी 12वीं कक्षा Physics और Maths विषयों सहित उत्तीर्ण होने चाहिए।

असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर नियुक्ति की सम्पूर्ण प्रक्रिया और योग्यता जानने के लिए आप “केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में असिस्टेंट कमांडेंट कैसे बनें” और “इंडियन कोस्ट गार्ड में असिस्टेंट कमांडेंट कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

बैंक PO

PO या प्रोबेशनरी ऑफ़िसर का पद बैंकों में असिस्टेंट मैनेजर के पद के समकक्ष होता है और सम्बंधित ट्रेनिंग और समयावधि उत्तीर्ण करने के उपरान्त एक P.O. को बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया जाता है। भारत में B.Sc डिग्री धारक अभ्यर्थी बैंक P.O. के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। बैंक P.O. बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियों के लिए आप “बैंक में नौकरी कैसे पाएं“, “IBPS RRB परीक्षा क्या है“, “SBI PO परीक्षा क्या है“, “प्राइवेट बैंक में जॉब कैसे पाएं“, “बैंक PO की तैयारी कैसे करें” आदि लेख पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको B.Sc के बाद भारत में उपलब्ध विभिन्न कोर्स / जॉब विकल्पों की जानकारी प्राप्त हुई है। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी पसंद और योग्यता के आधार पर B.Sc के बाद उपरोक्त में से कोई कोर्स / नौकरी का विकल्प चुन सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में करियर, शिक्षा और रोज़गार के विभिन्न विकल्पों की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

One thought on “B.Sc के बाद क्या करें?”
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